अभी तक हम लोगों ने सिर्फ पपीते के पत्तों को बहुत ही सीमित तरीके से उपयोग किया होगा, प्लेटलेट्स के कम हो जाने पर या त्वचा सम्बन्धी या कोई और प्रयोग। मगर आज जो हम आपको बताने जा रहें हैं, ये वाकई आपको चौंका देगा, आप सिर्फ 5 -6 हफ्तों में कैंसर जैसी भयंकर रोग को जड़ से ख़त्म कर सकते हैं।
कई प्रकार के वैज्ञानिक शोधों से पता लगा है कि पपीता के सभी भागो जैसे फल, तना, बीज, पत्तिया, जड़ सभी के अन्दर कैंसर की कोशिका को नष्ट करने और उसके वृद्धि को रोकने की क्षमता पाई जाती है। विशेषकर पपीता की पत्तियों के अन्दर कैंसर की कोशिका को नष्ट करने और उसकी वृद्धि को रोकने का गुण अत्याधिक पाया जाता है।
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पपीता की पत्तियां डायरेक्ट कैंसर को खत्म कर सकती है, उनके अनुसार पपीता कि पत्तिया बहुत प्रकार के कैंसर को खत्म कर सकती है जिनमे मुख्य है-
ब्रेस्ट कैंसर
लंग कैंसर
लिवर कैंसर
इसमें जितनी ज्यादा मात्रा पपीता के पत्तियों की बढाई गयी है, उतना ही अच्छा परिणाम मिला है, अगर पपीता की पत्तिया कैंसर को खत्म नहीं कर सकती है लकिन कैंसर की प्रोग्रेस को जरुर रोक देती है।
कैंसर से इस तरह बचाए पपीते के पत्तों से बनी ये चाय
ल्यूक कोतिन्हो, एम.डी. ऑल्टरनेटिव मेडिसिन एंड फाउंडर ऑफ प्योर न्यूट्रीशन का कहना है कि “पपीते की पत्तियों में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं। हम सभी जानते हैं कि जब भी हमारे शरीर में इम्यूनिटी कम हो जाती है और एंटीऑक्सिडेंट्स की कमी आ जाती है, तो इससे कैंसर के पनपने का डर लगा रहता है। पपीते के पत्तों से बनी चाय कैंसर के इलाज के लिए काफी अच्छी मानी जाती है”।
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इसके अलावा वह कहते हैं कि “पपीते के पत्तों की चाय आपके इम्यूनिटी सिस्टम में साइटोकिन्स को बढ़ावा देते हुए शरीर से और भी कई बीमारियों का सफाया करती है। पपीते के पत्तों में ‘पपाइन’ नाम का पदार्थ पाया जाता है, जो कैंसर के सेल्स को रोकने में मदद करता है। पपाया लीफ ब्रू एक ऐसे ही प्रकार की हर्बल टी है, जो आपके लिए एक कैंसर रोधक दवाई बन सकती है। इस हर्बल टी को आप दिन में चार से छह कप तक ले सकते हैं। रही बात इसके मिलने की, तो आप इसे ऑनलाइन या फिर मार्केट से आसानी से खरीद सकते हैं”।
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