Crimean-Congo hemorrhagic fever Causes and Symptoms: बकरीद से पहले भारत के पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में कांगो फीवर का खतरा मंडरा रहा है। पाकिस्तान में कांगो फीवर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें पाकिस्तान में सैकड़ों लोग कांगो फीवर से जूझ रहे हैं। इतना ही नहीं इस संक्रमित बीमारी से अब तक 2 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। कांगो फीवर से दो लोगों की मौत होने के बाद पाकिस्तान के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने इस बीमारी से बचाव के लिए नागरिकों में अलर्ट जारी किया है। पाकिस्तान के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ने लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह जानवरों के संपर्क में आने से बचें। इतना ही नहीं प्रशासन से लोगों से मवेशी और पशु पालन करने वाले लोगों को भी जानवरों से दूरी बनाने की सलाह दी है। पाकिस्तान में कांगो फीवर से 2 लोगों की मौत होने के बाद भारत में भी अलर्ट जारी हो गया है। कांगो फीवर क्या है, इसके लक्षण क्या है और इससे संक्रमित बीमारी से बचाव के लिए क्या करना चाहिए, इसके बारे में जानने के लिए हमने लुधियाना स्थित सिबिया मेडिकल सेंटर, में हृदय रोग विशेषज्ञ और निदेशक डॉ. एस.एस. सिबिया से बात की।
क्या है कांगो फीवर- What is Crimean-Congo hemorrhagic fever
डॉक्टर के अनुसार, कांगो फीवर जानवरों में पाया जाने वाला एक वायरस है। कांगो फीवर से संक्रमित जानवरों के संपर्क में आने से यह इंसानों में फैलता है। मुख्य रूप से यह वायरस जानवरों की चमड़ी में मौजूद हिमोरल टैक्स के काटने से फैलता है। इससे वायरस इंसानों के संपर्क में आता है और इंसान को बीमार कर देता है। कांगो फीवर में तेज बुखार की समस्या देखी जाती है। समय रहते कांगो फीवर के बुखार का इलाज न किया जाए, तो यह कई गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है।डॉक्टर की मानें तो कांगो फीवर के मामले सिर्फ अफ्रीकी और यूरोपीय देशों में ही देखे जाते थे। लेकिन वक्त के साथ कांगो फीवर एशियाई देशों में भी अपना पैर पसार रहा है और लोगों को बीमार कर रहा है।
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कांगो फीवर लक्षण- Symptoms of Congo Fever in Hindi
कांगो फीवर के लक्षण काफी हद तक सामान्य बुखार जैसे मिलते-जुलते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।
- पेट दर्द
- कमर और शरीर के निचले हिस्से में दर्द
- बदन दर्द
- जी मिचलाना
- शारीरिक कमजोरी महसूस होना
- उल्टी और दस्त की समस्या
- मांसपेशियों में दर्द और ऐंठन
- मूड स्विंग
- दिमाग में कंफ्यूजन और सुनने में परेशानी
- आंखों में जलन और दर्द महसूस होना
- चक्कर आना
- मुंह व नाक से खून आना
- शरीर का ज्यादा तापमान रहना इसके मुख्य लक्षण हैं।
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कांगो फीवर से बचाव के उपाय- Congo Fever Prevention Tips in Hindi
- कांगो फीवर मुख्य रूप से जानवरों की चमड़ी के मौजूद बैक्टीरिया के संपर्क में आने से इंसानों में फैलता है। इस बीमारी से बचाव के लिए जानवरों के बीच रहने वाले व्यक्तियों से दूरी बनाएं।
- कांगो फीवर से बचने के लिए घर के आसपास घूमने वाले आवारा जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
- अगर आपकी इम्यूनिटी कमजोर है और आप बार-बार बीमार पड़ते हैं। ऐसे में कांगो फीवर से बचाव करने के लिए पूरी बाजू के कपड़े पहनें। पूरी बाजू के कपड़े पहनने से किसी कीड़े के काटने की संभावना कम हो जाती है और कांगो फीवर का खतरा कम हो जाता है।
- यदि किसी पशु के शरीर में इस तरह के कीड़े दिखाई देते हैं और आप उसके संपर्क में आए हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करके दवा लें।
कांगो फीवर का इलाज क्या है?
डॉक्टर का कहना है कि कांगो फीवर का इलाज मरीज की स्थिति, मरीज कितने दिन से कांगो फीवर से जूझ रहा है, मरीज में कौन-कौन से लक्षण नजर आ रहे हैं और मरीज की उम्र क्या है इस पर निर्भर करता है। मुख्य रूप से कांगो फीवर में एंटीबायोटिक दी जाती हैं, लेकिन बिना किसी डॉक्टरी सलाह के इसका सेवन खतरनाक हो सकता है। डॉक्टर की मानें तो अगर आपको कांगो फीवर के लक्षण महसूस होते हैं, तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें।
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