Difference between Gond Katira And Kala Gond in Hindi: भारत में आयुर्वेद में नेचुरल चीजों का इस्तेमाल कई बीमारियों को ठीक करने और स्वस्थ रहने के लिए इस्तेमाल किया जाता रहा है। आयुर्वेद में ऐसी कई जड़ी-बूटियां और नेचुरल चीजें हैं, जिसका उपयोग मौसम से जुड़ी समस्याओं को दूर करने और स्वास्थ्य रहने के लिए जरूरी होता है। लेकिन, कुछ जड़ी बूटियां ऐसी हैं, जिसे लेकर अक्सर लोगों में कंफ्यूजन बनी रहती है। आयुर्वेद में कई तरह के गोंद होते हैं, इन्हें कब, कैसे और किस समस्या में खाना चाहिए, लोग इस बात को लेकर कंफ्यूज रहते हैं। इन्हीं में काला गोंद और गोंद कतीरा भी शामिल है। तो आइए सेक्टर-12 में स्थित, अर्चित आयुर्वेदिक क्लिनिक के डॉ. अनंत त्रिपाठी से जानते हैं कि काले गोंद और गोंद कतीरा में क्या अंतर होता है?
गोंद कतीरा और काले गोंद में क्या अंतर है? - What Are The Difference Between Kala Gond And Gond Katira in Hindi?
गोंद कतीरा और काले गोंद में अंतर को समझने से पहले इन दोनों के फायदे, खाने के तरीके और प्रकृति के बारे में जानना बहुत जरूरी है।
1. गोंद कतीरा क्या है? - What is Gond Katira in Hindi?
गोंद कतीरा एक तरह का नेचुरल गोंद है, जो खास तौर पर गर्मियों के मौसम में ही उपयोग किया जाता है, क्योंकि इसकी ठंडी तासीर आपके सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाती है। गोंद कतीरा पारदर्शी या हल्के पीले रंग का होता है। यह सूखा हुआ होता है, लेकिन जब पानी में भिगोया जाता है तो यह फूलकर जैली जैसा बन जाता है और इसे हमेशा पानी में भिगोकर रखकर जेल बनने के बाद ही खाया जाता है।
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गोंद कतीरा के प्राकृतिक गुण - Natural Properties of Gond Katira in Hindi
गोंद कतीरा में ऐसे कई गुण होते हैं, जो आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है जैसे-
- इसकी तासीर ठंडी होती है
- यह शरीर को ठंडक पहुंचाता है
- पाचन में हल्का होता है।
गोंद कतीरे के स्वास्थ्य फायदे - Benefits Of Gond Katira in Hindi
गर्मियों में गोंद कतीरा का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। जैसे-
- गर्मी के कारण होने वाले शरीर के ताप को कम करने में ये फायदेमंद होता है।
- गर्मी में नकसीर, लू और डिहाइड्रेशन की समस्या को दूर करता है।
- महिलाओं में गर्भधारण के बाद शारीरिक कमजोरी को दूर करने में फायदेमंद होता है।
- स्किन के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है।
गोंद कतीरा इस्तेमाल करने का तरीका - How To Use Gond Katira in Hindi
गोंद कतीरा का सेवन करने के लिए आप 3 से 4 दानों को रात भर पानी में भिगोकर रख दें। अगली सुबह दूध या शरबत या फिर पानी में इसे मिलाकर आप पी सकते हैं। आप चाहे तो इसे फालूदा, ठंडाई या कुल्फी जैसी चीजों में भी मिलाकर खा सकते हैं।
2. काला गोंद क्या है? - What is Kala Gond In Hindi?
काला गोंद, जिसे गोंद सियाह के रूप में भी जाना जाता है, आमतौर पर बबूल या अन्य पेड़ों से निकलने वाला गाढ़ा, चिपचिपा और गाढ़े काले रंग का गोंद होता है। इस गोंद का सेवन ज्यादातर सर्दियों के मौसम में किया जाता है। यह गोंद गाढ़ा, भूरा या काले रंग का होता है और इसे भूनकर ही खाया जाता है। यह खाने में कुरकुरा और स्वाद में मीठा होता है।
काले गोंद के प्राकृतिक गुण - Natural Properties Of Kala Gond in Hindi
- काले गोंद की तासीर गर्म होती है।
- ये बलवर्धक और शरीर को पोषण देने वाला माना जाता है।
- ठंडी प्रकृति के लोगों के लिए ये ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।
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काले गोंद के स्वास्थ्य फायदे - Benefits Of Kala Gond in Hindi
- शरीर को गर्म रखता है और ठंड से बचाता है।
- जोड़ों के दर्द, कमर दर्द और शरीर की थकान दूर करता है।
- महिलाओं को डिलीवरी के बाद रिकवरी में मदद करता है।
- मांसपेशियों को ताकत देता है।
काले गोंद का उपयोग कैसे करें? - How To Use Black Gond in Hindi?
काले गोंद को देसी घी में तलकर लड्डू, पंजीरी, या अन्य मिठाइयों में मिलाकर खाया जाता है। खासकर सर्दियों के मौमस में इसे ड्राई फ्रूट्स के साथ खाने के लिए दिया जाता है।
3. काला गोंद और गोंद कतीरा में अंतर - Difference Between Kala Gond And Gond Katira in Hindi
गोंद तरीका और काला गोंद दोनों एक दूसरे से बिल्कुल अलग है। इसके खाने का तरीका, तासीर और फायदों में भी कई तरह की भिन्नता है। गोंद कतीरा हल्के पीले रंग का होता है और इसकी तासीर ठंडी होती है, जबकि काला गोंद काला या गाढ़े भूरे रंग का होता है, जिसकी तासीर गर्म होती है। काले गोंद को सर्दी के मौसम में खाना फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इसे खाने से कमर दर्द, हड्डियों को मजबूत बनाने और कमजोरी दूर करने में मदद मिलती है, जबकि गोंद कतीरा खाने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है, लू से बचाव होता है, नकसीर और बार-बार प्यास लगने की समस्या से राहत मिलती है।
निष्कर्ष
गोंद कतीरा और काला गोंद दोनों ही अपने-अपने मौसम और जरूरत के अनुसार इस्तेमाल किए जाते हैं। इन दोनों का ही इस्तेमाल आयुर्वेद में अलग-अलग मौसम, और बीमारियों को ठीक करने के लिए बताया गया है। इसलिए, गर्मी या सर्दी में कौन सा गोंद खाना चाहिए, इस बात को ध्यान में रखते हुए आप अपनी सेहत को बेहतर रख सकते हैं। लेकिन, इनकी सही मात्रा और खाने के सही तरीके का ध्यान रखें।
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FAQ
गोंद कतीरा कब और कैसे खाना चाहिए?
गोंद कतीरा आमतौर पर गर्मियों में शरीर को ठंडा रखने और पाचन से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है। इसलिए आप इसे सुबह खाली पेट या खाने के बाद खा सकते हैं। गोंद कतीरा खाने के सही तरीका इसे रातभर या 3 से 4 घंटे पानी में भिगोकर खाना है।गोंद कतीरा खाली पेट खाना चाहिए?
जी हां, गोंद कतीरा का सेवन खाली पेट करना फायदेमंद हो सकता है। खासकर गर्मियों के मौसम में। यह शरीर को ठंडा रखने और पाचन से जुड़ी समस्याओं में सुधार करने में मदद करता है।गोंद कतीरा रोज खा सकते हैं क्या?
हां, रोजाना सीमित मात्रा में गोंद कतीरा का सेवन आपकी सेहत के लिए सुरक्षित माना जाता है। हालांकि, ज्यादा मात्रा में इसे खाने से आपको पाचन से जुड़ी कुथ समस्याएं हो सकती हैं।