FSSAI ने फूड बिजनेस कंपनियों पर कसा शिकंजा, मिल्क प्रोडक्ट्स से A1-A2 जैसे दावे हटाने के दिए निर्देश

What is A1-A2 Milk: हाल ही में एफएसएसएआई ने दूध के पैकेट से A1-A2 जैसे दावों को हटाने के दिए निर्देश जारी किए हैं। आइये जानते हैं पूरे मामले के बारे में। 
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FSSAI ने फूड बिजनेस कंपनियों पर कसा शिकंजा, मिल्क प्रोडक्ट्स से A1-A2 जैसे दावे हटाने के दिए निर्देश


What is A1-A2 Milk: दूध ऐसे खाद्य पदार्थों में शामिल है, जिसका इस्तेमाल अधिकांश घरों में किया जाता है। कुछ लोग गाय, भैंस, बकरी तो कुछ लोग बाजार का पैकेज्ड दूध पीते हैं। मार्केट में दूध के कई नकली ब्रैंड्स और प्रोडक्ट्स भी शामिल हैं। दूध बेचने वाली कई कंपनियां भ्रामक दावे करती हैं। भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने इन कंपनियों पर शिकंजा कसा है। हाल ही में एफएसएसएआई ने दूध के पैकेट से A1-A2 जैसे दावों को हटाने के दिए निर्देश जारी किए हैं। माना जाता है कि A2 दूध स्वास्थ्य के लिए अन्य दूध की तुलना में अधिक लाभकारी होता है। 

बाजार में अब नहीं बिकेगा A1-A2 मिल्क 

एफएसएआई ने A1-A2 दूध की जांच करने के बाद इनमें बीटा-केसीन प्रोटीन की संरचना से जुड़ाव पाया है। अपने नए आदेश में, एफएसएआई ने कहा कि उसने इस मुद्दे की जांच की है और पाया है कि A1 और A2 का अंतर दूध में बीटा-केसीन प्रोटीन की संरचना से जुड़ा हुआ है। यह A1-A2 दूध में पाए जाने वाला प्रोटीन और अमीनो एसिड का एक बेहतरीन मिक्चर है। एफएसएआई ने ई-कॉमर्स के साथ-साथ दूध बनाने वाली कंपनियों को लताड़ लगाई और उन्हें दूध के पैकेट से A1-A2 जैसे भ्रामक दावों को हटाने के निर्देश भी दिए। एफएसएआई ने दूध निर्माता कंपनियों को अपने पहले से छपे लेबल को हटाने के लिए 6 महीने का समय दिया है। 

क्या होता है A1-A2 मिल्क? 

A1 दूध में A1 बीटा केसीन पाया जाता है। यह दूध a1 गाय के द्वारा मिलता है। वहीं, A2 मिल्क आमतौर पर साहीवाल जैसी गायों के द्वारा प्राप्त होता है। कुछ एक्सपर्ट और स्टडी यह दावा करती हैं कि A1 दूध में बीटा केसीन होता है, जो हार्ट से जुड़ी बीमारियों के रिस्क को बढ़ाता है। वहीं, A1 के मुकाबले A2 दूध पीना सेहत के लिए थोड़ा हेल्दी माना जाता है। 

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