अमेरिका में हुई एक रिसर्च के अनुसंधानकर्ताओं की मानें तो खाने को लपेटने में इस्तेमाल होने वाला कागज, नॉन स्टिक पैन में लगने वाली कोटिंग और कपड़ों में इस्तेमाल होने वाला केमिकल आपके शरीर के मेटाबॉलिज्म के साथ हस्तक्षेप कर शरीर का वजन बढ़ाने का काम करता है। इन चीजों में जो केमिकल इस्तेमाल होता है उसे परफ्युरॉलकिल सब्स्टेंस PFASs कहते हैं जिससे कैंसर, हॉर्मोन में बदलाव, इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी, हाई कलेस्ट्रॉल और मोटापा होने की आशंका रहती है।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के डिपार्टमेंट ऑफ न्यूट्रिशन के असिस्टेंट प्रफेसर और इस रिसर्च के सीनियर ऑथर की सन के मुताबिक, 'अब पहली बार हमारी रिसर्च के नतीजों में इस बात का खुलासा हुआ है कि PFASs मानव शरीर के वजन नियंत्रण में हस्तक्षेप कर मोटापे को बढ़ाने में मदद करता है।' अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि PFASs जिन्हें ओबीसोजेन्स भी कहते हैं, शरीर के वजन नियंत्रण के साथ हस्तक्षेप करता है और इसका संबंध शरीर के धीमे मेटाबॉलिक रेट से है। जिन लोगों के खून में PFASs की मात्रा ज्यादा होती है, वजन घटने के बाद भी उनके शरीर का मेटाबॉलिज्म बेहद स्लो रहता है।
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साल 2000 के आसपास वेट लॉस को लेकर जो क्लिनिकल ट्रायल हुआ था उसमें शामिल 621 ओवरवेट प्रतिभागियों के डेटा को इस स्टडी में ट्रैक किया गया। इस स्टडी में 2 साल के दौरान वजन घटाने के लिए चार हार्ट-हेल्दी डायट के नतीजों को भी शामिल किया गया। स्टडी में शामिल प्रतिभागियों के खून में PFASs की मात्रा अलग-अलग थी।
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स्त्रोत- एएफपी
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