बॉडी डिटॉक्स के लिए अपनाएं आयुर्वेद के ये 8 तरीके

शरीर को डिटॉक्सीफाई करने के लिए आप आयुर्वेदिक नियमों को अपना सकते हैं। चलिए जानते हैं आयुर्वेद के उन नियमों के बारे में-  
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बॉडी डिटॉक्स के लिए अपनाएं आयुर्वेद के ये 8 तरीके


शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बॉडी डि़टॉक्स करने की जरूरत होती है। प्रदूषित हवा और अनहेल्दी खाना खाने से शरीर में कई तरह के विषाक्त कण बनने लगते हैं, जिसे बाहर निकलाने के लिए डिटॉक्स (Detox With Ayurveda) करने की जरूरत पड़ती है। शरीर से अगर इन विषाक्त पदार्थों का बाहर नहीं निकाला गया, तो इससे हमारी आंत में बैक्टीरिया फैलने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा शरीर में वायरल और मोल्ड्स की मोटी परत बन सकती है। इसके अलावा शरीर में गंदगी की वजह से कई अन्य पाचन से जुड़ी समस्या हो सकती है। इसलिए बॉडी को डिटॉक्सीफाइंग करना बहुत ही जरूरी होता है। डिटॉक्सीफाइंग (Detoxifying) एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें शरीर की गंदगी प्राकृतिक रूप से खुद-ब-खुद साफ हो सकती है। इसलिए लिए आयुर्वेद के कुछ जरूरी नियमों को फॉलो करने की आवश्यकता होती है। 

1.अच्छी नींद लें (A Goodnight's Sleep)

आयुर्वेद के मुताबिक, अगर आप अच्छी नींद नहीं लेते हैं, तो इससे कई तरह की समस्याएं हो सकती है। जैसे- चिड़चिड़ापन, एनर्जी में कमी, आलस होना हो सकती हैं। इसलिए बॉडी को एनर्जेटिक बनाए रखने के लिए भरपूर नींद की आवश्यकता होती है। अगर आप भरपूर नींद लेते हैं, तो इससे आपकी बॉडी खुद-ब-खुद अच्छे से डिटॉक्स हो सकती है।

2. फल और सब्जियां खाएं (Eat More Fruits and Fresh Vegetables)

आयुर्वेद के अनुसार, शरीर को प्राकृतिक रूप से साफ करने के लिए अधिक से अधिक फल और सब्जियों को सेवन करें। फल और सब्जियों एक प्राकृतिक दवाई है, जो आपको कई तरह के पोषक तत्व प्रदान करती है। इसलिए खाने में फलों और सब्जियों को शामिल करना न भूलें।

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3. मेडिटेशन से स्ट्रेस करें दूर (Meditate to Avoid Stress)

मेडिटेशन करने से स्ट्रेस कम होता है। स्ट्रेस होने से इम्यूनिटी कमजोर होती है। जिसकी वजह से आपको तमाम समस्याएं हो सकती हैं। जैसे- मेटाबॉलिज्म पर असर, पाचन पर असर, फ्लू और वायरस फैलने का खतरा इत्यादि। इसलिए नियमित रूप से मेडिटेशन करें। मेडिटेशन करने से मन को शांति मिलती है, जिससे स्ट्रेस कम होता है।

4. छोटे-छोटे टुकड़ों में खाएं (Eat Small Portions of Food)

आयुर्वेद के मुताबिक, खाना कभी भी एक साथ बड़े हिस्से में न खाएं। खाने के बड़े हिस्से को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटें। इससे पाचन शक्ति मजबूत होती है। हमेशा खाने को अच्छे से चबाचबाकर खाएं। खाना चबाकर खाने से पाचने में आसानी होती है। वहीं, छोटे टुकड़ों में खाने से एक ज्यादा खाने से बचते हैं, जिससे वजन कम होने की संभावना होती है। 

5. वर्कआउट करें (Work it Out)

बॉडी डिटॉक्सीफाइंग के लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज करना बहुत ही जरूरी है। भले ही आप हल्के-फुल्के एक्सरसाइज करें। लेकिन नियमित रूप से एक्सरसाइज जरूर करें। एक्सरसाइज करने से आपकी एनर्जी लेवल बनी रहती है। साथ ही आपका मूड भी अच्छा होता है। पाचन से जुड़ी परेशानियां भी दूर हो सकती हैं।

6. लिक्विड चीजों का अधिक से अधिक करें सेवन (Drink a Lot of Liquids)

आयुर्वेद के मुताबिक, अपने आहार में अधिक से अधिक लिक्विड चीजों को शामिल करना चाहिए। खासतौर पर गर्मियों के सीजन में यह बहुत ही जरूरी है। पानी के साथ-साथ फ्रेश जूस, ऑर्गेनिक टी और काढ़ा जैसी चीजों को अपने डाइट प्लान में शामिल करें।

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7. प्रोसेस्ड फूड्स न खाएं (Avoid All Sorts of Processes Foods)

आयुर्वेद के मुताबिक, शरीर की गंदगी को साफ करने के लिए हमेशा ऑर्गेनिक चीजों को खाएं। बाहर के पैकेट बंद या फिर प्रोसेस्ड फूड को खाने से बचें। इससे तमाम तरह की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

8. खाने के बीच में पिएं गर्म पानी पिएं (Warm Water Between Meals)

आयुर्वेद के अनुसार, खाने के बीच में गर्म पानी पीना चाहिए। इससे पाचन दुरुस्त रहता है। साथ ही शरीर में मौजूद गंदगी साफ होती है। ऐसा करने से वजन भी कंट्रोल रहता है।

आयुर्वेद के इन नियमों को फॉलो करके आप नैचुरल रूप से बॉडी को डिटॉक्स कर सकते हैं। इससे शरीर की कई समस्याएं भी दूर हो सकती हैं। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप कई समस्याओं से बच सकते हैं।

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