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क्या PCOS के कारण महिलाओं को रात में नींद न आने की समस्या हो सकती है? डॉक्टर से जानें

आज के दौर में ज्यादातर महिलओं को पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में आगे जानते हैं कि क्या पीसीओएस में महिलाओं को स्लीप एपनिया की समस्या हो सकती है?
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क्या PCOS के कारण महिलाओं को रात में नींद न आने की समस्या हो सकती है? डॉक्टर से जानें


Can PCOS Cause Sleep Apnea In Women In Hindi: अनियमित खानपान और लाइफस्टाइल की वजह से महिलाओं को कई तरह की हार्मोनल समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यही वजह है कि आज ज्यादातर महिलाओं को पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) और उससे जुड़े लक्षणों से परेशान है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) एक हार्मोनल विकार है। इसमें महिलाओं के ओवरी में छोटे-छोटे सिस्ट (गांठें) बन जाती हैं, जिससे पीरियड्स अनियमित हो जाता है। इसकी वजह से कई महिलाओं को गर्भधारण में मुश्किलों को सामना करना पड़ सकता है। पीसीओएस में महिलाओं की डाइट और लाइफस्टाइल को बदलने की सलाह दी जाती है। ऐसे में कई बार महिलाओंं के मन में प्रश्न उठता है कि क्या पीसीओएस की वजह से स्लीप एपनिया की समस्या हो सकती है। इस लेख में अंकुरा हॉस्पिटल ऑफ वुमेन एंड चाइल्ड पुणे के सीनियर कंसल्टेंट ऑब्सट्रेटिशियन एंड गाइनाक्लॉजिस्ट, डॉक्टर मधुलिका सिंह (Dr. Madhulika Singh, Senior Consultant Obstetrician & Gynaecologist, Ankura Hospital for Women and Child, Pune) से जानते हैं कि क्या पीसीओएस स्लीप एपनिया का कारण बन सकता है?

क्या PCOS से स्लीप एपनिया हो सकता है? - Can PCOS Cause Sleep Apnea In Women In Hindi

आज के समय में शारीरिक गतिविधियों में आई कमी और जंक फूड खाने की वजह से महिलाओं को प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसमें पीसीओएस सबसे आम समस्या मानी जाती है। इस दौरान महिलाओं को पीरियड्स में अनियमितता,  चेहरे पर ज्यादा बाल आना, वजन में बढ़ोतरी, मुंहासे होना और कंसीव यानी गर्भधारण में परेशानी की समस्या हो सकती है। जैसा कि आपको पहले बताया गया है कि पीसीओएस महिलाओं में होने वाला हार्मोनल डिसऑर्डर है। ऐसे में कहा जा सकता है कि यह महिलाओं को नींद को प्रभावित कर सकता है। स्लीप एपनिया एक नींद से जुड़ा डिसऑर्डर है। यह समस्या उन लोगों में ज्यादा देखने को मिलती है जिनका वजन अधिक होता है। ऐसे में जब पीसीओएस के कारण महिलाओं को वजन बढ़ता है तो यह कुछ मामलों में स्लीप एपनिया का कारण बन सकता है। स्लीप एपनिया में महिलाओं को तेज खर्राटे आते हैं, नींद में सांस बार-बार रूक जाती है, थकान और आलस बना रहता है, सुबह के समय सिरदर्द होना आदि लक्षण महसूस हो (Does PCOS cause difficulty in breathing) सकते हैं। कई स्टडी से पता चलता है कि पीसीओएस में स्लीप एपनिया होने की संभावना बढ़ जाती है। आगे जानते हैं इसके पीछे क्या कारण जिम्मेदार हो सकते हैं। 

मोटापा 

पीसीओएस वाली महिलाओं में वजन बढ़ना बेहद ही आम समस्या मानी जाती है। ऐसे में मोटापा स्लीप एपनिया का एक मुख्य कारण हो सकता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वजन बढ़ने की वजह से गर्दन और रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट के आसपास एकस्ट्रा फैट जमा हो सकता है, जिससे सांस लेने में परेशानी हो सकती है। 

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इंसुलिन रेजिस्टेंस

सामान्य रूप से पीसीओएस में महिलाओं को इंसुलिन रेजिस्टेंस की समस्या देखने को मिलती है। ऐसे में इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही, इंसुलिन रेजिस्टेंस स्लीप एपनिया की संभावना को बढ़ा सकता है। 

एंड्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन में उतार चढ़ाव होना

पीसीओएस में महिलाओं के शरीर में एंंड्रोजन हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है। जो महिलाओं को स्लीप पैर्टन में बदलाव की वजह बन सकता है। वहीं, इस स्थिति में प्रोजेस्टेरोन हार्मोन में कमी हो सकती है। यह हार्मोन नींद को नियंत्रित करता है। लेकिन, जब पीसीओएस में एंड्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन में उतार चढ़ाव होता है तो यह स्लीप एपनिया की संभावना को बढ़ा सकता है। 

पीसीओएस में स्लीप एपनिया से बचाव के लिए क्या करें? - Prevention Tips Of Sleep Apnea During PCOS In Hindi

  • पीसीओएस में महिलाओं को डाइट में जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड को शामिल नहीं करना चाहिए। 
  • संतुलित और पौष्टिक आहार लें, जिसमें प्रोटीन, फाइबर और हेल्दी फैट शामिल हो
  • सोने से पहले कंप्यूटर और मोबाइल के समय को कम करें।
  • सोने और जागने का एक निश्चित समय निर्धारित करें।
  • रोजाना योग और हल्की एक्सरसाइज को लाइफस्टाइल में शामिल करें। 

इसे भी पढ़ें: महिलाओं में 4 तरह के हो सकते हैं पीसीओएस (PCOS), जानें इनके लक्षण और बचाव के उपाय

Can PCOS cause sleep problems: पीसीओएस और स्लीप एपनिया दोनों ही गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जो एक-दूसरे से जुड़ी हो सकती हैं। यदि किसी महिला को PCOS है और वह लगातार खर्राटे लेने, थकान महसूस करने या नींद में परेशानी का सामना कर रही है, तो उसे तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। सही खानपान, नियमित व्यायाम और उचित देखभाल इस समस्या के लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है।

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