Do children teeth come out easily if they are fed Chhuhara : भारत आज डिजिटल जमाने का रूख अपना चुका है। सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक हमारे आसपास लगभग हर दूसरी चीज डिजिटल तरीके से की जा रही है। लेकिन आज के दौर में भी जब बात इलाज की आती है, तो हम डॉक्टर से पहले दादी-नानी के नुस्खों पर जोर देते हैं। हमारे बुजुर्गों के पास हर छोटी-बड़ी बात का देसी इलाज मौजूद होता है।
इन्हीं इलाज में से एक है कि 6 महीनों के बाद बच्चों को छुहारा यानी की सूखा खजूर खिलाया जाए, तो उनके दांत जल्दी और आसानी से निकल आते हैं। पुरानी मान्यता होने के कारण लोग बिना किसी संकोच के इस बात को मान भी लेते हैं। ओनलीमायहेल्थ की फैक्ट चेक सीरिज में हम आज छुहारे खिलाने से बच्चों के दांत आसानी और तेजी से निकलते हैं या नहीं इसकी सच्चाई बताने जा रहे हैं।
इसे भी पढ़ेंः बदलते मौसम में बच्चों को ज्यादा होती है सर्दी-जुकाम की समस्या, राहत के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स
क्या छुहारा दांत निकलने में मदद करता है
पुणे के पिंपरी स्थित डीपीयू सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रद्धा सालुंखे के अनुसार, बच्चों के दांत निकलना एक जैविक प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया आमतौर में बच्चों के जन्म के 6–9 महीने बाद अपने आप शुरू होती है। दांत निकलने के दौरान बच्चों में बुखार, चिड़चिड़ापन, दस्त और उल्टी जैसी परेशानियां देखी जाती है। लेकिन छुहारा खिलाने से बच्चों के दांत तेजी और आसानी से निकल आते हैं, इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ का कहना है कि छुहारा में कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो दांत निकलने के दौरान बच्चों को होने वाली परेशानियों को कम करते हैं।
इसे भी पढ़ेंः सिर्फ भूख नहीं इन 3 कारणों से भी मुंह में उंगली डालता है बच्चा, डॉक्टर से जानें इसके बारे में
दांत निकलते समय बच्चों को छुहारा खिलाने के फायदे- Benefits of feeding dates to children during teething
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें, तो दांत निकलते समय शिशु को छुहारा खिलाया जाए, तो यह उनके स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालता है। आइए जानते हैं इसके बारे में...
1. मसूड़ों और दांतों को बनाए मजबूत
डॉक्टर के अनुसार, छुहारा में कैल्शियम की भरपूर मात्रा पाई जाती है। बच्चों को खजूर खिलाने से मसूड़ों को मजबूत बनाने और स्वस्थ दांतों के विकास को बढ़ावा मिलता है।
2. मसूड़ों की सूजन को करता है कम
6 महीने की उम्र के बाद जब बच्चों के दांत निकलने की प्रक्रिया शुरू होती है, तो उनके मसूड़ों में सूजन आ जाती है। इस सूजन को करने में भी छुहारा काफी फायदेमंद होता है।
3. पाचन समस्याओं को करता है दूर
दांत निकलते समय बच्चों की पाचन क्रिया कमजोर हो जाती है। छुहारा में मौजूद हाई फाइबर दांत निकलने के दौरान मल त्याग को नियंत्रित करने और कब्ज से राहत दिलाने में मददगार होता है।
इसे भी पढ़ेंः जन्म के कितने समय बाद करना चाहिए बच्चे का मुंडन? जानें डॉक्टर से
बच्चों को छुहारा कैसे खिलाएं- How to feed dates to children
डॉ. श्रद्धा सालुंखे का कहना है कि बच्चों को 6 महीने की उम्र के बाद बिना किसी संकोच के छुहारा दिया जा सकता है।
- बच्चों को छुहारा खिलाने के लिए 2 से 3 पीस छुहारे को रातभर पानी में भिगो दें।
- अगली सुबह छुहारे को पानी में उबालकर पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को दलिया, खिचड़ी और दूध में मिलाकर बच्चों को खिलाएं।
इसे भी पढ़ेंः शिशु के दिमागी विकास को नुकसान पहुंचाती हैं ये 5 चीजें, डॉक्टर से जानें इसके बारे में
निष्कर्ष
डॉक्टर के साथ बातचीत के आधार पर ऐसा कहा जा सकता है कि छुहारा खाने से बच्चों के दांत आसानी से और तेजी से निकलते हैं, इस दावे में किसी प्रकार की कोई सच्चाई है। हालांकि छुहारा एक पौष्टिक आहार है। इसका सेवन बच्चों को कराया जाए, तो यह दांत और हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार हो सकता है। बच्चों के आहार में कोई भी ठोस पदार्थ शामिल करने से पहले डॉक्टर से जरूर करें।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version