Intermittent Fasting For Bloating: वेट लॉस के लिए कई लोग इंटरमिटेंट फॉस्टिंग का सहारा लेते हैं। कई स्वास्थ्य समस्याओं में इलाज के लिए भी एक्सपर्ट्स इंटरमिटेंट फॉस्टिंग करने की सलाह देते हैं। फास्टिंग के इस तरीके में 12 से 16 घंटे तक कुछ नहीं खाना होता है। लेकिन दिन के 8 घंटे के अंदर खा सकते हैं। लॉन्ग फास्टिंग से बॉडी को हील होने का समय मिल जाता है। इससे बॉडी डिटॉक्स भी होती है और खाना भी ठीक से पचता है। जिन लोगों को पाचन से जुड़ी समस्याएं रहती हैं, उन्हें भी इंटरमिटेंट फॉस्टिंग करने की सलाह दी जाती है। लेकिन क्या इससे ब्लोटिंग कम होती है? इस बारे में जानकारी देते हुए आयुर्वेदिक एमडी डॉ नितिका कोहली ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इसका जवाब।
क्या इंटरमिटेंट फॉस्टिंग करने से ब्लोटिंग कम होती है? Does Intermittent Fasting Help To Reduce Bloating
एक्सपर्ट के मुताबिक ब्लोटिंग कम करने के लिए इंटरमिटेंट फॉस्टिंग एक असरदार तरीका है। आयुर्वेद में इसे लंघन कहा जाता है। इसमें आपको 12 से 16 घंटे के बीच कुछ नहीं खाना होता है। जब आप काफी देर तक कुछ नहीं खाते हैं, तो इससे पाचन तंत्र हील हो पाता है। इससे ब्लोटिंग में जल्द आराम मिलता है।
ब्लोटिंग कम करने के लिए फॉस्टिंग कैसे करें?
ब्लोटिंग कम करने के लिए किसी भी तरह से फॉस्टिंग फायदेमंद होती है। इसके लिए आप इंटरमिटेंट फॉस्टिंग कर सकते है, जिसमें आपको 12 से 16 घंटे तक कुछ नहीं खाना होता है। इसके अलावा, आप सप्ताह में एक दिन की फास्टिंग भी कर सकते हैं। इस दौरान आप लिक्विड डाइट ले सकते हैं। लेकिन अगर आपके लिए लंबे समय तक फास्टिंग करना मुश्किल है, तो आप पहले और दूसरे मील में गेप बनाकर रखें। जब तक आपको ज्यादा भूख न लगे तब तक कुछ न खाएं।
इंटरमिटेंट फॉस्टिंग से सेहत को क्या फायदे मिलते हैं?
मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है- Boost Metabolism
इंटरमिटेंट फॉस्टिंग करने से मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है। इससे कैलोरी बर्न होती है और वजन घटता है। वजन घटाने के लिए यह सबसे असरदार तरीका माना जाता है।
ब्लड शुगर बैलेंस रहती है- Balance Blood Sugar
इंटरमिटेंट फॉस्टिंग करने से इंसुलिन सेंसिटिविटी इंप्रूव होती है। इससे ब्लड शुगर लेवल भी कम होता है और डायबिटीज का खतरा कम होता है।
हार्ट हेल्थ के लिए फायदेमंद- Good For Heart Health
हार्ट को हेल्दी रखने के लिए इंटरमिटेंट फॉस्टिंग फायदेमंद है। इससे ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहते हैं। इनसे दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी कम होता है।
एनर्जी मेंटेन रहती है
इंटरमिटेंट फॉस्टिंग करने से ब्लड शुगर बैलेंस रहती है। इससे मेटाबॉलिज्म भी बूस्ट होता है। इन सभी फायदों से बॉडी में एनर्जी भी मेंटेन रहती है। इंटरमिटेंट फॉस्टिंग करने से थकावट और सुस्ती भी कम होती है और बॉडी एक्टिव रहती है।
लेख में हमने जाना पाचन तंत्र के लिए इंटरमिटेंट फॉस्टिंग किस तरह फायदेमंद है। अगर इस तरीके को अपनाने के बावजूद आपकी समस्या कम नहीं होती, तो डॉक्टर से संपर्क करें।