क्या आप भी घंटों बैठकर ऑफिस का काम करते रहते हैं। खाने पीने का भी समय नहीं मिलता ऊपर से एक्सरसाइज भी नहीं कर पाते। अगर हां, तो सावधान हो जाइए। देर तक बैठकर काम करने से शरीर में कई बीमारियां बढ़ने लगती हैं। जिन्हें कुछ समय तक तो हम नजरअंदाज कर सकते हैं लेकिन समय तक नहीं। पंचकुला के डॉक्टर जिंदल क्लीनिक में जनरल फिजिशियन डॉ. ईशा जिंदल ने बताया कि कोरोना के चलते ज्यादातर लोगों को घर पर बैठना पड़ा है। कई लोगों की नौकरियां चली गईं। तो वहीं, ज्यादातर कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम दे दिया गया है। इस वर्क फ्रॉम होम में बैठने का समय बढ़ गया है। लंबे समय बैठकर काम करने से पेट की समस्याएं, कमर दर्द, गर्दन दर्द तो वहीं डिप्रेशन जैसी पेरशानियां बढ़ रही हैं। उन्होंने कहा कि घर में बैठने से लोगों को विटामिन डी कम मिला है। जिससे कैल्शियम भी कम मिला है। डॉ. ईशा ने लंबे समय बैठने से होने वाली बीमारियों और उनसे बचाव के बारे में बताया।
लंबे समय बैठने से बढ़ीं ये बीमारियां
1. सर्वाइकल दर्द की परेशानी बढ़ी
लंबे समय घर पर बैठने और विटामिन डी की कमी की वजह से लोगों को सर्वाइकल पेन की समस्या बढ़ गई है। काम के घंटे बढ़े हैं जिससे बैठने का समय भी बढ़ा है जिस वजह से यह परेशानी बढ़ी है। आर्थराइटिस की परेशानी भी बढ़ी है।
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2. डिप्रेशन बढ़ा
देर तक बैठे रहने से दिमाग एक ही जगह लगा रहता है। तो वहीं वर्क फ्रॉम होम में अकेलापन बढ़ा है। ऑफिस में जब लोग जाते थे तब वे सभी से मिलते रहते थे लेकिन घर पर सोशल एक्सपोजर कम हुआ है। यही वजह है कि डिप्रेशन भी बढ़ा है। वर्क फ्रॉम होम में शिक्षकों को ऑनलाइन कक्षाएं भी लेनी पड़ीं, जिससे बच्चों को और परिवार के अन्य लोगों का भी स्ट्रेस बढ़ा। स्ट्रेस बढ़ने से डिप्रेशन की परेशानी बढ़ी। जोड़ों में दर्द की समस्या। डॉक्टर ने बताया कि हमने ऑनलाइन कंसल्टेशन में देखा कि 60 से 70 फीसद मामले वर्क फ्रॉम होम में डिप्रेशन के बढ़े हैं।
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3. वजन बढ़ने की समस्या
देर तक बैठकर काम करने से बॉडी मूवमेंट कम हो जाता है। जितना खाया है उतनी एक्सरसाइज नहीं होती। जिस वजह से वजन बढ़ने लग जाता है।
4. अपच की समस्या
कंप्यूटर पर देर तक बैठे रहना या बॉडी मूवमेंट कम होना दोनों ही स्थिति में पेट की समस्याएं बढ़ने लगती हैं। डॉ. ईशा ने बताया कि वर्क फ्रॉम होम में लोगों ने घर पर ज्यादा समय बिताया है। बाहर कम निकलें हैं। जिससे खाना ठीक से पचा नहीं है और अपच की दिक्कत हुई है।
5. कॉलेस्ट्रॉल बढ़ेगा
जो लोग ज्यादा देर बैठकर काम करते हैं उनका कॉलेस्ट्रोल जल्दी बढ़ता है। वर्क फ्रॉम होम में देखा गया कि जिनका कभी कोलेस्ट्रोल नहीं बढ़ा था उनको भी यह समस्या होने लगी। जो लोग घर पर भी वर्कआउट कर रहे थे उनको ये परेशानियां कम हुई हैं।
6. आंखों की परेशानी
पहले बच्चे टीवी ज्यादा देखते थे तब भी उनकी आंखों पर असर पड़ता था लेकिन अभी बच्चों को ज्यादातर समय फोन पर रहना पड़ता है। उनकी ऑनलाइन कक्षाएं ऑनलाइन ही चलती हैं। जिस वजह से उनमें आंखों की समस्या बढ़ने लगी हैं। पहले बहुत कम बच्चों को चश्मा लगा हुआ था अब 90 फीसद बच्चों को चश्मा लग गया है।
7. यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या
घर पर बैठने से ड्रिंक्स ज्यादा पीं। पानी कम पिया। प्रोटीन ज्यादा खाया। इस सबसे यूरिक एसिड बढ़ता है। जिससे यूरिन की समस्याएं बढ़ती हैं।
8. मांसपेशियों में कमजोरी
देर तक बैठकर काम करने से पीठ और पेट की मांसपेशियां ढीलीं पड़ने लगती हैं। जिससे कूल्हे और पैरों की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं। जो लोग बैठते कम हैं और खडे़ होकर या चलकर ज्यादा काम करते हैं उनको ये परेशानी कम होती हैं। क्योंकि चलने की स्थिति में उनकी मांसपेशियां लगातार काम करती रहती हैं। और वे सक्रिय रहती हैं। अधिक देर तक बैठे रहने से रीढ़ की हड्डी भी सीधी नहीं रहती जिस वजह ये यह परेशानी और बढ़ती है। ज्यादा देर बैठने से हमारा शरीर सख्त हो जाता है।
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इन बीमारियों से कैसे बचें
1.कमर को सीधा रखें। पॉश्चर मेंटेन रखें। टीवी देखते या कंप्यूटर पर काम करने के दौरान आई लेवल ठीक रहना चाहिए। बुक पढ़ रहे हैं तो टेबल चेयर पर पढ़ना है। ताकि सर्वाइकल की परेशानी न हो।
2.10 से 20 मिनट बाद में ब्रिदिंग टाइम लें। ब्रिदिंग टाइम का मतलब होता है कि जिसमें आंखें और दिमाग बंद कर लें।
3. पानी पीने से दिमाग की नसों पर दबाव कम होता है। काम के दौरान आया तनाव कम होता है। इसलिए डिप्रेशन से बचने के लिए जरूरी है कि आप पानी ठीक मात्रा में पीएं। इसके अलावा सीजनल फ्रूट्स खाएं ताकि दिमाग को ताजी सेहत मिलती रहे।
4.डिप्रेशन से बचने के लिए जरूरी है कि किसी तीसरे व्यक्ति को अपने पास रखें। ताकि उससे आप अपनी बात कह पाओ। ताकि आप फ्रेश फील करें। ऑफिस में जाते हैं लोगों से बात करते हैं तो सब कुछ भूल जाते हैं, लेकिन घर पर ऐसा नहीं है। इसलिए किसी तीसरे परसन को अपने साथ जोड़ें ताकि आपको डिप्रेशन न हो।
5.अक्सर होता है कि काम की आपाधापी में हम खुद के शरीर का ध्यान नहीं रख पाते। काम के घंटे इतने ज्यादा होते हैं कि व्यायाम का भी समय नहीं निकाल पाते, लेकिन हमें सोचना होगा कि जब शरीर स्वस्थ रहेगा तो हम काम भी ठीक से कर पाएंगे। और अगर मन ही तनाव में होगा तो काम की क्षमता पर असर पड़ेगा। इसलिए दिन के 20 मिनट व्यायाम के लिए जरूर निकालें। ताकि बैठने की वजह से आपको जो परेशानी हो रही हैं वो न हों।
वर्क फ्रॉम होम के चलते काम के घंटे बढ़े हैं जिस वजह से लंबे समय तक बैठना पड़ रहा है। यही वजह है कि देर तक बैठने से शरीर में कई बीमारियां बढ़ रही हैं। इन बीमारियों से निजात पाने के लिए नौकरी तो छोड़ नहीं सकते इसलिए जरूरी है कि नियमित व्यायाम किया जाए और खुद स्वस्थ रखा जाए।
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