How To Boost Metabolism For Pcos: शरीर को हेल्दी रखने और बीमारियों से दूर रखने के लिए मेटबॉलिज्म को बूस्ट करना जरूरी होता है। मेटबॉलिज्म उस प्रक्रिया को कहते हैं जहा आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ शरीर को पोषण देता है। यह शरीर को चलने फिरने की ताकत देने के साथ भोजन पचाने, रक्त संचार और डैमेज सेल्स की मरमम्त करने में मदद करता है। मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने से वजन कम होने के साथ महिलाओं में पीसीओस की समस्या भी कंट्रोल में रहती है। आज के समय में महिलाओं में पीसीओएस की समस्या काफी बढ़ गई है। पीसीओएस में महिलाओं को हार्मोन असंतुलन होने के साथ पीरियड्स में होने वाले दर्द, वजन ज्यादा होना और मूड स्विंग्स की समस्या हो जाती हैं। बहुत सी महिलाएं पीसीओएस का काफी इलाज कराती है। लेकिन कई बार इससे राहत नहीं मिलती है। ऐसे में महिलाओं को पीसीओएस होने पर मेटाबॉलिज्म का लेवल भी कम हो जाता है। मेटाबॉलिज्म बूस्ट होने पर वजन नियंत्रण में रहेगा और त्वचा भी हेल्दी होगी। आइए जानते हैं फिट क्लीनिक की डाइटिशियन सुमन से पीसीओएस होने पर मेटाबॉलिज्म कैसे बूस्ट करें।
डाइट में प्रोटीन को शामिल करें
महिलाओं को पीसीओएस होने पर मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने के लिए डाइट में प्रोटीन को शामिल करें। प्रोटीन के सेवन से मांसपेशियां मजबूत बनती है और वजन भी नियंत्रण में रहता है। प्रोटीन के सेवन के लिए महिलाएं डाइट में दूध, मूंगफली और सोयाबीन का सेवन किया जा सकता है।
एक्सरसाइज करें
महिलाओं को पीसीओएस होने पर मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने के लिए एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। एक्सरसाइज करने के साथ कार्डियो करें और वॉक करें। ऐसा करने से वजन कम होने के साथ पीसीओएस की लक्षणों को कम करने में मदद मिलेगी।
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भरपूर नींद
पीसीओएस होने पर मेटबॉलिज्म को बूस्ट करने के लिए महिलाओं को 7 से 8 घंटे की नींद रात को अवश्य लें। नींद की कमी से तनाव बढ़ने के साथ पीसीओएस के लक्षण भी बढ़ते हैं। अच्छी नींद लेने के लिए सोने से 1 घंटे पहले से स्क्रीन को न देखें।
ग्रीन टी
पीसीओएस होने पर महिलाओं को मेटाबॉलिज्म बढ़ाने के लिए ग्रीन टी का सेवन करना चाहिए। ग्रीन टी वजन कम करने के साथ शरीर को स्वस्थ रखती है। ग्रीन टी पीने से आंत में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा मिलता है, टेस्टोस्टेरोन के स्तर को सामान्य करने में मदद करती है और पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करती हैं।
पीसीओएस होने पर मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने के लिए इन तरीकों को फॉलो किया जा सकता हैं। हालांकि, इन तरीकों को फॉलो करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य लें।
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