
आजकल विटामिन D की कमी एक आम स्वास्थ्य समस्या बन गई है, जो मॉडर्न लाइफस्टाइल, घर के अंदर ज्यादा समय बिताने और पौष्टिक डाइट की कमी जैसी वजहों से तेजी से बढ़ रही है। यह विटामिन हड्डियों को मजबूत बनाने, इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाए रखने और मांसपेशियों के सही कामकाज के लिए बेहद जरूरी होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि शरीर में विटामिन D बनने की प्रक्रिया पर हमारी त्वचा का रंग भी असर डालता है? जी हां, त्वचा का रंग इस बात को प्रभावित करता है कि शरीर सूर्य की किरणों से कितनी प्रभावी ढंग से विटामिन D बना पाएगा। इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने, मेजर जनरल डॉक्टर रमन मारवाह से बात की-
क्या त्वचा का रंग विटामिन D अवशोषण को प्रभावित करता है? - Does Skin Color Affect Vitamin D Absorption
मेजर जनरल डॉक्टर रमन मारवाह बताते हैं कि त्वचा में मेलानिन नामक एक पिगमेंट होता है, जो इसके रंग का निर्धारण करता है। जिन लोगों की त्वचा गहरी होती है, उनमें मेलानिन की मात्रा ज्यादा होती है। मेलानिन यूवी किरणों को अवशोषित करके त्वचा को नुकसान से बचाता है, लेकिन यही मेलानिन शरीर को विटामिन D बनाने में बाधा भी बनता है। डॉ. मारवाह बताते हैं कि गहरे रंग की त्वचा सूरज की अल्ट्रावायलेट बी (UVB) किरणों को प्रभावी रूप से अवशोषित नहीं कर पाती, जिससे विटामिन D का सिंथेसिस धीमा हो जाता है। इसके विपरीत, हल्की त्वचा में मेलानिन की मात्रा कम होती है, जिससे UVB किरणें जल्दी अवशोषित होती हैं और विटामिन D तेजी से बनता है।
इसे भी पढ़ें: विटामिन D की कमी से बच्चों में कौन सी बीमारियां हो सकती हैं? जानें डॉक्टर से
विटामिन डी के लिए धूप में कितनी देर बैठना चाहिए?
त्वचा के रंग के आधार पर अलग-अलग लोगों को धूप में अलग समय तक रहना पड़ता है। सामान्य तौर पर हल्के रंग की त्वचा वाले व्यक्ति को केवल 10 से 15 मिनट की सुबह की धूप पर्याप्त होती है, जबकि गहरे रंग की त्वचा वाले व्यक्ति को 30 मिनट से लेकर 1 घंटे तक की धूप की जरूरत हो सकती है। ध्यान रहे कि यह समय इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप किस भौगोलिक क्षेत्र में रहते हैं, दिन का कौन सा समय है, मौसम कैसा है और आपकी त्वचा का कौन सा हिस्सा खुला है।
इसे भी पढ़ें: विटामिन D कैप्सूल किसके साथ लेना चाहिए, दूध या पानी? एक्सपर्ट से जानें
विटामिन D की कमी से कौन-कौन सी समस्याएं हो सकती हैं? - What Problems Can Vitamin D Deficiency Cause
अगर शरीर में पर्याप्त विटामिन D नहीं बन पाता, तो इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। बच्चों में रिकेट्स (हड्डियों का कमजोर होना), वयस्कों में ऑस्टियोपोरोसिस, मांसपेशियों में कमजोरी, थकान, डिप्रेशन और इम्यून सिस्टम की कार्यक्षमता में कमी देखने को मिलती है।
विटामिन D के अन्य सोर्स
- अगर आपको धूप में समय बिताना संभव नहीं है, तो विटामिन D के अन्य सोर्स का सहारा लेना जरूरी है।
- विटामिन D युक्त आहार जैसे अंडे की जर्दी, मशरूम, फोर्टिफाइड दूध, दही, चीज और फैटी फिश (जैसे सैल्मन और टूना) का सेवन करें।
- डॉक्टर की सलाह से विटामिन D की गोलियां या कैप्सूल लें।
- नियमित रूप से सुबह की हल्की धूप में टहलें।
निष्कर्ष
त्वचा का रंग वाकई में शरीर में विटामिन D के बनने की प्रक्रिया को प्रभावित करता है। गहरे रंग की त्वचा वालों को अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए धूप में अधिक समय बिताना पड़ता है। मेजर जनरल डॉक्टर रमन मारवाह की राय में, विटामिन D की कमी से बचने के लिए लोगों को अपनी त्वचा टाइप के अनुसार जागरूक होना चाहिए और धूप, खानपान और जरूरत पड़ने पर सप्लीमेंट का सही संतुलन बनाना चाहिए।
ALl Images Credit- Freepik
Read Next
कहीं लगातार एड़ी में दर्द का कारण हील तो नहीं? जानें किन लोगों को नहीं पहनने चाहिए ऐसे जूते
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Oct 22, 2025 07:30 IST
Modified By : Anurag GuptaOct 22, 2025 07:30 IST
Published By : Akanksha Tiwari