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PCOS से पीड़ित महिलाएं अपनाएं ये 4 हेल्दी आदतें, सेहत में होगा सुधार

Healthy Habits For PCOS In Hindi: पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को चाहिए कि वे शुगर का सेवन कम करें और वजन संतुलित रखें।
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PCOS से पीड़ित महिलाएं अपनाएं ये 4 हेल्दी आदतें, सेहत में होगा सुधार

Healthy Habits For PCOS In Hindi: पीसीओएस यानी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम। यह हार्मोन से जुड़ी समस्या है, जो कि महिलाओं को होती है। अगर किसी महिला को पीसीओएस हो जाता है, तो उसके रिप्रोडक्टिव ऑर्गन प्रभावित होने लगते हैं। यही नहीं, पीसीओएस की वजह से महिला के पीरियड्स नियमित नहीं होते हैं। यह बात तो हम सभी जानते हैं कि अगर महिलाओं को पीरियड्स नियमित न हों, तो इससे उनकी फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ता है। इस समस्या से ग्रस्त महिलाओं के लिए भविष्य में कंसीव करना एक बड़ी चुनौती बन जाता है। यही कारण है कि जिन महिलाओं को पीसीओएस है, उन्हें इसे लेकर सतर्क रहना चाहिए। अपना ट्रीटमेंट सही तरह से करवाना चाहिए और डॉक्टर द्वारा दी गई दवा समय से लेनी चाहिए। इसके अलावा, पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को कुछ हेल्दी आदतों (pcos hone par kya kare) को अपनाना चाहिए। इससे उनकी सेहत में सुधार होने की संभावना बढ़ जाती है। जानें, पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को किस तरह की हेल्दी आदतें अपनानी चाहिए। इस बारे में वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से बात की।

PCOS होने पर अपनाएं हेल्दी आदतें- Healthy Habits For PCOS In Hindi

Healthy Habits For PCOS In Hindi

शुगर का सेवन कम करें- Reduce Sugar Intake

पीसीओएस से पीड़ित कई महिलाओं में इंसुलिन रेसिस्टेंस (insulin resistance pcos) की दिक्कत होने लगती है। दरअसल, पीसीओएस हार्मोन में असंतुलन की वजह से होता है। हार्मोनल इंबैलेंस के कारण इंसुलिन रेसिस्टेंस हो जाता है। ऐसे में शरीर सही तरह से इंसुलिन का इस्तेमाल नहीं कर पाता है। आपको बताते चलें कि इंसुलिन पेंक्रियाज द्वारा प्रोड्यूस किया जाता है। शरीर फूड से ग्लूकोज या शुगर का इस्तेमाल एनर्जी में कंवर्ट करने के लिए करता है। इससे ब्लड शुगर का स्तर भी मैनेज रहता है। अगर किसी का ब्लड शुगर का स्तर ज्यादा रहता है, तो उन्हें अपने पीसीओएस के लक्षणों को मैनेज करने के लिए कम मात्रा में शुगर का सेवन करना चाहिए।

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वजन संतुलित रखें- Maintain Weight

पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को अपना वजन संतुलित रखना चाहिए। एक्सपर्ट्स की मानें, तो पीसीओएस से पीड़ित कई महिलाएं ओवर वेट होती हैं। हालांकि, सब महिलाओं के साथ ऐसा नहीं है। इसके बावजूद, यह जान लें कि आवेर वेट होने से पीसीओएस के लक्षण बिगड़ सकते हैं। वैसे भी मोटापे की वजह से गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। इसके अलावा, मोटापे की वजह से डटाइप-2 डायबिटीज का रिस्क भी बढ़ जाता है। ऐसे में वजन को मेंटेन करने से पीसीओएस में सुधार की संभावना बनी रहती है।

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नियमित एक्सरसाइज करें- Do Regular Exercise

Do Regular Exercise

पीसीओएस पीड़ित महिलाओं को नियमित रूप से एक्सरसाइज करना चाहिए। एक्सरसाइज करने से कई तरह के लाभ मिलते हैं। खासकर, पीसीओएस के लक्षणों को कम करने और ओवर ऑल हेल्थ को सुधारने में इसकी अहम भूमिका होती है। यही नहीं, एक्सरसाइज करने से इंसुलिन रेसिस्टेंस और कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है। इस तरह, हार्मोंस बैलेंस रहने में मदद मिलती है।

बैलेंस्ड डाइट लें- Take Balanced Diet

Take Balanced Diet

पीसीओएस के लक्षणों को कंट्रोल करने के लिए बैलेंस्ड डाइट लेना जरूरी है। बैलेंस्ड डाइट में महिलाओं को दालें, बीन्स, बेरी, मटर, ब्रोकली, चिया सीड्स जैसी चीजें शामिल करनी चाहिए। ये सभी चीजें पोषक तत्वों से भरपूर हैं। इससे आपको पर्याप्त मात्रा में फाइबर, अन्य जरूरी मिनरल्स और विटामिंस मिलते हैं। इस तरह, पीसीओएस की समस्या में भी कमी नोटिस की जा सकती है।

Image Credit: Freepik

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