कोरोना वायरस की दूसरी लहर पर फिलहाल धीरे-धीरे काबू पाया जा रहा है। हालांकि पहले की अपेक्षा मामलों में काफी हद तक कमी आई है। लेकिन अभी इसपर पूरी तरह से अंकुश नहीं लग पाया है। देशभर में टीकाकरण की प्रक्रिया लगातार से जारी है। वैक्सीन लगने से पहले ही लोगों के मन में वैक्सीन को लेकर तरह तरह के ख्याल आते रहे हैं। हालांकि कुछ लोगों में वैक्सीन लगवाने के बाद मामूली साइड इफेकट्स भी देखे गए हैं। लेकिन ऐसे में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। जिसमें वैक्सीन के साइड इफेक्ट के कारण एक व्यक्ति की मौत की खबर सामने आई है। सरकार की ओर से गठित पैनल ने 68 वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति की वैक्सीन के कारण मौत होने की पुष्टि की है।
कैसे हुई मौत
सरकारी पैनल के मुताबिक 68 वर्षीय बुजुर्ग को 8 मार्च को वैक्सीन की डोज लगाई गी थी। वैक्सीन लगने के बाद बुजुर्ग में पहले एनाफिलैक्सिस जैसे लक्षण देखे गए थे। दरअसल एनाफिलैक्सिस होने पर शरीर में दाने निकलने लगते हैं। यह एक प्रकार का एलर्जिक रिएक्श है। शरीर में यह रिएक्शन दिखने के बाद 68 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई। कोरोना की वैक्सीन के कारण भारत में यह पहला मौत का मामला देखा गया है।
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AEFI ने की पुष्टि
AEFI यानि एडवर्स इवेंट्स फॉलोइंग इम्युनाइजेशन ने भी भारत में वैक्सीन के कारण हुई पहली मौत पर पुष्टि की है। AEFI एक ऐसी कमेटी है, जो वैक्सीन के बाद होने वाले किसी भी तरह के साइड इफेक्टस पर पूरी तरह से नजर रखती है। वैक्सीन लगने के बाद यह लोगों में हो रही प्रतिक्रियाओं पर निगरानी रखती है।
एनाफिलैक्सिस के कारण हुई मौत
AEFI कमेटी के चेयरमैन डॉ. एन के अरोड़ा ने यह स्पष्ट किया कि बुजुर्ग व्यक्ति की मौत एनाफिलैक्सिस के कारण हुई है। हालांकि अभी इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि बुजुर्ग ने कौन सी वैक्सीन लगवाई थी। बता दें कि फिलहाल देश में कोवैक्सीन, कोविशील्ड और स्पुतनिक वी वैक्सीन लगाई जा रही हैं। कमेटी की ओर से यह स्पष्ट किया गया कि भारत में वैक्सीन के कारण यह पहली मौत हुई है।
अन्य मौतों की जांच कर रही कमेटी
दरअसल, देशभर में कोरोना की वैक्सीन से 31 लोगों की मौत का दावा किया जा रहा था, जिसपर AEFI द्वारा इस मामले की जांच की गई। जिसमें 31 लोगों की मौत की बात गलत साबित हुई है। कमेटी द्वारा यह स्पष्ट किया गया कि भारत में वैक्सीन से होने वाली मौत की संख्या केवल एक है। बाकि 30 लोगों की मौत किन्हीं अन्य कारणों से हई है। कुछ लोगों द्वारा 31 लोगों की मौत होने का आरोप लगाया जा रहा था।
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दो लोगों में और देखे गए एनाफिलेक्सिस के लक्षण
68 वर्षीय बुजुर्ग के अलांवा भी दो और लोगों में एनाफिलेक्सिस के लक्षण देखे गए हैं। AEFI की कमेटी की रिपोर्ट के मुताबिक 20 वर्ष के आस-पास के दो लोगों में भी एनाफिलेक्सिस के लक्षण देखे गए हैं। इन्हें जनवरी माह में वैक्सीन लगाई गई थी। हालांकि यह मामला पुराना हो गया है। लक्षण दिखने के बाद इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसके बाद दोनों ठीक होकर घर चले गए थे।
सरकार द्वारा गठित पैनल में इस बात की पुष्टी की गई है कि 68 वर्षीय बुजुर्ग की मौत वैक्सीन लगवाने के कारण ही हुई है।
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