पीसीओएस से पीड़ित महिलाएं डाइट में शामिल करें ये 5 तरह के फल और डेयरी प्रोडक्ट्स, मिलेगा फायदा

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम को कंट्रोल करने के लिए आप अपनी डाइट में इन फलों और डेयरी उत्पादों को शामिल कर सकते हैं। 
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पीसीओएस से पीड़ित महिलाएं डाइट में शामिल करें ये 5 तरह के फल और डेयरी प्रोडक्ट्स, मिलेगा फायदा


पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम यानी पीसीओएस एक गंभीर बीमारी है, जो महिलाओं के अंडाशय से जुड़ी होती है। पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं के अंडाशय में सिस्ट की समस्या भी हो सकती है। पीसीओएस के कारण महिलाओं के शरीर में हार्मोन असंतुलित होता है, जिससे गर्भधारन करने में मुश्किल होती है और अन्य कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आयुर्वेदिक गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. सीमा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके PCOS को कंट्रोल करने के लिए आयुर्वेद के अनुसार कुछ फल और डेयरी उत्पाद खाने की सलाह दी है। 

पीसीओएस कंट्रोल करने के लिए फल - Fruits To Control PCOS In Hindi 

पपीता

पपीता विटामिन ए, सी और ई से भरपूर होते हैं और इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो पीसीओएस से जुड़ी सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। इसमें पाचन एंजाइम भी होते हैं, जो पाचन में मदद कर सकते हैं, जिससे PCOS के कारण होने वाली पाचन समस्याओं को कम किया जा सकता है। 

अनार

इसमें एंटीऑक्सिडेंट गुण होते हैं, जो पीसीओएस से जुड़े ऑक्सीडेटिव तनाव और सूजन को कम करने में फायदेमंद हैं। अनार पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में मासिक धर्म चक्र को रेगुलर करने और प्रजनन क्षमता में सुधार करने में मदद कर सकता है। 

आंवला 

आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है, जो इम्यूनिटी को बढ़ावा देने में मदद करता है, जिससे पीसीओएस कंट्रोल हो सकता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जो पीसीओएस के कारण होने वाले एक्ने और पीरियड से जुड़े लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। 

खट्टे फल (जैसे- संतरे, कीनू)

खट्टे फलों में विटामिन सी और अन्य एंटी-ऑक्सीडेंट गुण भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो पीसीओएस से जुड़ी सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव से निपटने में मदद करते हैं। आप इन फलों का जूस पीने के स्थान पर साबुत खट्टे फलों को खा सकते हैं। 

अनानास

अनानास में ब्रोमेलैन, एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों वाला एक एंजाइम होता है, जो पीसीओएस से जुड़ी समस्या कम करने में मदद कर सकता 

इसे भी पढ़ें- पीसीओएस में मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने के लिए अपनाएं ये 4 तरीके, वजन कम करने में भी मिलेगी मदद

पीसीओएस कंट्रोल करने के लिए खाएं ये डेयरी उत्पाद - Dairy Products To Control PCOS in Hindi 

छाछ

छाछ में फेट और कैलोरी कम मात्रा में होती है, जो पीसीओएस वाले व्यक्तियों के वजन कंट्रोल करने के लिए एक अच्छा विकल्प है। इसमें प्रोबायोटिक्स होते हैं जो आंत के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं और अक्सर पीसीओएस से जुड़ी पाचन समस्याओं को कम करने में मदद कर सकते हैं।

घी

इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-9 फैटी एसिड सहित कई स्वस्थ वसा होते है, जो हार्मोन संतुलन का समर्थन कर सकती है और पीसीओएस से जुड़ी समस्या को कम कर सकती है। लेकिन इसका सेवन कम मात्रा में करने चाहिए। ऐसा करने से ये तृप्ति की भावना को बढ़ावा देने और अनहेल्दी फूड्स खाने की क्रेविंग को कम करने में मदद कर सकता है। 

दूध 

पीसीओएस नियंत्रण के लिए दूध का सेवन फायदेमंद हो सकता है। दूध प्रोटीन, हेल्दी फेट और कार्बोहाइड्रेट का मिश्रण होता है, जो ब्लड फ्लो में शुगर के अवशोषण को धीमा करने में मदद कर सकता है। 

आयुर्वेद के अनुसार इन फलों और डेयरी उत्पादों का सेवन पीसीओएस के कारण होने वाली समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है। 

Image Credit- Freepik 

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