Hartalika Teej Fast In Pregnancy In Hindi: वैसे, तो प्रेग्नेंसी के दौरान व्रत किया जाना सही नहीं है। प्रेग्नेंसी के सफर में महिलाओं को अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए, अच्छी तरह रेस्ट करना चाहिए और शरीर में पानी की कमी नहीं होने देनी चाहिए। इसके लिए पूरे दिन में अच्छी और पोषक तत्वों से भरपूर चीजें खानी चाहिए। इससे गर्भ में पल रहे भ्रूण पर अच्छा प्रभाव पड़ता है, वह स्वस्थ तरीके से ग्रो करता है और डिलीवरी के समय भी किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। हालांकि, कुछ महिलाएं धार्मिक चीजों को बहुत मानती हैं। इसलिए, प्रेग्नेंसी के दौरान भी व्रत करती हैं। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को कुछ जरूरी बातों का पता होना चाहिए। क्या हैं, वो बातें? आइए इस लेख में जानते हैं।
ब्लड शुगर टेस्ट करें
कई बार ऐसा होता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं का ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है या घट जाता है। हालांकि, प्रेग्नेंसी के दौरान इस तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, इसे लेकर ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं होती है। लेकिन, अगर व्रत के दौरान आपके ब्लड शुगर का स्तर अचानक बढ़ जाए, तो आपको एलर्ट हो जाना चाहिए। बेहतरा होगा कि आप व्रत रखने से पहले अपना ब्लड शुगर लेवल चेक करवा लें। अगर स्वास्थ्य सही हो, तभी व्रत रखें।
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ब्लड प्रेशर चेक करें
जिस तरह ब्लड शुगर का स्तर सामान्य रहना जरूरी है, उसी तरह ब्लड प्रेशर का सही रहना भी आवश्यक है। ब्लड प्रेशर में बदलाव के कारण आपकी तबियत बिगड़ सकती है, आपको चक्कर आना या उल्टी आने जैसी समस्या हो सकती है। इस स्थिति में व्रत करना आपके लिए नुकसनदायक हो सकता है। अगर व्रत के दौरान अचानक आपके बीपी का स्तर बदल जाता है, जिससे आपकी तबियत बिगड़ जाती है, तो तुरंत इससे बचने के लिए उपाय आजमाएं।
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एनर्जी लेवल चेक करें
प्रेग्नेंसी के दौरान व्रत रखने से हालांकि किसी तरह की स्वास्थ्य समस्यांए आमतौर पर नहीं होती हैं। इसके बावजूद, प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते रहते हैं, जिससे एनर्जी लो फील हो सकती है। इसी तरह, व्रत रखने के दौरान भी आपके साथ ऐसा हो सकता है। अगर व्रत के दौरान एनर्जी बहुत लो फील हो और तबियत भी बिगड़ने लगे, बेहतर होगा कि व्रत को जारी न रखें।
स्वास्थ्य समस्याओं पर गौर करें
कई बार ऐसा होता है कि व्रत के दौरान प्रेग्नेंट महिला को सिरदर्द, उल्टी या चक्कर आने जैसी समस्या हो जाती है। क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों होता है? दरअसल, शरीर में पानी की कमी की वजह से इस तरह की परेशानियों हो जाती हैं। वैसे भी हरतालिका तीज निर्जला व्रत होता है और प्रेग्नेंसी के दौरान कई महिलाओं को बार-बार पेशाब की अर्ज होती है। वहीं, अगर आप व्रत रखा जाए और पूरा दिन पानी न पिया जाए, तो इससे आपकी तबियत बिगड़ सकती है।
ध्यान रखें, प्रेगनेंसी के दूसरी और तीसरी तिमाही में व्रत न रखें। इसी तरह, अगर हल फिलहाल में डिलिवरी हुई है, तो भी व्रत रखने से बचें। वहीं, अगर प्रेग्नेंसी के दौरान कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो भी व्रत सुरक्षित नहीं है।
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