Does Fasting Detox Body: आजकल लोग बॉडी डिटॉक्स पर जोर दे रहे हैं। वेट लॉस करने वाले लोगों में भी बॉडी डिटॉक्स एक कॉमन प्रक्रिया बनती जा रही है। कई लोगों को लगता है कि भूखा रहने से या खाना छोड़कर आप शरीर को डिटॉक्स कर सकते हैं। सोशल मीडिया पर भी अक्सर ऐसे वीडियो वायरल हो जाते हैं जिसमें मील्स को स्किप करके बॉडी को डिटॉक्स करने का तरीका दिखाया जाता है। इस तरीके से कई लोगों का मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है और पेट में अपच या गैस की समस्या भी हो सकती है। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि क्या वाकई भूखा रहकर शरीर को डिटॉक्स किया जा सकता है या नहीं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने हापुड़ के चरक मेडिकल कॉलेज में सहायक प्रोफेसर भारत भूषण और गाजियाबाद के राष्ट्रीय समाज एवम धर्मार्थ सेवा संस्थान के आयुर्वेदाचार्य डॉ राहुल चतुर्वेदी से बात की।
बॉडी डिटॉक्स क्या होता है?- What Is Body Detox
बॉडी डिटॉक्स का मतलब है शरीर से हानिकारक तत्वों (टॉक्सिन्स) को निकालकर उसे अंदर से साफ करना। ये टॉक्सिन्स असंतुलित खानपान, प्रदूषण, स्ट्रेस या खराब लाइफस्टाइल से जमा हो सकते हैं। डिटॉक्स के दौरान पाचन और मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त करने पर जोर दिया जाता है ताकि शरीर खुद ही इन हानिकारक तत्वों को बाहर निकाल सके। अमेरिका की राष्ट्रीय पूरक एवं एकीकृत स्वास्थ्य केंद्र (NCCIH) की रिपोर्ट के मुताबिक, शरीर की स्वाभाविक डिटॉक्स प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए संतुलित आहार, नियमित एक्सरसाइज और पर्याप्त नींद जैसी स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना चाहिए। डिटॉक्स डाइट्स और फास्टिंग को बिना विशेषज्ञ की सलाह के अपनाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
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क्या भूखा रहने से शरीर वाकई डिटॉक्स होता है?- Does Fasting Detox Body
आयुष मंत्रालय के मुताबिक, कई लोग मानते हैं कि खाना छोड़ने से शरीर डिटॉक्स होता है और वजन घटता है, लेकिन आयुर्वेद कुछ और कहता है। आयुर्वेद के अनुसार, अनियमित खाने की आदत पाचन अग्नि (Agni) को कमजोर कर देती है, जिससे मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और शरीर में जहरीले तत्व (टॉक्सिन) जमा होने लगते हैं। इसलिए, खाना छोड़ने के बजाय नियमित और संतुलित भोजन करना ही शरीर को डिटॉक्स करने का और अच्छी सेहत का राज है।
शरीर को डिटॉक्स करने का आयुर्वेदिक तरीका- Ayurvedic Way Of Body Detox
आयुर्वेदाचार्य डॉ राहुल चतुर्वेदी ने बताया कि शरीर को साफ करने का सबसे सुरक्षित और प्राकृतिक तरीका पाचन अग्नि (Agni) को मजबूत रखना है। अग्नि मजबूत होगी, तो भोजन पूरी तरह पचेगा और टॉक्सिन बनने की संभावना कम हो जाएगी।
- हल्का आहार लें। मूंग दाल खिचड़ी, सूप, हर्बल टी और हल्का भोजन पाचन को आराम देता है।
- नियमित समय पर भोजन खाएं। रोज एक ही समय पर भोजन लेने से पाचन अग्नि संतुलित रहती है।
- हल्का गुनगुना पानी पिएं। इससे शरीर की सफाई होती है और मेटाबॉलिज्म बेहतर होता है।
- आयुर्वेदिक औषधियों का सेवन करें। त्रिफला, अदरक, जीरा, अजवाइन जैसी औषधियां पाचन शक्ति बढ़ाती हैं। इन्हें डाइट में शामिल करें।
- पर्याप्त नींद, योग और प्राणायाम को अपने रूटीन में शामिल करें।
- आयुर्वेद मानता है कि डिटॉक्स किसी सख्त भूख या डाइट से नहीं, बल्कि सही दिनचर्या, संतुलित भोजन और स्वस्थ जीवनशैली से होता है।
निष्कर्ष:
आयुर्वेद बताता है कि शरीर को डिटॉक्स करने के लिए भूखा रहना जरूरी नहीं है। सही समय पर संतुलित भोजन, हल्की एक्सरसाइज और अच्छी नींद ही असली डिटॉक्स के कारगर उपाय हैं।
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FAQ
पूरे शरीर को डिटॉक्स करने के लिए क्या करें?
पूरे शरीर को डिटॉक्स करने के लिए हेल्दी डाइट लें, एक्सरसाइज करें और योग को अपनाएं। इससे पाचन एक्टिव रहेगा और शरीर के टॉक्सिन्स बाहर निकल जाएंगे।डिटॉक्स डाइट कितने दिन करनी चाहिए?
डिटॉक्स डाइट को 1 या 2 दिन के लिए ही लेना चाहिए। लंबे समय तक सख्त फास्टिंग रूल्स अपनाने से शरीर पर बुरा असर पड़ सकता है।बॉडी डिटॉक्स के फायदे क्या हैं?
बॉडी डिटॉक्स करने से शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकल जाते हैं। इससे पाचन में सुधार होता है, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, शरीर को एनर्जी मिलती है और शरीर में ताजगी महसूस होती है।