पेट में संक्रमण ज्यादातर मानसून के मौसम के दौरान होता है, क्योंकि वायरस और बैक्टीरिया इस मौसम में बढ़ते हैं। यही कारण है कि हमें मानसून में स्वस्थ और घर का बना भोजन खाने की सलाह दी जाती है। कुछ लोगों की कमजोर प्रतिरक्षा होती है, जो सभी आवश्यक उपाय करने के बावजूद पेट में फ्लू या वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस से ग्रस्त हो जाते हैं। यदि आप भी अक्सर पेट के दर्द से परेशान रहते हैं या उल्टी और दस्त के लक्षणों से को महसूस करते हैं, तो आप पेट के फ्लू से पीड़ित हो सकते हैं। आइए यहां इस लेख में जानें कि पेट के फ्लू से कैसे बचें।
पेट फ्लू या वायरल गैस्ट्रोएन्टराइटिस के लक्षण
यदि आप निम्नलिखित लक्षणों को देखते हैं, तो आपको गैस्ट्रोएन्टराइटिस यानि पेट की समस्या हो सकती है।
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- उल्टी
- पेट दर्द
- पतली दस्त
- ऐंठन
- जी मिचलाना
- निर्जलीकरण
- चक्कर
- सिरदर्द

यदि आप इन सब लक्षणों को महसूस करते हैं या फिर लक्षण असहनीय हो जाते हैं, तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। हल्के लक्षणों और मामलों के महसूस होने पर आप इस स्थिति को कुछ प्राकृतिक उपचारों के साथ बच सकते हैं।
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गैस्ट्रोएंटेराइटिस के लिए घरेलू उपचार
यहाँ पेट के फ्लू के लिए कुछ प्राकृतिक घरेलू उपचार दिए गए हैं, जो स्थिति में महत्वपूर्ण राहत लाने और पेट की परेशानी को कम करने में मदद कर सकते हैं।
दही
हम सभी जानते हैं कि प्रोबायोटिक्स आंत के स्वास्थ्य के लिए वरदान हैं। ये आंत को बहाल करते हैं और एक स्वस्थ पाचन तंत्र को बनाए रखते हैं। दही प्रोबायोटिक्स का सबसे बड़ा स्रोत है क्योंकि यह पेट की सूजन को कम करता है और पेट में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाता है। आपको पेट के फ्लू के बचने के लिए रोजाना कम से कम एक कप दही जरूर खाना चाहिए। प्रोबायोटिक्स मुँहासे को भी रोक सकते हैं।
शहद
कार्बनिक शहद एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरा हुआ है, जो तेजी से वसूली की अनुमति देता है। यह पेट फ्लू को शांत करता है और परेशान करने वाले लक्षणों को कम करता है।
गुनगुने पानी में शहद
आप एक गिलास गुनगुने में 1 चम्मच शहद मिलाएं और इस घोल को बनाकर पिएं। इस घोल को दिन में दो बार पियें। यदि आप भी डिहाइड्रेशन का सामना कर रहे हैं, तो आप ओआरएस घोल में शहद मिलाएं और इस ड्रिंक का सेवन करें।
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हरा केला
पेट फ्लू होने पर आप पके हुए केले के बजाय हरे केले खाएं। हरे केले खाने से पेट के दर्द का इलाज करने में मदद मिलती है। हरे केले में पेक्टिन होता है, जो पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। यह रिकवरी प्रक्रिया को भी तेज करता है। यहाँ जानें कि कैसे हरा केला आपको पेट दर्द से राहत देने में राहत देता है।
- एक हरे केले को धोकर उसकी स्किन यानि छिलके के साथ उबाल लें।
- इसे धीमी आंच पर 7-10 मिनट तक उबालें।
- अब, त्वचा को छील लें और उबले हुए केले को मसल लें।
- आपका स्वाद के लिए कुछ नमक और काली मिर्च भी जोड़ सकते हैं।

हल्दी वाला दूध
हल्दी वाला दूध पीना काफी स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। इसमें एंटी इंफ्लामेटरी गुण और कर्क्यूमिन होता है, जो एंटीऑक्सिडेंट में हाई होता है। यह गैस्ट्रोप्रोटेक्टिव प्रभाव प्रदान करता है। यह पेट फ्लू या वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस की स्थिति में मदद करता है।
- आप एक गिलास दूध गर्म करें और इसमें एक चम्मच हल्दी पाउडर डालें।
- यदि आप पहली बार हल्दी वाला दूध पी रहे हैं, तो आप स्वाद को बेअसर करने के लिए इसमें थोड़ी चीनी मिला सकते हैं।
दालचीनी
दालचीनी एक मसाला है, जो आमतौर पर मौसमी संक्रमण के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है। यह एंटीबैक्टीरियल, एंटीइंफ्लामेटरी और एंटीऑक्सिडेंट, एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी माइक्रोबियल गुणों से भरपूर है। दालचीनी का सेवन करने से आपका पेट तेजी से ठीक होता है।
आप या तो दालचीनी के पानी या दालचीनी की चाय का सेवन कर सकते हैं। इसे बनाने का तरीका यहां दिया गया है:
- एक पैन में एक कप पानी और एक छोटी दालचीनी छड़ी डालें।
- अब इसमें एक उबाल आने दें और फिर गैस को हल्का कर दें।
- अब पैन पर ढक्कन रखें और इसे एक तरफ रखें।
- इसके बाद आप 5 मिनट के बाद इसे पिएं।
इस तरह आप इन घरेलू उपायों की मदद से आसानी से पेट के फ्लू की समस्या से निपट सकते हैं।
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