उत्तर प्रदेश में लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लिए सरकार लगातार योजनाएं बना रही है। प्रदेश में 400 और हेल्थ एटीएम लगाए जाने की घोषणा की गई है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग द्वारा इसे अगले महीने तक लगाए जाने की बात कही जा रही है। अभी तक प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में कुल 525 हेल्थ एटीएम लगाए जा चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि यह सभी एटीएम मशीनें चालू अवस्था में हैं और जांच में काफी मददगार भी साबित हो रही हैं।
क्या है हेल्थ एटीएम मशीन?
दरअसल, हेल्थ एटीएम मशीन एक ऐसा उपकरण है, जो पैथोलॉजिकल टेस्ट करने में मददगार साबित होती है। इस मशीन से डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और मलेरिया आदि की जांच की जा सकती है। इस मशीन से आप बिना पैसे चुकाए ही दवाएं मुफ्त में ले सकेंगे। इससे 50 से भी ज्यादा जांचें कराई जा सकती है। इस एटीएम से न सिर्फ लोग डॉक्टर से बात-चीत कर पाएंगे, बल्कि किसी भी बीमारी का पता लगते ही समय से इलाज भी शुरु करा पाएंगे। माना जा रहा है कि गरीब तपके के लोगों के लिए यह मशीन काफी लाभकारी साबित होगी।
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मशीन के जरिए करा सकेंगे ये टेस्ट
इस एटीएम मशीन के जरिए आप कई टेस्ट करा सकेंगे। इसके तहत आप ब्लड प्रेशर, ऑक्सीजन सेचुरेटेड लेवल, बॉडी प्रोटीन, बॉडी मास इंडेक्स, आंखों से जुड़े टेस्ट, ग्लूकोज, डायबिटीज और बॉडी टेंप्रेचर जैसे कई अन्य टेस्ट निशुल्क करा सकेंगे। इस मशीन के जरिए मरीज की स्क्रीनिंग की जाएगी, जिसके बाद वह वीडियो कॉल के जरिए भी डॉक्टर से बात कर सकेगा। इसमें लगाए गए ऑटोमेटिक सेंसर एक मिनट में 58 बीमारियों का पता लगाने की क्षमता रखते हैं। इसके जरिए कराए जाने वाले टेस्ट की रिपोर्ट मरीजों को व्हाट्सएप, एसएमएस या फिर उनके द्वारा पंजीकृत कराई गई ई-मेल पर तुरंत मिल सकेगी।
पहले से बेहतर हो सकेगा इलाज
उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक के मुताबिक अस्पतालों में इन मशीनों को लगाने के बाद इलाज में काफी सुधार आने वाला है। इससे मरीजों का इलाज जल्दी किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल 17 जिलों के 31 सीएचसी पर यह मशीनें लगाई जाएंगी। इन्हें लगाने में कुल 10.49 करोड़ रुपये की आएगी। ये मशीनें प्रदेश के जहांगीराबाद सीएचसी, रायबरेली, अयोध्या, बाराबंकी के सिद्धौर और रोहनिया के हैदरगंज सीएचसी पर लगाई जाएंगी।