Easy Tips to Feed Your Child: "मेरा बच्चा 1 साल से ज्यादा उम्र का हो चुका है, लेकिन मैं उसे जब भी खाने के लिए देती हूं, वह खाता ही नहीं है। मेरा बेटा अपना पूरा खाना फिनिश कर ले, इसके लिए मैं खाने में कई तरह के कलर्स और तीखा, मीठा और खट्टा बैलेंस करने की कोशिश करती हैं, इसके बावजूद वह थाली को देखकर मुंह सिकोड़ लेता है।" मेरी तरह कई सारी न्यू मॉम्स भी बच्चों के खाने को लेकर इस तरह की शिकायत करती हैं। न्यू मॉम्स समझ ही नहीं पाती हैं कि आखिरकार बच्चे को ठीक तरह से खाना कैसे खिलाया जाए (What is the proper way of feeding a baby), ताकि उनका शारीरिक विकास सही तरीके से हो सके।
बच्चे को पेट भर खाना खिलाने के लिए न्यू मॉम्स कई तरह की प्रैक्टिस करती हैं, सर्च इंजन साइट गूगल पर जाकर वीडियो और कंटेंट पढ़कर उसे अप्लाई करने की भी कोशिश करती हैं। इसके बावजूद बच्चा खाना देकर भागने की कोशिश करता है। अगर आप भी बच्चे के सही तरीके से खाना न खाने से परेशान हैं, तो इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं बच्चों को खाना खिलाने के 3 गोल्डन रूल्स। इन रूल्स को अपनाने के बाद (Easy Tips to Feed Your Child) न सिर्फ आपका बच्चा अपना पूरा खाना फिनिश करेगा, बल्कि मांग-मांग कर भी खाएगा। इस विषय पर लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आनंद केयर क्लीनिक के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरुण आनंद (Dr. Tarun Anand (Pediatrician) Lucknow) ने इंस्टाग्राम पर वीडियो भी पोस्ट किया है।
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बच्चों को खाना खिलाने के 3 नियम - Easy Tips to Feed Your Child in Hindi
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1. बच्चों को हाई चेयर
डॉ. तरुण का कहना है कि छोटे बच्चों को सॉलिड फूड खिलाने से पहले हाई चेयर जरूर देनी चाहिए। बच्चों को हाई चेयर पर बैठकर खिलाने से उनके शरीर की पोजीशन सही रहती है। साथ ही, खाना बच्चे के बिल्कुल आंखों के सामने होता है। जब खाना बच्चों की आंखों के बिल्कुल सामने होता है, तो वह उसकी तरफ आकर्षित होकर खाता है। हाई चेयर के साथ बच्चे के खाने के समय को खेल के समय में बदल दें। बच्चों को खाना देने के लिए रंगीन प्लेट और बर्तन इस्तेमाल करें और अपने बच्चे को अलग-अलग बनावट और रंगों को आजमाने दें।
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2. बच्चे का पेट हमेशा दूध न भरें
कई बार पेरेंट्स बच्चे के सॉलिड फूड खाने के बारे में तो चिंता करते हैं, लेकिन बच्चे को दिए जाने वाले दूध की मात्रा को कम नहीं करते हैं। अगर आपने कुछ वक्त पहले ही बच्चे की डाइट में सॉलिड फूड को शामिल किया है, तो हर 2 से 3 घंटे पर बच्चे को दूध न पिलाएं। ऐसा करने से बच्चे का पेट थोड़ा-सा खाली होने पर वह खाने की डिमांड करेगा। डॉ. तरुण आनंद का कहना है कि छोटे बच्चों को कभी भी प्लेट में भरकर खाना नहीं देना चाहिए। प्लेट ज्यादा भरी होने के कारण भी छोटे बच्चे खाने में दिलचस्पी कम दिखाते हैं। इसलिए, कम मात्रा में बच्चे के खाने के पोर्शन को बढ़ाएं।
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3. ध्यान भटकने से बचाएं
ध्यान रहे कि छोटे बच्चों का दिमाग ज्यादा चंचल होता है। इसलिए, उनका ध्यान जल्दी भटक जाता है। बच्चों को खाना खिलाते समय खिलौने, टीवी और किसी भी तरह के अन्य आवाज से दूरी बनाकर रखें। जब बच्चे का दिमाग खाने पर फोकस रहेगा, तो वह सही तरीके से खाएगा।
डॉ. तरुण की मानें तो, बच्चों का खाने में नखरेबाजी करना सामान्य बात है। इसके लिए पेरेंट्स धैर्य बनाकर रखें।
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