दूध और दूध से बने उत्पाद सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होते हैं। यह पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। लेकिन फैटी लिवर वाले लोग दूध का सेवन करने से कतराते हैं, या दूध और दूध से बने उत्पादों का सेवन करने से बचते हैं। फैटी लिवर एक जीवनशैली से जुड़ी समस्या है। यह लिवर की गंभीर स्थिति है। यह स्थिति तब पैदा होती है जब आपके पिनर की कोशिकाओं में गैर जरूरी फैट की मात्रा बढ़ जाती है। इस स्थित में ज्यादा फैट वाले, जंक और प्रोसेस्ड फूड्स से बचने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इन्हे पचा पाना मुश्किल होता है साथ ही यह लिवर में अतिरिक्त चर्बी का कारण बनते हैं। इसके कारण पेट संबंधी समस्याएं होती है, और वजन बढ़ने की समस्या भी होती है।
लेकिन बहुत से लोग इस बात को लेकर काफी असमंजस में रहते हैं कि क्या फैटी लिवर में दूध पी सकते हैं? या क्या फैटी लिवर में दूध पीना चाहिए? क्योंकि दूध में भी फैट मौजूद होते है, और अक्सर यह देखा जाता है कि कुछ लोगों को दूध को पचाने में दिक्कत होती है। इसलिए लोग फैटी लिवर में दूध पीने से बचने की कोशिश करते हैं। फैटी लिवर में दूध पी सकते हैं या नहीं इसके बारे में बेहतर जानकारी के लिए हमने क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट, डाइटीशियन और सर्टिफाइड डायबिटीज एजुकेटर गरिमा गोयल से बात की। आगे जानें फैटी लिवर में दूध पी सकते हैं या नहीं (Drinking Milk In Fatty liver Safe Or Not In Hindi)।
क्या फैटी लिवर में दूध पीना नुकसानदायक है? (Drinking Milk In Fatty liver Safe Or Not In Hindi)
डायटीशियन गरिमा की मानें तो दूध और दूध से बने उत्पादों में कई जरूरी पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो अन्य फूड्स में नहीं होते हैं। लेकिन आपको हमेशा फुल फैट वाले दूध और उससे बने उत्पादों के सेवन से बचना चाहिए, क्योंकि वे आपके फैटी लिवर और हाई कोलेस्ट्रॉल के जोखिम को बढ़ाते हैं। फुल फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स में अनहेल्दी फैट मौजूद होता है। जैसे कि आमतौर पर उदाहरण के लिए, फुल फैट मिल्क में 7.9 ग्राम फैट होता है, जिसमें से 4.6 ग्राम अनहेल्दी फैट होता है।
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फैटी लिवर में दूध पीना चाहिए या नहीं (Is Drinking Milk In Fatty Liver Safe In Hindi)
इसमें कोई संदेह नहीं है कि दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण खनिज प्रदान करते हैं। जो सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अगर आप अपनी डाइट में कम फैट वाले या स्किम्ड मिल्क का सेवन करते हैं, तो इससे आपको नुकसान नहीं होता है। क्योंकि इस तरह के दूध में सिर्फ दूध से फैट की मात्रा कम की जाती है, बाकी जरूरी पोषक तत्व बरकरार रहते हैं। आप कम फैट, स्किम्ड मिल्क या 0 फैट वाले दूध का सेवन कर सकते हैं। इससे कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ही, वजन प्रबंधन और शरीर को पर्याप्त पोषण प्रदान करने में मदद मिलेगी।
आप धीरे-धीरे लॉ फैट वाले दूध पर स्विच करना शुरू कर सकते हैं। अपनी कॉफी में फैट फ्री दूध का प्रयोग करें। अन्य डेयरी प्रोडक्ट्स भी में भी कम फैट वाले प्रोडक्ट्स का विकल्प चुनें।
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यह भी ध्यान रखें
फैटी लिवर एक जीवन शैली रोग है, इसके उपचार का अभी कोई मानक रूप नहीं है। हालांकि जीवनशैली में कुछ सामान्य बदलाव के साथ आप इससे आसानी से छुटकारा पा सकते हैं। संतुलित आहार लें, और नियमित एक्सरसाइज करें। फल-सब्जियों, नट्स और ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें। हेल्दी फैट्स से भरपूर फूड्स का सेवन करें। जंक और प्रोसेस्ड फूड्स के सेवन से बचें। डायबिटीज, मोटापे और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखें।
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(With Inputs: Dietitian Garima Goyal, MS, RD, CDE, Founder- Dt. Garima Diet Clinic , Ludhiana, Punjab)