
नकली दांत चेहरे की खोई मुस्कान तो लौटा देते हैं लेकिन इससे होने वाले नुकसान काफी दर्द भरे हो सकते हैं। आइए जानते हैं नकली दांत के नुकसान और फायदे...
व्यक्ति की मुस्कुराहट के पीछे दांतो का महत्वपूरण योगदान होता है। ऐसे में किसी परिस्थिति के चलते, दुर्घटना के कारण ये खराब हो जाते हैं या मसूड़ों में बीमारी होने के कारण दांत हिलने लगते हैं। यही कारण होता है कि हम खुलकर हंसने पर भी सोचते हैं। लोग इस समस्या से निजात पाने के लिए नकली दांतों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन यह उपाय कितना सुरक्षित है इसे समझना जरूरी है। हम यह नहीं जानते कि नकली दांत से सेहत को क्या फायदे हो सकते हैं और क्या नुकसान? किस प्रकार हमें नकली दांतों की देखभाल करनी चाहिए? अगर आपके मन में भी ये सब सवाल हैं तो आपको जवाब आगे इस लेख के माध्यम से मिलेंगे। पढ़ते हैं आगे...
नकली दांत (Artificial Teeth)
बता दें कि नकली दातों के कई प्रकार होते हैं। फिक्स दांत, रिमूवेबल दांत, सिंगल दांत यानी एक नकली दांत और मल्टीपल दांत यानी एक से अधिक नकली दातों का समूह। सबसे पहले अगर फिक्स दांत की बात करें तो इसमें दांतो को स्थाई रूप से फिक्स किया जाता है। जबकि रिमूवेबल दातों मैं नकली दांतों को हम बाहर निकालकर सफाई भी कर सकते हैं। अगर सिंगल दांत की बात करें तो इसमें अगर कोई प्राकृतिक दांत टूट जाता है तो डॉक्टर उसके बदले सिंगल दांत लगाते हैं। मल्टीपल टिप्स भी ऐसा ही है इसमें भी अगर प्राकृतिक दांत टूट जाते हैं या खराब हो जाते हैं तो उन्हें बदलकर डॉक्टर नकली दांत लगाते हैं।
बता दें इसके अलावा दातों के अन्य प्रकार भी होते हैं। जैसे फुल डेंचर इसमें सारे दांत बाहर आ जाते हैं जब मुंह में एक भी प्राकृतिक दांत नहीं बचता तो डॉक्टर फुल डेंचर में रिमूवेबल या फिक्स, दोनों प्रकार के दांत लगा सकते हैं। वही पार्सियल डेंचर में एक ये अधिक दांत के खराब होने पर नकली दांत लगाना पार्सियल डेंचर कहलाता है।
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दांतों की देखभाल कैसे करें
1 - अपने मुंह को हर वक्त साफ रखें। और दिन में दो बार ब्रश करें।
2 - खाने के बाद पानी से कुल्ला करें।
3 - अगर आपने फिक्स नकली दांतों का उपयोग किया है तो यह सुनिश्चित करना आपकी जिम्मेदारी है कि आपके दांतों के आसपास भोजन फसा है या नहीं।
4 - रिमूवेबल दातों के को साफ करने के लिए आप उन्हें निकाल कर अच्छे से साफ कर सकते हैं।
5 - धूम्रपान या शराब का सेवन ना करें।
6 - संतुलित भोजन करने के साथ-साथ भरपूर मात्रा में पानी पिएं। इसे जबड़े की हड्डी संक्रमण से बची रहेगी और मुलायम ऊतकों को डिहाइड्रेशन और जलन से भी बचाएगी।
7 - तंबाकू ना चबाएं। इससे ना केवल बत्तीसी के रंग में प्रभाव पड़ता है बल्कि यह मुलायम ऊतको में जलन भी करती है।
8 - समय-समय पर डेंटिस्ट से संपर्क करते रहें।
नकली दांत के नुकसान (Artificial Teeth side effects)
1 - शुरुआत में नकली दांत लगाने से आवाज लड़खड़ाने, लार का आना, बत्तीसी का लगातार हिलना आदि परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
2 - नकली दांत जबड़े की हड्डियों को कमजोर करते हैं।
3 - जैसे जैसे समय बीतता है वैसे वैसे रिमूवेबल बत्तीसी धीमी हो जाती है और इसका असर जबड़े की हड्डी और मुलायम ऊतकों पर पड़ता है।
4 - जिस सामग्री से नकली दांत बनते हैं, उससे एलर्जी की समस्या पैदा हो सकती है।
5 - अगर बत्तीसी गलत फिट हो जाए तो चेहरे की मांसपेशियों में दबाव पड़ने के साथ-साथ चेहरे की संरचना पर भी प्रभाव पड़ता है। साथ ही जबड़े के जोड़ों में दर्द हो सकता है।
नकली दांत के फायदे (Artificial Teeth benefits)
1 - नकली दांतों से दांत एकदम स्वच्छ और साफ दिखाई देते हैं।
2 - नकली दांत चेहरे की मांसपेशियों की रंगत में भी सुधार लाते हैं।
3 - नकली दांत से भोजन चबाने और मुंह के बेहतर तरीके से काम करने में मदद मिलती है।
4 - ये दांत जबड़े की हड्डी को कई नुकसानों से बचाते हैं।
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नोट- ऊपर दिए गए लेख से पता चलता है कि नकली दांत सेहत को फायदे और नुकसान दोनों तरीकों से प्रभावित कर सकते हैं। लेकिन इनकी सुरक्षा करना आपकी जिम्मेदारी है ऐसे में समय-समय पर डॉक्टर से संपर्क करते रहें और अपने दांतों की नियमित रूप से जांच करवाते रहें।
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