
कोरोना महामारी के दौरान दातों की देखभाल कैसे करें, यह भी एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी जरूरी बातें। कोरोना महामारी के दौरान दा
कोरोना महामारी के चलते डेंटल समस्याओं के लिए डॉक्टर के पास जाना संभव नहीं हो पा रहा है।ऐसे में ओरल हेल्थ का कैसे ध्यान रखें। दांतों को कैसे स्वस्थ बनाए रखें कि कैविटी, मसूड़ों से खून आना जैसी अन्य समस्याओं से छुटकारा मिले। दरअसल दांतों का स्वास्थ्य इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप क्या खाते हैं।ऐसे में जानिए कि दांतों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए क्या खाएं और क्या नहीं।
फूड्स को खाने चाहिए (Foods to eat)
1) चॉकलेट (chocolates)
चॉकलेट में अगर अतिरिक्त शुगर कंटेंट ना मिलाया जाए तो दांतों में कैविटी की परेशानी दूर होती है। क्योंकि यह ओरल बैक्टीरिया नहीं पनपने देती और दांतों पर प्लाक भी नहीं जमता है। दरअसल, कोको में पॉलीफेनोल होते हैं जो कैविटी बनाने वाले बैक्टीरिया को मार देते हैं और दांत और प्लाक के बीच बैरियर का काम करते हैं।
2) डेयरी प्रोडक्ट (Dairy products)
चीज़, मक्खन विटामिन K2 से भरपूर होते हैं जो कि दांत को स्वस्थ बनाने में कारगर साबित होते हैं। इसके अलावा अंडे, चिकन, बीफ खाने से भी दांतों का स्वास्थ्य बढ़िया रहता है क्योंकि इनमें फास्फोरस पाया जाता है।
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3) फैटी फ़िश (fatty fish)
फ़िश में विटामिन डी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह पोषक तत्व शरीर के हर सिस्टम के लिए जरूरी होता है। साथ ही यह दांतों को टूटने से बचाता है। विटामिन डी विटामिन ए और K2 के साथ मिलकर दांतों में कैल्शियम पहुंचाता है और एनेमल (enamel) को अंदर से मजबूत करता है। फ़िश में ओमेगा 3s पाया जाता है जो कि मसूड़ों के स्वास्थ्य को बेहतर करता है और मसूड़ों में होने वाली परेशानियों को दूर करता है।
4) हरी सब्जियां (Leafy greens)
हरी सब्जियों में प्री-बायोटिक्स होते हैं जिससे मुंह में हेल्दी ओरल बैक्टीरिया पनपते हैं। हाई कार्बोहायड्रेट फूड्स की अपेक्षा हरी सब्जियां खाने से मुंह में नाइट्राट- कम करने वाले बैक्टीरिया पनपते हैं। हरी सब्जियां जैसे पालक, मेथी आदि ना सिर्फ दांतों की क्लीनिंग में मददगार साबित होती हैं बल्कि यह स्वस्थ ओरल माइक्रोबायोम भी बनाती हैं।
5) खट्टे फल (Grapefruit and oranges)
अंगूर और संतरा दोनों में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है। जो मुंह के भीतर रक्त वाहिकाओं और संयोजी ऊतकों को मजबूत करता है। यह मसूड़ों में सूजन की गति को धीमा कर देता है, अन्यथा मसूड़ों की बीमारी का कारण बन सकता है।
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क्या ना खाएं/पिएं
सूखे फल (Dried fruit)
फल स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं लेकिन सूखे फलों से सारा पानी निकल जाता है और चबाने के लिए बचता है केवल चिपचिपा कैरामल। जिससे ओरल माइक्रोबायोम में शक्कर पहुँचती है। और कैविटी बनने से दांतों में परेशानियां उत्पन्न होने लग जाती है।
सोडा (Soda)
हाई शुगर कंटेंट के अलावा जीरो कैलोरी का दावा करने वाले सोडा में भी ज्यादा मात्रा में एसिड होता है जिससे दांत टूटने, मसूड़ों में जलन जैसी परेशानियां होने लगती है। अगर आप सोडा पीना चाहते हैं तो इसे कम समय के लिए पीजिये और फिर 45 मिनट बाद दांतों को ब्रश कर लीजिए ताकि इससे नुकसान ना पहुंचे।
बीन्स और दाल (Beans and lentils)
बीन्स और दालों को स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है लेकिन इनमें मौजूद फायटिक एसिड से दांत टूटने की संभावना बढ़ जाती है।फायटिक एसिड कैल्शियम, फोस्फोरस, विटामिन डी और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों से मिल जाता है जिसे दांत अवशोषित नहीं कर पाते और नतीजतन कैविटी हो जाती है। दालों और बीन्स से फायटिक एसिड की मात्रा कम करने के लिए इन्हें रात भर भिगोने के बाद इस्तेमाल करें।स्प्राउट्स वाले अनाज में भी फायटिक एसिड की कम पाई जाती है।
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