
अगर आप इस बात को लेकर परेशान हैं कहीं आपको डायबीटीज न हो जाए तो कहीं बाहर जाकर टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं, आपकी कमर और जांघ का साइज बता देगा कि आपको डायबीटीज का खतरा है या नहीं।
अगर आप इस बात को लेकर परेशान हैं कहीं आपको डायबीटीज न हो जाए तो कहीं बाहर जाकर टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं, आपकी कमर और जांघ का साइज बता देगा कि आपको डायबीटीज का खतरा है या नहीं। अगर कमर का साइज ज्यादा और जांघ का साइज कम है तो आपको डायबीटीज होने का रिस्क बहुत ज्यादा है। वहीं इसके उलट अगर कमर का साइज कम है और जांघ मोटी है तो आपको डायबीटीज का खतरा कम है।
दरअसल, दिल्ली के डॉक्टरों ने डायबीटीज का पता लगाने के लिए नया स्क्रीनिंग सिस्टम डिवेलप किया है। इससे लोग घर बैठे यह पता लगा सकते हैं कि उन्हें डायबीटीज का कितना खतरा है। कमर और जांघ का रेश्यो अगर 2.3 से ज्यादा है तो 90 पर्सेंट चांस है कि आपको डायबीटीज हो सकता है। दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में डायबीटीज की स्क्रीनिंग के लिए यह स्टडी की गई थी। स्टडी में 1 हजार 55 मरीजों को शामिल किया गया था। स्टडी में शामिल डॉ अतुल गोगिया ने कहा कि यह स्टडी रेट्रोस्पेक्टिव अनैलेसिस पर आधारित थी।
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हाल ही में इंडियन जर्नल ऑफ एंडोक्राइनॉलजी ऐंड मेटाबॉलिज्म में इस स्टडी को पब्लिश किया गया है। डॉ गोगिया ने कहा कि यह बहुत ही आसान तरीका है। इसकी मदद से कोई भी इंसान अपने डायबीटीज के खतरे को घर बैठे खुद से पता कर सकता है। उन्होंने कहा कि अगर किसी इंसान के कमर का साइज 100 सेमी और जांघ का साइज 25 सेमी है तो इसका रेश्यो 4 सेमी आएगा। ऐसे लोगों को डायबीटीज होने का खतरा बहुत ज्यादा है, उन्हें तुरंत टेस्ट कराना चाहिए, ताकि समय पर इलाज शुरू हो सके।
डॉ गोगिया ने कहा कि हमने अपनी स्टडी में जांघ और कमर का रेश्यो 2.3 तय किया है। उन्होंने कहा कि इससे हम इस नतीजे पर पहुंच रहे हैं कि जिसके कमर का साइज ज्यादा और जांघ का साइज कम होगा, उसका रेश्यो ज्यादा होगा और उनमें डायबीटीज का खतरा ज्यादा होगा। दूसरी ओर जिनके कमर का साइज कम और जांघ का साइज ज्यादा होगा उसका रेश्यो कम आएगा, तो ऐसे लोगों को डायबीटीज का खतरा कम है।
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स्टडी के को-ऑथर डॉ. एस पी ब्योत्रा ने कहा कि जब शुरुआती अवस्था में ही खतरे का पता चल जाए तब ही इलाज सही होता है। इसके लिए हमें आसान और किफायती जांच की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारी स्टडी में पता चला है कि डायबीटीज पीड़ितों की कमर का साइज ज्यादा था और उनकी जांघ पतली पाई गई थी। इस बारे में अतुल काकर ने बताया कि अत्यधिक फैट के कारण भारतीयों की तोंद बड़ी है और जांघें पतली होती हैं। इसकी वजह से डायबीटीज का खतरा अधिक होता है।स्त्रोत-भाषा
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