शरीर में कई तरह के रोग होते हैं, कई रोग आपकी स्किन को खराब कर सकते हैं। सोरायसिस एक ऐसा ही रोग है। इसमें आपकी स्वास्थ कोशिकाएं खराब होने लगती हैं। मेडिकल भाषा में इसे ऑटोइम्यून डिडीज कहते हैं। इसका मतलब यह है कि आपका प्रतिरक्षा तंत्र गलती से आप ही की स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने लगता है। इसमें त्वचा पर लाल चकत्ते और पपड़ी होने लगती है। कई बार इसमें दर्द भी होता है। लेकिन घरेलू आप से आप इसके लक्षणों को कम कर सकते हैं। केले के छिलके में पोटेशियम, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं। इसके साथ ही इसमें कैरोटीनॉयड, एंटीऑक्सिडेंट्स और पॉलीफेनोल्स होते हैं, जो स्किन को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से बचाने का कार्य करते हैं। आगे बर्कोविट स्किन केयर की स्किन केयर स्पेशलिस्ट रेनू सिंह से जानते हैं कि सोरायसिस में आप केले के छिलको का उपयोग कैसे कर सकते हैं।
सोरायसिस क्या है? What is Psoriasis In Hindi
सोरायसिस एक पुरानी ऑटोइम्यून त्वचा रोग है। इसमें स्किन में सूजन होती है और खुजली के साथ लाल, पपड़ीदार, उभरी हुई त्वचा दिखाई दे सकती है। यह समस्या आनुवांशिक, कुछ दवाओं के प्रतिकियाओं, धूम्रपान और तनाव की वजह से हो सकती है। कुछ मामलो में इस स्थिति में व्यक्ति को काफी दर्द भी महसूस होता है।
क्या केले के छिलको से सोरायसिस को कम किया जा सकता है? - Could Banana Peel Help To Reduce Psoriasis Symptoms In Hindi
केले के छिलकों को आप स्किन ट्रीटमेंट का विकल्प नहीं समझ सकते हैं। यह केवल सोरायसिस के दौरान दिखाई देने वाले लक्षणों को कुछ हद तक कम कर सकता है। सोरायसिस की वजह से त्वचा पर होने वाली लालिमा और जलन को कम करने के लिए आप केले के छिलकों का उपयोग कर सकते हैं। इससे स्किन को ठंडक पहुंचती है। साथ ही, यह त्वचा को मॉइश्चराइज करने में सहायक होता है। केले के छिलको में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो खुजली को कम क सकते हैं। इससे हल्के हाथों से बेहद कम प्रेशर के साथ त्वचा पर लगाने से राहत मिलती है।
सोरायसिस के इलाज के लिए केले के छिलके का उपयोग कैसे करें? - How To Use Banana Peel For Psoriasis In Hindi
केले का छिलका स्किन पर लगाने से सोरायसिस के दर्द में मदद मिल सकती है। साथ ही, जलन को कम किया जा सकता है। इसके अलावा, पैच्स में बार-बार होने वाली खुजली की समस्या में भी राहत मिलती है। फिलहाल केले के छिलकों के सोरायसिस पर उपयोग को लेकर रिसर्च कार्य जारी है।
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सोरायसिस में त्वचा पर किसी भी चीज का उपयोग करने से पहले आप डॉ्क्टर की सलाह अवश्य लें। यह एक ऑटोइम्यून डिजीज है, जिसे दवाओं से काफी हद तक ठीक किया जा सकता है। नियमित इलाज से इसके लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही स्किन में सूजन और जलन को भी मैनेज किया जा सकता है। यदि आपको स्किन पर पैच या पपड़ी बन रही हो तो इसको नजरअंदाज न करें। किसी भी रोग का इलाज शुरुआती दौर में किया जाए तो उसे जल्द ठीक किया जा सकता है।