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पैरों की सूजन हो सकती है दिल की समस्या का शुरुआती संकेत, जानें बचाव का तरीका

हृदय संबंधी समस्या होने पर शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं। आगे जानते हैं क्या पैरों की सूजन हृदय रोग का संकेत हो सकता है?   
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पैरों की सूजन हो सकती है दिल की समस्या का शुरुआती संकेत, जानें बचाव का तरीका


Can Swollen Feet Be A Sign Of Heart Problems: लाइफस्टाइल में बदलाव की वजह से कोलेस्ट्रॉल और शरीर में सूजन आदि समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ना व पैरों में दिखाई देने वाली सूजन हृदय संबंधी रोगों का कारण बन सकती है। पैरों की सूजन (एडिमा) कंजेस्टिव हार्ट फेलियर का संकेत हो सकती है। कंजेस्टिव हार्ट फेलियर एक गंभीर और लंबे समय से चली आ रही समस्या है। इस समस्या में हार्ट को ब्लड पंप करने में परेशानी हो सकती है। ब्लड सर्कुलेशन में हुई समस्या के कारण पैरों में वाटर रिटेशन की समस्या होने लगती है। इसकी वजह से पैरों में सूजन आ सकती है। आगे एनएमएसी अस्पताल के सीनियर फिजिशियन डॉक्टर विनोद कुमार से जानते हैं कि पैरों में सूजन किस तरह से हृदय रोग का संकेत बन सकता है। साथ ही, इस समस्या का बचाव कैसे किया जा सकता है। 

पैरों की सूजन हो सकती है दिल की समस्या का शुरुआती संकेत - Can Swollen Feet Be A Sign Of Heart Problems in Hindi 

पैरों की सूजन की वजह हृदय संबंधी रोगों को खतरा बढ़ सकता है। सामान्य रूप से पैरों, टखनों और पेट में सूजन हृदय संबंधी स्थिति कंजेस्टिव हार्ट फेलियर का संकेत हो सकता है। टांगों और पैरों में सूजन को पेरिफेरल एडिमा कहा जाता है। यह लोगों में हार्ट फेलियर का लक्षण हो सकता है। 

  • इस दौरान व्यक्ति को पैरों में भारीपन महसूस हो सकता है।
  • जब आप सूजी हुई त्वचा को दबाते हैं, तो इससे निशान पड़ सकता है। 
  • आपको जूते पहनते समय इन असहजता हो सकती है। 
  • सूजन के कारण पैरों की त्वचा गर्म और सख्त होने लगती है। 
  • आपके टखनों, पंजों या पैरों को मोड़ना कठिन हो सकता है।

swollen feet be a sign of heart problems

पैरों में सूजन समस्या होने पर हार्ट फेलियर कैसे होता है? - How Does Heart Failure Cause Swollen Feet in Hindi

हार्ट फेलियर में हृदय की नसों के द्वारा ब्लड को बाहर की ओर पंप करने और अंदर की दोबारा पंप करने में परेशानी होती है। इसके चलते ब्लड सर्कुलेशन पर प्रभाव पड़ता है। इसकी वजह से शरीर के निचले हिस्से में वाटर रिटेनशन हो सकता है। इसकी वजह से सूजन हो सकती है। हार्ट फेलियर के शुरुआती लक्षणों में पैरों में सूजन देखने को मिल सकती है। 

हार्ट फेलियर किड़नी में ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करती है। इससे किड़नी में सोडियम और पानी जमा हो सकता है। इससे तरल पदार्थ की अधिकता हो सकती है। इसमें पानी का जमाव पिड़लियों और जांघों तक बढ़ सकती है। यह सूजन पैरों के साथ ही, पेट, छाती और फेफड़ों तक हो सकती है। 

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हृदय संबंधी रोगों से बचाव के लिए आपको डाइट में बदलाव करने की जरूरत हो सकती है। इस दौरान तैलीय चीजों का सेवन कम करना चाहिए। साथ ही, एडिमा को कम करने के लिए नियमित एक्सरसाइज और योग करने की सलाद दी जाती है। पैरों की सूजन को कम करने के लिए डॉक्टर नमक का सेवन कम करने को कह सकते हैं। इससे शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ सकती है, जो सूजन का कारण बन सकती है। अगर, सूजन की वजह से परेशानी अधिक हो तो ऐसे में आप डॉक्टर से संपर्क करें।  

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