Does weight lifting really strengthens pelvic floor: पेल्विक फ्लोर का मजबूत रहना बहुत जरूरी होता है। कई बार पेल्विक फ्लोर के आस-पास की मांसपेशियां अगर कमजोर हों तो इससे शरीर के कई अंग प्रभावित हो सकते हैं। वेट लिफ्टिंंग करने करना एक अच्छी एक्सरसाइज है, जिसे करने से शारीरिक स्ट्रेंथ बढ़ती है साथ ही साथ अन्य तरीकों से भी फायदा मिलता है। कुछ लोगों के मन में यह कंफ्यूजन रहती है कि वेट लिफ्टिंग करने से पेल्विक फ्लोर की मसल्स मजबूत होती हैं। आइये एडीएस सेंटर के योगा एक्सपर्ट दीपक तंवर से जानते हैं क्या वेट लिफ्टिंग करने से वाकई पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
क्या वेट लिफ्टिंग पेल्विक फ्लोर को मजबूत करता है?
एक्सपर्ट की मानें तो वेट लिफ्टिंग करना पूरी शरीर के लिए फायदेमंद साबित होती है। नियमित तौर पर इसे करने से पेल्विक फ्लोर के आस-पास के हिस्से पर अच्छा प्रभाव पड़ता है, जिससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं। वेट लिफ्टिंग करने से पेल्विक फ्लोर की मसल्स लगातार एक्टिव रहती हैं, जिससे उसमें टाइटनेस भी आती है। डेडलिफ्ट या वेटलिफ्टिंग करने से पैर, हिप्स और लोअर बैक की मांसपेशियां भी एक्टिव होती हैं। इस एक्सरसाइज को करने से आपके पेल्विक एरिया की मांसपेशियां टोंड भी होती हैं।
पेल्विक फ्लोर कमजोर होने के लक्षण
- पेल्विक फ्लोर कमजोर होने पर शरीर में कई लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
- पेल्विक फ्लोर कमजोर होने पर आपको मलत्याग करने में कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है।
- ऐसे में आपको कब्ज होने के अलावा बार-बार पेशाब आने की भी समस्या हो सकती है।
- ऐसी स्थिति में आपको भागते, हंसते या करवट बदलते समय यूरिन लीकेज हो सकती है।
- कुछ मामलों में ठीक तरह से सेक्स नहीं कर पाना भी इसका एक संकेत है।
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वेट लिफ्टिंग करने के फायदे
- वेट लिफ्टिंग करने से हड्डियां मजबूत होती है साथ ही शारीरिक स्टैमिना भी बढ़ता है।
- इसे करने से बोन डेंसिटी बढ़ती है साथ ही साथ जोड़ों का दर्द भी कम होता है।
- वेट लिफ्टिंग करने से कमर के आस-पास की जकड़न और दर्द कम होता है।
- इस एक्सरसाइज करके आप आसानी से वजन घटा सकते हैं।
- इसे करने से हाथों और पैरों की ग्रिप यानि पकड़ मजबूत होती है।