Autoimmune Disease Diet: ऑटोइम्यून डिजीज के रोगियों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं? देखें पूरी फूड लिस्ट
ऑटोइम्यून एक ऐसी बीमारी है, जिसमें मरीज का इम्यून सिस्टम अपने स्वस्थ सेल्स पर ही हमला करने लगता है। इम्यून सिस्टम वायरल और बैक्टीरिया से बचने के लिए एंटीबॉडी तैयार करता है, लेकिन ऑटोइम्यून से ग्रसित व्यक्ति का इम्यून सिस्टम अपने ही स्वस्थ कोशिकाओं को बाहरी तत्व समझकर उन पर भी हमला करने लग जाता है। ऑटो इम्यून डिजीज होने पर शरीर में कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए इस समस्या में होने वाली परेशानियों से बचने के लिए रोगियों को सही डाइट फॉलो करना बेहद जरूरी होता है। आज हम इस लेख में डायट मंत्रा क्लीनिक की डायटीशियन कामिनी कुमारी से जानेंगे कि ऑटोइम्यून रोगियों का कैसा होना चाहिए डाइट?
ऑटोइम्यून रोगियों के लिए डाइट चार्ट (Diet Plan for Auto Immune Treatment)
नाश्ता -
अगर आपको ऑटोइम्यून डिजीज है, तो अपने नाश्ते पर अच्छे से ध्यान दें। सुबह 8.30 बजेें से पहले नाश्ता कर लें। सुबह उठते ही सबसे पहले 1 कप दूध के साथ कुछ बिस्किट लें। इसके अलावा आप कम नमक वाला दलिया ले सकते हैं। वहीं, कुछ अन्य विकल्स जैसे- पोहा, उपमा, अंकुरित अनाज, 2 पतली रोटी के साथ मिक्स वेज और 1 प्लेट सलाद भी नाश्ते के रूप में ले सकते हैं।
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दोपहर का खाना-
ऑटइम्यून रोगियों को 1 बजे के आसपास दोपहर का खाना खाने की जरूरत होती है। इस दौरान वे अपने भोजन में 2 पतली रोटियों के साथ 1 कटोरी हरी सब्जी, आधा कप चावल (मांड निकला हुआ), 1 कटोरी डाल और 1 प्लेट सलाद ले सकते हैं।
शाम का स्नैक्स -
शाम में आप 1 कप ग्रीन टी के साथ 2 से 3 बिस्किट ले सकते हैं। इसके अलावा आप दूध और कुछ छुहारे भी ले सकते हैं।
रात का भोजन
रात का भोजन 7 से 8 बजे के बीच कर लें। भोजन में आप 1-2 पतली रोटियों के साथ 1- कटोरी हरी सब्जियां, 1- कटोरी पतली मूंग दाल मूंग ले सकते हैं।
इसके बाद सोने से 30 मिनट पहले 1 कप दूध अपने आहार में जरूर शामिल करें।
ऑटो इम्यून रोगी किन चीजों का कर सकते हैं सेवन?
हरी सब्जियां - ऑटो इम्यून से ग्रसित रोगियों को अपेन आहार में हरी सब्जियों को अधिक शामिल करना चाहिए। इससे उनका इम्यून सिस्टम सही हो सकता है।
फ्रूट्स - ऑटो इम्यून से ग्रसित रोगियों को अपने डाइट में सभी तरह के फ्रेश फ्रूट शामिल करने चाहिएं।
मांसहारी चीजें - अगर आप मांसहारी है, तो आप अपने डाइट में मछली, सीफूड्स, ऑर्गन मीट जैसी चीजें शामिल कर सकते हैं।
फ्रमेटेड प्रोबायोटिक - इसके अलावा ऑटोइम्यून रोगियों को अपने आहार में फर्टेमेड रिच फूड्स को शामिल करना चाहिए। आज चाहें, तो अपने डाइट में अचार, दही, किमची जैसी चीजों को शामिल करें।
तेल - रिफाइंड ऑयल का सेवन करने से बचें। आप अपने आहार में नारियल तेल, ऑलिव ऑयल और एवोकाडो जैसे तेलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपके स्वास्थ्य के लिए हेल्दी माना जाता है।
आटो इम्यून रोगी किन चीजों का नहीं कर सकते हैं सेवन
रिफाइंड युक्त चीजें जैसे- ब्रेड, पास्ता, ओट्स, बार्ले को अपने डाइट में शामिल न करें।
बींस, मूंगफली, टोफू इत्यादि को अपने डाइट में शामिल करने से बचें।
बैंगन, आलू, टमाटर जैसी सब्जियों को खाने से बचें।
कच्चा अंडा, व्हाइट एग को अपने डाइट में शामिल न करें।
इसके अलावा शराब, धूम्रपान से दूर रहें।
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कुछ अन्य टिप्स
नियमित रूप से एक्सरसाइज करें।
सुबह शाम जरूर टहलें।
समय पर खाना खाएं।
स्ट्रेस से बचें।
ऑटो इम्यून से जुड़ी परेशानियों से बचने के लिए आप इन डाइट रुटीन को फॉलो कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि अगर आपकी परेशानी ज्यादा बढ़ रही है, तो सबसे पहले डॉक्टर से जरूर राय लें।
ऑटोइम्यून एक ऐसी बीमारी है, जिसमें मरीज का इम्यून सिस्टम अपने स्वस्थ सेल्स पर ही हमला करने लगता है। इम्यून सिस्टम वायरल और बैक्टीरिया से बचने के लिए एंटीबॉडी तैयार करता है, लेकिन ऑटोइम्यून से ग्रसित व्यक्ति का इम्यून सिस्टम अपने ही स्वस्थ कोशिकाओं को बाहरी तत्व समझकर उन पर भी हमला करने लग जाता है। ऑटो इम्यून डिजीज होने पर शरीर में कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। इसलिए इस समस्या में होने वाली परेशानियों से बचने के लिए रोगियों को सही डाइट फॉलो करना बेहद जरूरी होता है। आज हम इस लेख में डायट मंत्रा क्लीनिक की डायटीशियन कामिनी कुमारी से जानेंगे कि ऑटोइम्यून रोगियों का कैसा होना चाहिए डाइट?
ऑटोइम्यून रोगियों के लिए डाइट चार्ट (Diet Plan for Auto Immune Treatment)
नाश्ता -
अगर आपको ऑटोइम्यून डिजीज है, तो अपने नाश्ते पर अच्छे से ध्यान दें। सुबह 8.30 बजेें से पहले नाश्ता कर लें। सुबह उठते ही सबसे पहले 1 कप दूध के साथ कुछ बिस्किट लें। इसके अलावा आप कम नमक वाला दलिया ले सकते हैं। वहीं, कुछ अन्य विकल्स जैसे- पोहा, उपमा, अंकुरित अनाज, 2 पतली रोटी के साथ मिक्स वेज और 1 प्लेट सलाद भी नाश्ते के रूप में ले सकते हैं।
ऑटइम्यून रोगियों को 1 बजे के आसपास दोपहर का खाना खाने की जरूरत होती है। इस दौरान वे अपने भोजन में 2 पतली रोटियों के साथ 1 कटोरी हरी सब्जी, आधा कप चावल (मांड निकला हुआ), 1 कटोरी डाल और 1 प्लेट सलाद ले सकते हैं।
शाम का स्नैक्स -
शाम में आप 1 कप ग्रीन टी के साथ 2 से 3 बिस्किट ले सकते हैं। इसके अलावा आप दूध और कुछ छुहारे भी ले सकते हैं।
रात का भोजन
रात का भोजन 7 से 8 बजे के बीच कर लें। भोजन में आप 1-2 पतली रोटियों के साथ 1- कटोरी हरी सब्जियां, 1- कटोरी पतली मूंग दाल मूंग ले सकते हैं।
इसके बाद सोने से 30 मिनट पहले 1 कप दूध अपने आहार में जरूर शामिल करें।
ऑटो इम्यून रोगी किन चीजों का कर सकते हैं सेवन?
हरी सब्जियां - ऑटो इम्यून से ग्रसित रोगियों को अपेन आहार में हरी सब्जियों को अधिक शामिल करना चाहिए। इससे उनका इम्यून सिस्टम सही हो सकता है।
फ्रूट्स - ऑटो इम्यून से ग्रसित रोगियों को अपने डाइट में सभी तरह के फ्रेश फ्रूट शामिल करने चाहिएं।
मांसहारी चीजें - अगर आप मांसहारी है, तो आप अपने डाइट में मछली, सीफूड्स, ऑर्गन मीट जैसी चीजें शामिल कर सकते हैं।
फ्रमेटेड प्रोबायोटिक - इसके अलावा ऑटोइम्यून रोगियों को अपने आहार में फर्टेमेड रिच फूड्स को शामिल करना चाहिए। आज चाहें, तो अपने डाइट में अचार, दही, किमची जैसी चीजों को शामिल करें।
तेल - रिफाइंड ऑयल का सेवन करने से बचें। आप अपने आहार में नारियल तेल, ऑलिव ऑयल और एवोकाडो जैसे तेलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपके स्वास्थ्य के लिए हेल्दी माना जाता है।
आटो इम्यून रोगी किन चीजों का नहीं कर सकते हैं सेवन
रिफाइंड युक्त चीजें जैसे- ब्रेड, पास्ता, ओट्स, बार्ले को अपने डाइट में शामिल न करें।
बींस, मूंगफली, टोफू इत्यादि को अपने डाइट में शामिल करने से बचें।
बैंगन, आलू, टमाटर जैसी सब्जियों को खाने से बचें।
कच्चा अंडा, व्हाइट एग को अपने डाइट में शामिल न करें।
ऑटो इम्यून से जुड़ी परेशानियों से बचने के लिए आप इन डाइट रुटीन को फॉलो कर सकते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि अगर आपकी परेशानी ज्यादा बढ़ रही है, तो सबसे पहले डॉक्टर से जरूर राय लें।
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।