Delayed Sleep Phase Syndrome: डिलेड स्लीप फेज सिंड्रोम एक तरह का बॉडी क्लॉक स्लीप डिसऑर्डर है। अगर आप इस डिसऑर्डर का शिकार हैं, तो आपको समय पर कभी नींद नहीं आएगी। अक्सर अपने आस-पास आपको कोई ऐसा व्यक्ति मिल जाएगा, जो समय पर नहीं सोता और सुबह देर से सोकर उठता है। हालांकि ऐसा तब भी होता है जब शरीर में ज्यादा थकान होती है। यह स्लीप डिसऑर्डर किसी भी उम्र में हो सकता है। टीनएजर्स और युवाओं में यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। हालांकि देर से सोना और जल्दी न सो पाने में अंतर है। जिन लोगों को डिलेड स्लीप फेज सिंड्रोम होता है, वह चाह कर भी जल्दी नहीं सो पाते। वहीं दूसरी ओर कुछ लोग इस डिसऑर्डर का शिकार नहीं होते और अपनी मर्जी के मुताबिक देर से सोते हैं या उठते हैं। इस डिसऑर्डर को आगे विस्तार से जानेंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्सलिंग साइकोलॉजिस्ट डॉ नेहा आनंद से बात की।
डिलेड स्लीप फेज सिंड्रोम के लक्षण- Delayed Sleep Phase Syndrome Symptoms
- तय किए बेड टाइम पर सोने में परेशानी होना।
- बॉडी क्लॉक का आपको जगाए रखने का संकेत।
- रात में 2 से 6 बजे के बीच नींद न आना।
- सुबह जल्दी उठने में परेशानी होना।
- सुबह देर से या दोपहर में सोकर उठना।
- दोपहर के समय तेज नींद आना।
- काम पर फोकस न कर पाना।
- पूरे दिन शरीर में थकान महसूस होना।
- नींद न पूरी होने के कारण तनाव या डिप्रेशन के लक्षण महसूस करना।
डिलेड स्लीप फेज सिंड्रोम का कारण- Delayed Sleep Phase Syndrome Causes
- सोने की खराब आदतों के कारण इस डिसऑर्डर के शिकार हो सकते हैं।
- क्रोनिक इनसोम्निया के कारण डिलेड स्लीप फेज सिंड्रोम हो सकता है।
- एंग्जाइटी या डिप्रेशन होने पर यह समस्या हो सकती है।
- जेनेटिक कारणों के कारण भी डिलेड स्लीप फेज सिंड्रोम की समस्या हो सकती है।
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डिलेड स्लीप फेज सिंड्रोम का इलाज- Delayed Sleep Phase Syndrome Treatment
डिलेड स्लीप फेज सिंड्रोम को इतना हल्के में लेना सही नहीं है। इसके कारण कैफीन, एल्कोहल या ड्रग्स की लत भी लग सकती है। कम उम्र में बच्चे या युवा अक्सर ऐसी समस्याओं के शिकार हो जाते हैं। चलिए जानते हैं इस डिसऑर्डर का इलाज-
- सबसे पहले तो आप यह जान लें कि इस डिसऑर्डर की जांच बेहद मुश्किल है। केवल लक्षणों से ही इस बीमारी को डॉक्टर पकड़ पाते हैं।
- अगर आपके बच्चे को सोने में परेशानी हो रही है, तो आपको स्लीप स्पेशलिस्ट से बात करना चाहिए। अगर 7 दिन से ज्यादा सोने में परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
- क्रोनोथेरेपी (Chronotherapy) की मदद से बॉडी क्लॉक को ठीक किया जाता है। इसके लिए डॉक्टर आपका स्लीप टाइम टालते हैं जब तक आप नॉर्मल स्लीप रूटीन में फिर से नहीं जाते।
- आराम से न सो पाने की समस्या को दूर करने के लिए डॉक्टर मेलाटोनिन सप्लीमेंट खाने की सलाह भी दे सकते हैं।
- स्लीप हाइजीन इंप्रूव करने के लिए आपको इलेक्ट्रोनिक गैजेट्स को बेड से दूर रखना चाहिए, एक्सरसाइज करना चाहिए और कैफीन-एल्कोहल से दूर रहना चाहिए।
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