Difference Between a Dietitian and a Nutritionist: शरीर को हेल्दी और फिट बनाए रखने के लिए हेल्दी डाइट का सेवन करना चाहिए। आज के समय में लोग शरीर की जरूरत और स्वास्थ्य के हिसाब से अलग-अलग तरह की डाइट का सेवन करते हैं। आपको क्या खाना चाहिए और किन चीजों से दूरी बनानी चाहिए, इसकी सटीक जानकारी के लिए आप डाइटिशियन या न्यूट्रिशनिस्ट से संपर्क करेंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट में क्या अंतर होता है? ये लोग कैसे काम करते हैं और इनकी पेशेवर भूमिकाएं क्या होती हैं? आपने न्यूज रिपोर्ट्स से लेकर सोशल मीडिया पर तमाम जगह यह सुना होगा कि कुछ डाइटिशियन या न्यूट्रिशनिस्ट डाइट में खास तरह की चीजों को शामिल करने की सलाह देते हैं। लेकिन क्या आपका ध्यान कभी इस बात पर गया है कि डाइटिशियन या न्यूट्रिशनिस्ट क्या होते हैं? क्या ये दोनों एक ही तरह के होते या दोनों में कोई फर्क होता है? आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट के बीच में क्या अंतर होता है?
डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट में क्या अंतर होता है?- Dietitian and Nutritionist Difference in Hindi
आसान भाषा में कहें तो डाइटिशियन ग्रेजुएट लेवल की डिग्री वाले प्रोफेशनल होते हैं, जो किसी भी बीमारी में मरीज को डाइट और इससे जुड़ी सलाह दे सकते हैं और इलाज भी कर सकते हैं। वहीं न्यूट्रिशनिस्ट ऐसे लोग होते हैं, जो इस तरह की किसी भी डिग्री वाले नहीं होते हैं, बल्कि अपने अनुभव और कुछ संस्थानों से सर्टिफिकेशन लेकर आते हैं। इन दोनों के काम भी अलग-अलग होते हैं। न्यूट्रिशनिस्ट को हिंदी में पोषण विशेषज्ञ कहा जाता है, ये आपको डाइट में पोषक तत्वों से युक्त फूड्स शामिल करने की सलाह दे सकते हैं। डाइटिशियन के पास सरकार से मिला लाइसेंस भी होता है, जिसके आधार पर वह अपनी प्रैक्टिस करते हैं।
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डाइटिशियन क्या होते हैं?- What is a Dietitian in Hindi
डाइटिशियन भोजन से जुड़ी गाइडेंस और सलाह देने के पेशेवर और प्रशिक्षित प्रोफेशनल होते हैं। इनके पास कम से कम ग्रेजुएशन की डिग्री अपने फील्ड में होती है। इसके अलावा नेशनल एग्जाम देने के बाद उन्हें यह डिग्री मिलती है और राज्य सरकार की तरफ से लाइसेंस भी ले पड़ता है। डाइटिशियन न सिर्फ आपको हेल्दी और पौष्टिक भोजन कैसे करना चाहिए इसकी सलाह देते हैं, बल्कि बीमारियों में भी इलाज के लिए पोषण से जुड़ी सलाह देने के लिए मान्यताप्राप्त होते हैं। डायबिटीज, हार्ट डिजीज, कैंसर और गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारियों में डॉक्टर भी मरीजों को डाइटिशियन से पोषण और भोजन से जुड़ी सलाह लेने की सलाह देते हैं।
डाइटिशियन क्या काम करते हैं?
रजिस्टर्ड डाइटिशियन डाइट की अलग-अलग एरिया में स्पेशलिस्ट होते हैं। ये ज्यादातर अस्पतालों, निजी क्लिनिक, रिसर्च सेंटर और स्कूल या कॉलेज में काम करते हैं। डाइट और न्यूट्रिशन प्लान को तैयार करने से लेकर ईटिंग डिसऑर्डर के अलावा बीमारियों के निदान और इलाज में भी डाइटिशियन मदद करते हैं। डाइटिशियन इस तरह के एरिया में स्पेशलिस्ट होते हैं-
- डायबिटिक डाइट प्लान
- ऑन्कोलॉजी (कैंसर) न्यूट्रिशन
- चाइल्ड न्यूट्रिशन
- स्पोर्ट्स न्यूट्रिशन
न्यूट्रिशनिस्ट क्या होते है?- What is a Nutritionist in Hindi
आसान भाषा में समझें तो न्यूट्रिशनिस्ट आमतौर पर लोगों को खानपान और पौष्टिक डाइट लेने के बारे में लोगों को सामान्य जानकारी दे सकते हैं। निजी अनुभव और कुछ संस्थाओं से सर्टिफिकेशन के बाद कोई भी जानकार व्यक्ति न्यूट्रिशनिस्ट बन सकता है। आमतौर पर इसके लिए किसी प्रोफेशनल सर्टिफिकेट भी जरूरत नहीं होती है। हालांकि, आज के समय में न्यूट्रिशनिस्ट के लिए भी तमाम तरह की एसोसिएट डिग्री और सर्टिफिकेशन प्रोग्राम कई संस्थाओं द्वारा चलाये जा रहे हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट क्या काम करते हैं?
न्यूट्रिशनिस्ट का काम डाइट और पौष्टिक आहार के सेवन से जुड़ी सामान्य जानकारी देना होता है। ये लोग किसी भी बीमारी का निदान या इलाज नहीं कर सकते हैं। इसके अलावा किसी भी बीमारी या विशेष परिस्थिति में डाइट और न्यूट्रिशन से जुड़ी सलाह देने के लिए भी न्यूट्रिशनिस्ट मान्य नहीं होते हैं।
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हमें उम्मीद है कि यह लेख पढ़कर आपको डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट में फर्क समझ आ गया होगा। अगर आपको भी सेहत और फिटनेस से जुड़ी कोई जानकारी चाहिए, तो आप हमें अपना सवाल कमेंट बॉक्स में लिखकर भेज सकते हैं। स्वास्थ्य और डाइट व फिटनेस से जुड़ी सटीक और सही जानकारी के लिए बने रहें हमारे साथ।
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