मानसिक बीमारियां, आज के समय में बढ़ती जा रही हैं और हम में से बहुत से लोगों को इस बात का अंदाजा भी नहीं है कि हम भी इसके शिकार हो रहे हैं। दरअसल, अगर आप लंबे समय तक निराश रहते हैं या फिर आपके मन में कोई दुख बैठ गया है तो आने वाले समय में आप किसी न किसी मानसिक बीमारी के शिकार हो सकते हैं। भले ही आपको यह बात गंभीर नहीं लग रही हो लेकिन, मानसिक बीमारियों की शुरुआत दुख, अवसाद और मूड स्विंग्स से ही शुरू होती है। शुरुआत के साथ ही यह धीमे-धीमे गंभीर रूप लेने लगती है। जैसे कि आपने महसूस किया होगा कि अक्सर लोग खुशी में भी निराश महसूस करते हैं। यह असल में हार्मोन की गड़बड़ी की वजह से हो सकता है। तो क्या है यह हार्मोन और उसकी कमी आपको कैसे प्रभावित कर सकती है, इस बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने Dr. Nidhin Mohan, Consultant, Internal Medicine से बात की।
इस हार्मोन की कमी से लोग खुशी के माहौल में भी रहते हैं गमगीन
एंडोर्फिन हार्मोन की कमी से लोग खुशी के माहौल में भी लोग गमगीन महसूस करते हैं। Dr. Nidhin Mohan बताते हैं कि ''एंडोर्फिन एक ऐसा हार्मोन नहीं है जिसे ज्यादातर नियमित परीक्षणों में मापा जाता है। एंडोर्फिन के स्तर की जांच आमतौर पर केवल शोध प्रयोगशालाओं में ही की जाती है। लेकिन एंडोर्फिन शरीर में प्राकृतिक रूप से बनने वाला हार्मोन है, इसे मूल रूप से खुशी का हार्मोन कहा जाता है। कोई भी गतिविधि जो आपको खुश करती है, आपके एंडोर्फिन के स्तर को बढ़ाएगी। इसलिए अपने एंडोर्फिन के स्तर को बढ़ाने के लिए, ऐसी गतिविधियां करें जो आपको खुश करें।''
एंडोर्फिन हार्मोन की कमी का क्या कारण है-Causes of endorphin deficiency
एंडोर्फिन हार्मोन की कमी का सबसे बड़ा कारण है तनाव जो हमें लंबे समय तक रहा हो। इसके अलावा अवसाद, चिंता और कोई पुराना दर्द भी एंडोर्फिन होर्मोन की कमी का कारण बन सकता है। इसके अलावा शरीर में सेरोटोनिन की कमी भी के सबसे आम कारणों में से एक हो सकता है। अवसाद अन्य हार्मोन जैसे सेरोटोनिन और अन्य न्यूरोट्रांसमीटर से अधिक जुड़ा हुआ है।
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एंडोर्फिन हार्मोन के लक्षण-Endorphin deficiency symptoms
अगर व्यक्ति उदास और सुस्त मूड में है तो यह इस बात का संकेत हैं एंडोर्फिन का स्तर कम हो रहा है। यह मुख्य रूप से शारीरिक गतिविधियों या मानसिक गतिविधियों जैसे आपके मूड के स्तर को बेहतर बनाने पर आधारित है। इसके अलावा लंबे समय के लिए दुखी रहना भी एंडोर्फिन का लक्षण हो सकता है। इसके अलावा अगर खुशी के माहौल भी लो महसूस करते हैं तो यह एंडोर्फिन हार्मोन का लक्षण हो सकता है।
एंडोर्फिन हार्मोन को कैसे बढ़ाएं-How to increase endorphin hormone
डॉ. मोहन यह भी बताते हैं कि यह हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकता है। यह शारीरिक व्यायाम हो सकता है या दोस्तों से मिलना-जुलना या कुछ भी जो आपको मूल रूप से खुश करता हो। अभी तक एंडोर्फिन के लिए कोई विशेष टेस्ट या ऐसा कुछ नहीं आया है जो बता सके कि एंडोर्फिन हार्मोन। यह सिर्फ एक खुशी का हार्मोन है जो आपकी खुशी के स्तर को बढ़ाने के लिए नियमित गतिविधियों द्वारा निर्मित होता है।
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हालांकि, एंडोर्फिन के स्तर को बढ़ाने के लिए किसी भी उपचार के बारे में एंडोर्फिन पर अधिक शोध नहीं किया गया है। बस यही है कि आप खुश रहें। इसके अलावा हार्मोनल असंतुलन को कम करने के लिए आप एक्सरसाइज करें और डाइट का ध्यान रखें और लंबे समय तक कोी बात मन को परेशान करे तो इसे लोगों के साथ शेयर करें।