HFMD Disease in Delhi: एक ओर जहां डेंगू और चिकनगुनिया के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं वहीं, दूसरी ओर देश में अलग-अलग बीमारियों और वायरस की भी पुष्टि की जा रही है। गुजरात में चांदपुरा वायरस फैलने के बाद अब दिल्ली में हाथ, पैर और मुंह से जुड़ी एक नई बीमारी (HFMD Disease) फैल रही है। जानकारी के मुताबिक यह एक संक्रामक रोग है, जो छोटे बच्चों को तेजी से अपना शिकार बना रहा है। HFMD आमतौर पर एंटरोवायरस के कारण होता है। हालांकि, यह कोई बहुत गंभीर और घातक बीमारी नहीं है। आइये जानते हैं क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण और बचाव के तरीकों के बारे में। (HFMD Disease Symptoms and Prevention Tips)
क्या है हाथ, पैर और मुंह की बीमारी?
HFMD यानि हैंड, फुट, एंड माउथ (Hand, Foot, and Mouth Disease) एक प्रकार की संक्रामक बीमारी है, जो आमतौर पर छींकने, खांसने और कई बार मुंह से निकलने वाली लार के कारण फैलती है। यह बीमारी छोटे बच्चों के मुंह, पैर और हाथ आदि को प्रभावित करती है। यह बीमारी भी कोराना वायरस की तरह ही किसी वस्तु को छूने या इंसान के संपर्क में आने से फैल सकती है। इस बीमारी के स्कूल, कॉलेज और बच्चों के क्रेच आदि में फैलने की आशंका ज्यादा रहती है। डॉक्टर्स के मुताबिक अस्पतालों में रोजाना 3 से 4 बच्चों में ये शिकायत देखी जा रही है।
HFMD डिजीज के लक्षण
- इस बीमारी में बच्चों को नाक बहने की समस्या हो सकती है।
- इस बीमारी से संक्रमित होने के बाद उन्हें मल के जरिए स्राव होने के साथ ही मुंह से लार निकलने की समस्या हो सकती है।
- इससे बच्चों को खांसी और छींक आ सकती है।
- ऐसे में बच्चे के गले में खराश होने के साथ ही साथ सूजन भी आ सकती है।
- ऐसे में बच्चे को खाने-पीने में कठिनाई भी हो सकती है।
HFMD डिजीज से बचने के तरीके
- HFMD डिजीज से बचने के लिए आपको घर के आस-पास सफाई रखनी चाहिए।
- इस बीमारी से बचने के लिए आपको खांसते-छींकते हुए मुंह पर कोहनी लगानी चाहिए।
- इसके लिए आपको खाना खाने से पहले हाथों को अच्छे से धोना चाहिए।
- ऐसे में बच्चों को किसी बाहरी वस्तु को न छूने दें।
- ध्यान रखें कि बच्चा मुंह, नाक या खिलौनों में उंगली न डाले।