हाल ही में महिलाओं के संबंध में हुई एक रिसर्च में वैज्ञानिकों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि जो महिलाएं फर्टीलिटी थैरेपी से गुजरती हैं, बावजूद इसके प्रेग्नेंट नहीं हो पाती उन्हें हार्ट अटैक और दिल से जुड़ी अन्य बीमारियां होने का रिस्क काफी बढ़ जाता है। वैज्ञानिकों ने अपनी रिपोर्ट में ये भी कहा है कि ऐसा इसलिए होता है क्योंकि फर्टीलिटी ट्रीटमेंट के चलते महिलाओं के इलाज में ऐसे ड्रग्स का इस्तेमाल किया जाता है जो ब्लड प्रेशर लेवल को नुकसान पहुंचाते हैं और ब्लड क्लॉट्स के बढ़ने का रिस्क भी बढ़ देते हैं।
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कनाडा के एक हद्य डॉक्टर का कहना है 'हमने ट्रीटमेंट के दौरान दो तिहाई महिलाओं में देखा है कि फर्टीलिटी ट्रीटमेंट के चलते जो महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं हुई हैं उनमें दिल की बीमारी खासतौर से हार्ट फेल होने के ज्यादा केस सामने आए हैं। जबकि जो महिलाएं ट्रीटमेंट के दौरान प्रेग्नेंट हुई हैं उनमें ये रिस्क कम देखा गया है।'
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शोधकर्ताओं का कहना है 'हम लोग फर्टीलिटी ट्रीटमेंट कराने वाली महिलाओं को डरा नहीं रहे हैं बल्कि सावधान कर रहे हैं कि अगर महिलाएं फर्टीलिटी से जुड़ा कोई ट्रीटमेंट करा रही हैं तो उसके लिए उनकी उम्र सीमा भी मायने रखती है। साथ ही किसी अच्छे डॉक्टर के सम्पर्क में ही ऐसा ट्रीटमेंट कराएं और अपनी उम्र का खास कर ध्यान रखें।'
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