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गैस्ट्रिक अटैक के क्या लक्षण हैं? डॉक्टर से जानें और अपनाएं ये बचाव टिप्स

Gastric attack in hindi: गैस्ट्रिक अटैक की समस्या इतनी गंभीर होती है कि आप इसे नजरअंदाज नहीं कर सकते। ऐसे में जानें इसका कारण और लक्षण। 
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गैस्ट्रिक अटैक के क्या लक्षण हैं? डॉक्टर से जानें और अपनाएं ये बचाव टिप्स

What is Gastric attack in hindi: गैस्ट्रिक अटैक, एक आम समस्या है। इसकी शुरुआत पेट की परत में सूजन या जलन से होती है लेकिन यह समस्या गंभीर भी हो सकती है। हालांकि, आमतौर पर इसका कारण खराब डाइट और लाइफस्टाइल है पर कई अन्य कारणों से भी आपको गैस्ट्रिक अटैक आ सकता है। इस समस्या के बारे में विस्तार से जानने के लिए और इसे समझने के लिए हमने Dr. Imran Shaikh Consultant GI, HPB Surgeon & GI Oncosurgeon, Wockhardt Hospitals Mumbai Central से बात की। साथ ही जानें उन लक्षणों के बारे में जिनसे आप गैस्ट्रिक अटैक की तुंरत पहचान कर सकते हैं।

गैस्ट्रिक अटैक की समस्या क्यों होती है-Gastric attack causes in hindi

Dr. Imran Shaikh बताते हैं कि गैस्ट्रिक अटैक, जिसे अक्सर तीव्र गैस्ट्रिटिस या पेट से संबंधित असुविधा की अचानक शुरुआत के रूप में जाना जाता है। एक आम पाचन समस्या है जो काफी दर्द और बेचैनी का कारण बन सकती है। यह आमतौर पर तब होता है जब विभिन्न ट्रिगर्स के कारण पेट की परत में सूजन होती है। हालांकि, इसके कई कारण हो सकते हैं। जैसे कि

  • -अनियमित खाने की आदतें जैसे कि भोजन छोड़ना या अधिक खाना।
  • -मसालेदार, ऑयली या एसिडिक खाद्य पदार्थ जो पेट की परत को परेशान करते हैं।
  • -तनाव और चिंता, जो पाचन और पेट के एसिड प्रोडक्शन को प्रभावित करते हैं।
  • -अत्यधिक शराब या कैफीन का सेवन
  • -हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (elicobacter pylori) जैसे संक्रमण।
  • -दर्द निवारक (NSAIDs) या कुछ दवाओं का लंबे समय तक उपयोग।
Gastric attack prevention tips

गैस्ट्रिक अटैक के क्या लक्षण हैं-What is Gastric attack symptoms in Hindi

गैस्ट्रिक अटैक के लक्षण एक या दो दिन तक रह सकते हैं। जिनमें आपको महसूस हो सकता है

-पेट के ऊपरी हिस्से में तेज या जलन वाला दर्द
-पेट फूलना और अत्यधिक गैस बनना
-मतली या उल्टी
-भूख न लगना
-खट्टी डकारें आना या एसिड रिफ्लक्स

हार्ट अटैक जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं

थोड़ा सा खाने के बाद आपको पेट भरा हुआ महसूस हो सकता है। कुछ मामलों में, लक्षण दिल के दौरे के समान लग सकते हैं, इसलिए लगातार या गंभीर सीने में दर्द का हमेशा डॉक्टर से मूल्यांकन करवाना चाहिए। ताकि आप गैस्ट्रिक अटैक के लक्षणों और हार्ट अटैक के लक्षणों के बीच अंतर समझ सकें। जैसे कि डॉक्टर आपके अपर जीआई ट्रैक्ट (GI tract) की एक्स-रे कर सकते हैं। यह टेस्ट आपके पेट की परत में अल्सर या क्षरण का पता लगा सकता है। गंभीर मामलें में एंडोस्कोपी भी की जा सकती है।

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गैस्ट्रिक अटैक से कैसे बचें-Gastric attack prevention tips in hindi

गैस्ट्रिक अटैक को रोकने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल और हेल्दी डाइट को फॉलो करना जरूरी है। ऐसे में आप इन बातों का ख्याल रख सकते हैं। जैसे कि

-एक बार में ज्यादा खाने के बजाय छोटे और बार-बार भोजन करें।
-डाइट में ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियों को शामिल करें जो कि पेट की परतों को हेल्दी रखने में मददगार है।
-नारियल पानी पिएं जो कि इस स्थिति में आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
-मसालेदार, तले हुए और एसिडिक फूड्स से बचें।
-शराब, धूम्रपान और कैफीन का सेवन सीमित करें।
-योग, ध्यान या नियमित शारीरिक गतिविधि के जरिए तनाव को नियंत्रित करें।
-पाचन में सहायता के लिए हाइड्रेटेड रहें और भोजन को ठीक से और आराम से चबाएं।
-खाने के तुरंत बाद लेटने से बचें।

डॉक्टर से सलाह लिए बिना खुद से दवा लेने से बचें, खासकर दर्द निवारक या एंटासिड लेने से पहले भी डॉक्टर से बात करें। क्योंकि कई मामलों में इन दवाओं का सेवन भी आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है और स्थिति को गंभीर बना सकता है। अगर गैस्ट्रिक की परेशानी अक्सर होती है, तो अंतर्निहित स्थितियों का पता लगाने और सही इलाज के लिए हेल्थ एक्सपर्ट से संपर्क करें।

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