कोरोनावायरस यानी की COVID-19 का इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि मरीजों के पैर के पंजों पर दिखाई देने वाले बैंगनी या नीले रंग के घाव संक्रमण का पता लगाने का एक तरीका हो सकता है। डॉक्टरों के मुताबिक हालांकि ऐसा विषम और गंभीर मामलों में समान रूप से दिखाई देता है लेकिन अब तक इस संबंध को मान्य करने के लिए कोई निर्णायक अध्ययन नहीं हुआ है। इस स्थिति को अब डॉक्टर "COVID toes" कह रहे हैं।
पैर के पंजों में दर्द और होती है जलन
पेन्सिलवेनिया स्कूल ऑफ मेडिसिन विश्वविद्यालय में संक्रामक रोग के प्रमुख डॉ. एबिंग लुटेनबैक ने एक न्यूज वेबसाइट को बताया कि आमतौर पर इन्हें छूना दर्द भरा होता है और इनमें तेज जलन का अहसास होता है।
बच्चों और व्यस्कों में अधिक संभावना
लुटेनबैक का कहना है कि COVID toes बच्चों और युवाओं में असमान रूप से मौजूद होते हैं, जो कि वायरस की चपेट में आने के शुरुआती चरण में या तो बिना संकेतों के होते हैं या उनकी कोरोना टेस्ट रिपोर्ट नकारात्मक हो सकते हैं।
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कोरोना के गंभीर मामलों में भी होता है ऐसा
मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल के आपातकालीन विभाग के चीफ ऑफ क्रीटिकल केयर सुसान विल्कॉक्स का कहना है एक जांच में ये पाया गया है कि COVID-19 के गंभीर मामलों में रोगियों के पैर में ये बदलाव देखे गए हैं। उन्होंने यूएस टूडे नाम की वेबसाइट को बताया कि यह लक्षण एक्यूट रेस्पिरेटरी डिस्ट्रेस सिंड्रोम (ARDS) के रोगियों में सबसे आम होते हैं ।
डॉक्टरों ने सुझाए हैं ये दो कारण
लुटेनबैक के मुताबिक, COVID toes के लिए दो संभावित स्पष्टीकरण हैं। जिसमें से पहला संभावित कारण ये है कि किसी व्यक्ति के पैर और पंजों में मौजूद किसी प्रकार के संक्रमण में इंफ्लेमेटरी रिस्पॉन्स का होना और दूसरा पैर के पंजे की रक्त वाहिका में खून का थक्का हो बनना। हालांकि इसपर अधिक जानकारी के लिए और अधिक शोध किए जाने की आवश्यकता होगी।
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फ्लू और निमोनिया के रोगियों में दिखते हैं संकेत
विल्कॉक्स के अनुसार, पैर के पंजों पर बैंगनी और नीले घाव गंभीर फ्लू या वायरल निमोनिया के रोगियों में भी मौजूद हो सकते हैं। साइंटिस्ट का कहना है हालांकि COVID toes पर कोई निर्णायक शोध नहीं किया गया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी भी दी है, मामले की गंभीरता को देखते हुए इस तथ्य पर सभी स्पष्टीकरण और सबूत अभी भी इस बिंदु पर महत्वपूर्ण हैं।
क्या है कोरोना के शुरुआती संकेत
विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के अनुसार, कोरोनोवायरस के सामान्य लक्षणों में बुखार, थकान, सूखी खांसी और कुछ लोगों में दर्द और नाक में दर्द, नाक बंद होना, नाक बहना, गले में खराश और दस्त शामिल हो सकते हैं। किसी व्यक्ति में रोग के लक्षण सामने आने में संक्रमित होने से आम तौर पर पांच से छह दिन लगते हैं, हालांकि कुछ मामलों में इसमें 14 दिन तक लग सकते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक, कुछ मामले पूरी तरह से बिना लक्षण के होते हैं। अगर आप बुखार, खांसी या सांस लेने में कठिनाई का अनुभव करते हैं, तो डब्ल्यूएचओ आपको चिकित्सा लेने की सलाह देता है।
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