दुनिया भर में बहुत तेजी से फैली कोरोनावायरस महामारी के कारण लोग अपने घरों में कैद होने के लिए मजबूर हो चुके हैं। पर्सनल हाइजीन बनाए रखने से लेकर फेस मास्क पहनने तक और फिजिकल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन करने को लेकर लोगों ने जरूरी नई आदतें विकसित कर ली हैं क्योंकि उन्हें डर है कहीं वे इस जानलेवा वायरल इंफेक्शन का शिकार न हो जाएं। दुनिया भर में तबाही का मंजर फैला चुके COVID-19 के अब तक 24 लाख से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 1.6 लाख से अधिक मौतें हो चुकी हैं। हैरानी की बात ये है कि इस जानलेवा संक्रमण का अभी तक कोई इलाज या टीका विकसित नहीं हुआ है, जिसके कारण ही लोगों को अतिरिक्त सतर्क रहने की जरूरत आन पड़ी है।
हम सभी इस बात को भलीभांति जानते हैं कि नोवल कोरोनावायरस 30 मिनट तक हवा में रहता है और कपड़े सहित विभिन्न सतहों पर ये और अधिक समय तक रहता है। यही कारण है कि आपको अपने आस-पास फेस मास्क पहने लोग दिखाई दे जाएंगे क्योंकि ये संक्रमित व्यक्ति से वायरस के प्रसार को रोकने के लिए एक प्रभावी तरीका बन चुका है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपके पादने से भी कोरोनोवायरस फैला सकता है या नहीं? खैर, इसका एक जवाब आपके सामने है और इसका सीधा जवाब हां या न में नहीं है। इसका जवाब जानने के लिए इस मामले की तह तक जाना जरूर है तो आइए जानते हैं कि क्या पादने से भी फैल सकता है कोरोनावायरस ।
क्या पादने से फैल सकता है कोरोनावायरस
इस मामले में तथ्यों, शोध और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के निष्कर्षों के आधार पर सामने आया है कि ऐसा हो सकता है, जिसका मतलब है कि पादने से भी कोरोना फैल सकता है। हालांकि इस बात को जानकर डरने की जरूरत नहीं है और न ही आप उन लोगों को अपने से दूर धकेलने की कोशिश करें, जो पाद रहे हैं।
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हालिया रिपोर्टों से पता चला है कि कोरोनोवायरस पॉजिटिव 50 प्रतिशत से अधिक रोगियों के मल में ये वायरस पाया गया है । कई शोधों में ये बातअच्छी तरह से सत्यापित हो चुकी है कि पाद में माइक्रोपार्टिक्ल होते हैं, जो बैक्टीरिया को फैला सकते हैं।
वेस्टर्न हेल्थ स्थित ऑस्ट्रेलियाई आपातकालीन चिकित्सक एंडी टैग के अनुसार, पाद या फिर गैस छोड़ने में लंबी दूरी तक हवा फैलाने की शक्ति होती है और आपके पाद में मौजूद एक कण 5-माइक्रोन एरोसोल की छोटी बूंद से 5 गुना बड़ा होता है। ट्वीट्स की एक श्रृंखला में, डॉ. टैग ने कुछ संदर्भ सामने रखे हैं कि कैसे पाद बैक्टीरिया फैला सकता है, लेकिन पैंट पहने होने पर इसरी संभावना शून्य हो जाती है। उन्होंने कहा कि हमने ये भी पाया है कि पाद द्वारा कोरोनावायरस फैलने के मामले में को ठोस निष्कर्ष फिलहाल सामने नहीं आया है।
मेडिकल एजुकेशन साइट डोन्ट फ़ॉरगेट द बबल्स के सह-संस्थापक टैग ये भी सुझाव देते हैं कि पाद के माध्यम से कोरोनावायरस फैलने की संभावना को पूरी तरह से अनदेखा और नकारा भी नहीं जा सकता है। लेकिन जब तक आपने पैंट पहनी हुई है, आप बीमारी को नहीं फैला पाएंगे।
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कोरोना को फैलने से रोक सकती है आपकी पैंट
टैग के अलावा एबीसी के कोरोनावायरस पॉडकास्ट, जिसे कोरोनाकास्ट भी कहा जाता है, उसमें डॉ. नॉर्मन स्वान ने ये सवाल उठाया और इस तथ्य पर भी जोर दिया कि चेहरे के मास्क की तरह व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण के रूप में हमारी पैंट या कपड़ें काम में आ सकते हैं।
स्वान ने पॉडकास्ट में कहा कि सौभाग्य से, हम हरवक्त एक मास्क पहनते हैं, जो हर समय हमारे पाद को कवर करता है। मुझे लगता है कि सोशल डिस्टेंसिंग के संदर्भ में हमें खुद और दूसरे व्यक्ति को सुरक्षित रखने के नाते अन्य व्यक्ति के करीब नहीं पादना चाहिए। इसके साथ ही आपको पादते वक्त अपनी पैंट पहने रखनी चाहिए ।
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