Stomach Pain in Monsoon: मॉनसून में भले ही वातावरण सुहावना हो जाता है लेकिन इस दौरान आपको कई शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। पिछले कुछ दिनों में बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दिलाई है। लेकिन इस दौरान सेहत के प्रति लापरवाही बरतने का बुरा असर भी देखने को मिल सकता है। इस मौसम में ओपीडी में पेट दर्द और डायरिया के मरीज बढ़ जाते हैं। बारिश के मौसम में कई सूक्ष्मजीव हमारे शरीर तक पहुंचकर पाचन-तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं। इस वजह से पेट में दर्द, टाइफाइड, पीलिया, दस्त जैसी समस्याएं होने लगती हैं। मॉनसून में पानी और वातावरण में नमी के कारण बैक्टीरिया और फंगस को अनुकूल माहौल मिल जाता है और वह अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर देते हैं। मॉनसून में संक्रमण का सीधा असर आंतों पर पड़ता है। इस दौरान उन लोगों को खराब पाचन का खतरा ज्यादा रहता है, जो खराब आदतों को फॉलो करते हैं। चलिए आपको बताते हैं कुछ ऐसी आदतों के बारे में जो मॉनसून में पेट दर्द का कारण बन सकती हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
1. तला हुआ भोजन खाने की आदत
मॉनसून में ज्यादा तला हुआ भोजन खाने के कारण पेट में दर्द (Stomach Pain) उठ सकता है। फास्ट फूड या ज्यादा ऑयली खाने के कारण पेट में मरोड़ महसूस होता है। यह समस्या बारिश के मौसम में ज्यादा होती है। मॉनसून के दिनों में पानी को भी उबालकर पिएं। दूषित पानी पीने के कारण भी पेट में दर्द हो सकता है।
2. गंदगी में रहने की आदत
मॉनसून में साफ-सफाई का ख्याल नहीं रखेंगे, तो आपको टाइफाइड (Typhoid in Hindi) हो सकता है। साल्मोनेला बैक्टीरिया के कारण टाइफाइड होता है। यह वायरस महीनों तक जीवित रह सकता है। टाइफाइड होने पर व्यक्ति को सिर में दर्द, बुखार, भूख में कमी, कब्ज, दस्त जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
3. कम पानी पीने की आदत
मॉनसून के दिनों में, गर्मियों के मुकाबले कम प्यास लगती है। यही कारण है कि हम मॉनसून में पानी का सेवन कम कर देते हैं। लेकिन इस वजह से पेट में दर्द हो सकता है। कम पानी पीने के कारण पेट में कब्ज की समस्या (Constipation in Hindi) हो सकती है क्योंकि शरीर को स्टूल बनाने के लिए पर्याप्त पानी नहीं मिलता। इस वजह से पेट में दर्द, ब्लोटिंग और क्रैम्प्स महसूस होते हैं।
4. हेल्दी डाइट न लेने की आदत
फ्राइड फूड, मसालेदार खाना, प्रोसेस्ड फूड्स, स्ट्रीट फूड्स जैसी चीजें खाने से पेट में फ्लू हो सकता है। इसे मेडिकल भाषा में गैस्ट्रोएंटेराइटिस (Gastroenteritis in Hindi) कहते हैं। यह बीमारी मॉनसून में बहुत कॉमन हो जाती है। पेट में फ्लू होने पर पेट में दर्द, उल्टी, पेट में ऐंठन जैसे लक्षण नजर आने लगते हैं। पेट के फ्लू से बचने के लिए मॉनसून में कुछ भी खाने से पहले एक्सपायरी डेट और गुणवत्ता चेक करें।
5. सेडेंटरी लाइफस्टाइल जीने की आदत
मॉनसून के दिनों में ज्यादातर लोग सेडेंटरी लाइफस्टाइल जीने की आदत डाल लेते हैं। सेडेंटरी लाइफस्टाइल (Sedentary Lifestyle in Hindi) का मतलब है एक ही जगह बैठे रहने की आदत। इस खराब आदत के कारण पेट में दर्द और कब्ज की समस्या हो सकती है। रोज एक्सरसाइज करेंगे, तो खाना आसानी से पच जाएगा और आंत को ज्यादा मेहनत नहीं करना पड़ेगा। बारिश के कारण घर से बाहर नहीं जा सकते, तो घर पर एक्सरसाइज (Home Workouts in Hindi) या योग कर सकते हैं।
इन 5 को बदल लेंगे, तो मॉनसून में पेट दर्द की समस्या से बच सकते हैं। उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इसे शेयर करना न भूलें।