Pindasana (Embryo Pose): पिण्डासन को करने से सेहत को होते हैं ये 5 फायदे, जानें इसकी विधि

अगर आप नियमित रूप से पिण्डासन को करते हैं तो यह पेट की समस्या को दूर करने में कारगर है। ऐसे में जानते हैं पिण्डासन के फायदे और करने की विधि।
  • SHARE
  • FOLLOW
Pindasana (Embryo Pose): पिण्डासन को करने से सेहत को होते हैं ये 5 फायदे, जानें इसकी विधि


पिण्डासन को अंग्रेजी में एंब्रियो पोज या foetus पोज भी कहा जाता है। बता दें कि इस आसन को करने से पेट की सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं। इसके अलावा कंधे, गर्दन, बाजू की मांसपेशियां भी मजबूत होती है। बता दें कि पिंड को भ्रूण भी कहा जाता है। जैसे कि नाम से ही पता चल रहा है कि इस आसन में शरीर की स्थिति भ्रूण की अवस्था में आ जाती है यही कारण है कि इसका नाम पिण्डासन रखा गया है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि पिण्डासन करने की क्या विधि है साथ इसके फायदों के बारे में भी जानेंगे। पढ़ते हैं आगे...

 

पिण्डासन करने की विधि

सबसे पहले जमीन पर मैप बिछाएं और उस मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने दोनों हाथों को साइड में जमीन पर टिकाएं और गहरी लंबी सांस अंदर खींचते हुए दोनों पैरों को ऊपर उठाएं। ऐसा करते हुए अब आप हलासन की स्थिति बनाएं। अभी भी आपके हाथ जमीन पर टिके होने चाहिए। अब पीठ को सहारा देते हुए हाथों को पीठ पर लेकर जाएं। इसके दौरान गहरी सांस एक से दो बार लें। अब पैरों को नीचे की तरफ मोड़े और अपने हाथों को आगे की तरफ लेकर आएं। अपने पैरों और घुटने को इतना मोडें की वो चेहरे के पास आ जाएं। अगर आप संतुलन नहीं बना पा रहे हैं तो तो पीठ को सहारा देती मुद्रा में ही रहें। अब नाक को केंद्र मानते हुए अपनी आंखों को नाभि पर लेकर जाएं। अब इस स्थिति में कम से कम 30 से 40 सेकंड तक रहें। आप अपनी क्षमता के अनुसार भी समय को निर्धारित कर सकते हैं। उसके बाद फिर से पुरानी अवस्था में धीरे-धीरे लौट आएं। दूसरी प्रक्रिया शुरू करने से पहले 2 मिनट का विश्राम लें।

इसे भी पढ़ें- Inverted Lotus Pose: ऊर्ध्व पद्मासन करने से सेहत को होते हैं ये 5 फायदे, जानें इसे करने की विधि

पिण्डासन करने के फायदे

1 - पिण्डासन को नियमित रूप से करने से रीढ़ की हड्डी को फायदा मिलता है।

2 - दिमाग की शांति के लिए पिण्डासन एक अच्छा उपाय है ऐसे में यह शरीर में स्थिरता भी लाता है।

3 - अगर आपके पेट में दर्द हो रहा है तो फिर आसन को करने से दर्द में राहत मिलती है।

4 - कब्ज की समस्या को दूर करने में पिण्डासन एक अच्छा विकल्प है।

5 - कूल्हे, घुटने में लचीलापन को वापस लाने में पिण्डासन आपकी मदद कर सकता है।

इसे भी पढ़ें- Murcha Pranayama Steps: मानसिक रोगों को दूर करने में मूर्छा (मूर्च्छा) प्राणायाम है मददगार, जानें इसकी विधि

कौन लोग ना करें इस पिण्डासन को

1 - अगर आपको बीपी की समस्या है तो इस आसन को करने से बचें।

2 - जिन लोगों के सिर में दर्द रहता है या रीढ़ की हड्डी में कोई परेशानी है तो वह भी इस आसन को करने से बचें।

3 - अगर आपके कूल्हे, घुटने या टखने में कभी कोई चोट आई है तो पिण्डासन को ना करें।

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि यह पेट के लिए बेहद फायदेमंद हैष लेकिन बता दें पिण्डासन बेहद कठिन होता है ऐसे में एक्सपर्ट के देखरेख में ही पिण्डासन को करें।

Read More Articles on yoga in hindi

Read Next

कोरोनाकाल में फेफड़ों को मजबूत रखने के लिए घर पर करें ये 3 योगासन, मिलेगा फायदा

Disclaimer