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11 की उम्र से पहले पीरियड्स और 21 से पहले प्रेग्नेंसी खतरनाक, वैज्ञानिकों ने बताया पूरी जिंदगी रहता है असर

कम उम्र में पीरियड्स आने और जल्दी मां बनने पर महिला में कई गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। जानें नई स्टडी में वैज्ञानिकों ने क्या बताया।
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11 की उम्र से पहले पीरियड्स और 21 से पहले प्रेग्नेंसी खतरनाक, वैज्ञानिकों ने बताया पूरी जिंदगी रहता है असर


क्या आपको पता है कि शरीर में आने वाले कुछ शुरुआती बदलाव, जैसे बहुत कम उम्र में पीरियड्स आना या कम उम्र में मां बनना, आगे चलकर सेहत पर गहरा असर डाल सकते हैं? हाल में eLifeजर्नल में पब्लिश हुई एक स्टडी बताती है कि महिलाओं में प्रजनन की टाइमिंग (Reproductive Timing) उनकी पूरी जिंदगी की सेहत पर असर डाल सकती है। रिसर्चर्स के मुताबिक अगर किसी लड़की को बहुत कम उम्र में पीरियड्स आते हैं या कोई महिला कम उम्र में मां बन जाती है, तो भविष्य में उसे कई गंभीर बीमारियां होने का खतरा होता है।

कम उम्र में पीरियड्स आने और प्रेग्नेंट होने के खतरे

इस स्टडी में बताया गया है कि अगर किसी लड़की को 11 साल से पहले पीरियड्स आ जाते हैं, या कोई महिला 21 साल से पहले मां बन जाती है, तो भविष्य में उसके डायबिटीज, हार्टफेलियर और मोटापे का खतरा काफी बढ़ जाता है। स्टडी के मुताबिक ऐसी महिला में मोटापे का खतरा लगभग चार गुना ज्यादा, डायबिटीज और हार्टफेलियर का रिस्क लगभग दोगुना ज्यादा होता है। दरअसल शरीर जल्दी मैच्योर हो जाए, तो उसका असर बुढ़ापे तक दिखाई दे सकता है।

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वजन का भी बड़ा रोल

रिसर्चर्स ने पाया कि BMI (बॉडी मास इंडेक्स) इस पूरे मामले में अहम रोल निभाता है। जल्दी पीरियड्स या जल्दी मां बनने वाली महिलाओं में अक्सर वजन बढ़ जाता है। यही बढ़ा हुआ BMI आगे चलकर डायबिटीज और हार्टडिजीज जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।

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क्यों होता है ऐसा?

वैज्ञानिक इसे ‘evolutionary trade-off’ कहते हैं। यानी शरीर अगर जल्दी रिप्रोडक्शन के लिए तैयार हो जाए, तो शॉर्ट-टर्म में फायदा तो मिलता है, लेकिन लॉन्ग-टर्म में इसकी कीमत उम्र बढ़ने और बीमारियों के रूप में चुकानी पड़ सकती है।

स्टडी के बारे में डॉक्टर की राय

इस स्टडी के बारे में डॉक्टर की राय जानने के लिए हमने बात की Dr Sreeja Rani V R, Senior Consultant in Obstetrics and Gynecology, Kinder Hospitals - Bangalore से। उन्होनें बताया, “ये भले ही एक स्टडी हो, लेकिन इसके नतीजे नजरअंदाज नहीं किए जा सकते। यह साफ दिखाता है कि किसी महिला के प्रजनन से जुड़े अनुभव उसकी आगे की हेल्थ पर कितना असर डालते हैं। अगर बहुत जल्दी पीरियड्स आ जाएं या कम उम्र में मां बनना हो, तो आगे चलकर मोटापा, डायबिटीज और हार्टडिजीज जैसी समस्याओं का खतरा ज्यादा हो सकता है। इसका कारण शुरुआती उम्र में होने वाले हार्मोन और मेटाबॉलिज्म के बदलाव माने जाते हैं, जो जिंदगीभर की सेहत पर असर डालते हैं। हम डॉक्टरों के लिए यह मैसेज है कि जिन महिलाओं में ऐसे फैक्टर्स हों, उन्हें समय पर हेल्थचेकअप और लाइफस्टाइल में सही बदलाव की सलाह दी जाए। सबसे अहम यह है कि महिलाओं को ये समझाया जाए कि उनका शुरुआती हेल्थ इतिहास भी उनके भविष्य की सेहत को तय कर सकता है।”

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ऐसी स्थिति में क्या करें महिलाएं?

अगर आपके साथ या आपके परिवार की किसी महिला के साथ जल्दी पीरियड्स या जल्दी प्रेग्नेंट होने का अनुभव रहा है, तो घबराने की जरूरत नहीं। इसका मतलब बस इतना है कि आपको अपनी हेल्थ पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। कुछ बातों का ध्यान रखकर आप खुद को हेल्दी रख सकती हैं।

  • सही डाइट और एक्सरसाइज से अपना वजन नियंत्रित रखें।
  • नियमित चेकअप करवाएं, खासकर शुगर और हार्टहेल्थ से जुड़े टेस्ट
  • हेल्दीलाइफस्टाइल अपनाएं और एक्टिव रहें।
  • अच्छी नींद और बैलेंस्डडाइट लें।

कुल मिलाकर पीरियड्स और प्रेग्नेंसी दोनों ही महिलाओं के शरीर में बड़े बदलाव लाते हैं। पीरियड्स पर तो आपका वश नहीं लेकिन कम से कम प्रेग्नेंसी आपको सही उम्र में ही प्लान करना चाहिए। 

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