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हड्डी के कैंसर vs जोड़ों का दर्द: लक्षणों का फर्क कैसे पहचानें? जानें डॉक्टर से

Bone Cancer vs Joint Pain: हड्डी के कैंसर और जोड़ों के दर्द की प्रकृति, सूजन, उम्र और लक्षणों के आधार पर बड़ा अंतर होता है, जिसे समझना जरूरी है।
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हड्डी के कैंसर vs जोड़ों का दर्द: लक्षणों का फर्क कैसे पहचानें? जानें डॉक्टर से


जुलाई का महीना, सारकोमा और बोन कैंसर अवेयरनेस मंथ 2025 (Sarcoma and Bone Cancer Awareness Month 2025) के रूप में मनाया जाता है, ताकि लोगों को हड्डी के कैंसर (Bone Cancer) और उससे जुड़े लक्षणों की पहचान के प्रति जागरूक किया जा सके। लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्‍प‍िटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन ने बताया क‍ि हड्डी का कैंसर, एक गंभीर बीमारी है, जिसकी पहचान कई बार आम जोड़ों के दर्द जैसी समस्याओं से मिलती-जुलती होती है। यही कारण है कि अक्सर मरीज इसे गठिया, मांसपेशियों के खिंचाव या उम्र संबंधी समस्या मानकर नजरअंदाज कर देते हैं। वहीं दूसरी ओर, जोड़ों का दर्द एक आम समस्या है, जो किसी भी उम्र में हो सकती है और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे गठिया (Arthritis), ऑस्टियोपोरोसिस या साधारण सूजन। हालांकि दोनों स्थितियों में दर्द, जकड़न और असहजता हो सकती है, लेकिन इनके लक्षण, कारण और गंभीरता बिल्कुल अलग होती है। इस लेख में हम जानेंगे कि हड्डी के कैंसर और जोड़ों के दर्द में क्या फर्क है, उनके लक्षण कैसे पहचानें और डॉक्‍टर से कब संपर्क करें।

हड्डी का कैंसर क्या होता है?- What is Bone Cancer

हड्डी का कैंसर शरीर की हड्डियों में कोशिकाओं की असामान्य ग्रोथ के कारण होता है। यह 2 तरह का होता है-

  • प्राइमरी बोन कैंसर: जो सीधे हड्डियों में शुरू होता है (जैसे ओस्टियोसारकोमा, यूइंग्स सरकोमा)।
  • सेकेंडरी बोन कैंसर: जो किसी और अंग से फैलकर हड्डियों तक पहुंचता है।

यह बीमारी दुर्लभ जरूर है लेकिन बेहद गंभीर होती है। इसकी पहचान जल्दी न हो, तो यह शरीर के अन्य हिस्सों तक भी फैल सकती है।

हड्डी के कैंसर के लक्षण- Symptoms of Bone Cancer

  • हड्डी का कैंसर होने पर दर्द लगातार होता है और समय के साथ बढ़ जाता है।
  • सूजन या गांठ जो हड्डी के पास दिखाई दे।
  • हड्डी का बिना कारण टूट जाना।
  • चलने-फिरने में कठिनाई होना।
  • बार-बार बुखार या थकान होना।
  • वजन तेजी से घटना।
  • इन लक्षणों का लंबे समय तक बने रहना अलर्ट का संकेत हो सकता है।

इसे भी पढ़ें- सारकोमा और बोन कैंसर के इन शुरुआती लक्षणों को न करें नजरअंदाज, बाद में हो सकती है दिक्कत

जोड़ों में दर्द के कारण- Joint Pain Causes

जोड़ों का दर्द शरीर के किसी भी जोड़ में हो सकता है और इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं-

  • गठिया (Arthritis)
  • यूरिक एसिड बढ़ना।
  • चोट या मोच।
  • उम्र से जुड़ी हड्डियों की कमजोरी।
  • मौसम बदलाव या थायरॉयड।

जोड़ों में दर्द के लक्षण- Joint Pain Symptoms

  • चलने या हिलाने पर दर्द
  • सुबह जकड़न
  • सूजन और गर्माहट
  • दर्द समय के साथ कम या ज्यादा होना

हड्डी के कैंसर और जोड़ों के दर्द में अंतर- Difference Between Bone Cancer and Joint Pain

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दर्द की प्रकृति:

  • हड्डी के कैंसर में दर्द लगातार बना रहता है और समय के साथ बढ़ जाता है, खासकर रात के समय यह दर्द ज्यादा होता है।
  • वहीं, जोड़ों के दर्द में दर्द गतिविधि या चलने-फिरने से बढ़ता है और आराम करने पर कम हो जाता है।

सूजन की स्थिति:

  • हड्डी के कैंसर में सूजन के साथ कठोर गांठ महसूस हो सकती है जो समय के साथ बढ़ती है।
  • जोड़ों के दर्द में सूजन नरम और हल्की होती है, जो अक्सर दवाओं या आराम से कम हो जाती है।

लक्षण:

  • हड्डी के कैंसर के साथ बुखार, थकान और वजन में कमी जैसे लक्षण भी देखे जा सकते हैं।
  • जोड़ों के दर्द में ऐसे लक्षण आमतौर पर नहीं होते।

हड्डी टूटने का खतरा:

  • बोन कैंसर में हड्डियां कमजोर होकर बिना किसी चोट के भी टूट सकती हैं।
  • जबकि जोड़ों के दर्द में हड्डियों का अचानक टूटना बहुत कम देखा जाता है।

उम्र:

  • हड्डी का कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन यह अक्सर किशोरों और युवाओं में ज्‍यादा पाया जाता है।
  • जोड़ों का दर्द आमतौर पर बुजुर्गों या बढ़ती उम्र के लोगों में ज्यादा देखा जाता है।

डॉक्टर से कब मिलें?- When to See a Doctor

  • अगर दर्द बिना कारण लंबे समय से बना हुआ हो।
  • रात में दर्द ज्यादा होता हो और नींद खराब कर रहा हो।
  • सूजन के साथ गांठ या कठोरपन महसूस हो।
  • दर्द के साथ बुखार या वजन घट रहा हो।
  • दवाओं से आराम न मिल रहा हो।
  • ऐसी स्थिति में तुरंत ऑर्थोपेडिक या ऑन्कोलॉजिस्ट से संपर्क करें।

हड्डी की जांच कैसे होती है?- Diagnosis of Bone Cancer

  • शुरुआती जांच के लिए एक्‍स-रे क‍िया जाता है।
  • ट्यूमर की गहराई और फैलाव जानने के लिए एमआरआई या सीटी स्‍कैन क‍िया जाता है।
  • कैंसर की पुष्टि के लिए बायोप्‍सी होता है।
  • अन्‍य संकेतों की जांच के ल‍िए ब्‍लड टेस्‍ट क‍िया जाता है।

समय रहते कैंसर की पहचान जरूरी है- Early Cancer Detection is Necessary

हड्डी के कैंसर की पहचान ज‍ितनी जल्‍दी हो जाए, उसका इलाज उतना ही असरदार होता है। अगर आप या आपके परिवार में किसी को लंबे समय से हड्डियों में दर्द, सूजन या कमजोरी की शिकायत है, तो इसे हल्के में न लें। सही समय पर की गई जांच और विशेषज्ञ से सलाह, न केवल कैंसर का इलाज आसान बनाता है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता को भी बेहतर बनाए रखता है।

हड्डी के कैंसर और जोड़ों के दर्द के लक्षण दिखने में भले ही एक जैसे लगें, लेकिन उनके कारण, प्रभाव और गंभीरता में बड़ा अंतर होता है। डॉक्‍टर से लक्षणों की जांच करवाएं।

उम्‍मीद करते हैं क‍ि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें।

FAQ

  • हड्डी के कैंसर के क्या लक्षण हैं?

    हड्डी के कैंसर में लगातार गहरा होता दर्द, सूजन या गांठ, हड्डियों का कमजोर होना, बुखार, थकान और बिना चोट के हड्डी टूटना जैसे लक्षण हो सकते हैं।
  • हड्डी का कैंसर आमतौर पर कहां से शुरू होता है?

    हड्डी का कैंसर आमतौर पर हाथों, पैरों, जांघ की हड्डी या शोल्डर एरिया की लंबी हड्डियों से शुरू होता है, खासकर किशोरों और युवाओं में।
  • कैसे पता चलेगा कि शरीर में कैंसर है?

    शरीर में कैंसर होने पर लंबे समय तक बना दर्द, सूजन, वजन घटना, बुखार, थकान, भूख न लगना और सामान्य इलाज से आराम न मिलना जैसे संकेत हो सकते हैं।

 

 

 

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