How Does Psoriasis Affect Pregnancy in Hindi: प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई प्रकार की कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिसके चलते मूड स्विंग, स्ट्रेस और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं हो सकता है। सोरायसिस से पीड़ित महिलाओं को प्रेग्नेंसी के दौरान काफी तकलीफ होती है। इस दौरान महिलाओं को अन्य शारीरिक समस्याओं के साथ-साथ सोरायसिस में होने वाली खुजली, जलन और पपड़ीदार त्वचा का भी सामना करना पड़ता है। प्रेग्नेंसी के दौरान सोरायसिस होने पर प्रेग्नेंसी पर भी प्रभाव पड़ता है। कई बार प्रेग्नेंसी के दौरान सोरायसिस की दवाएं खाने से भी सेहत पर असर पड़ सकता है।
अगर प्रेग्नेंसी के दौरान आप अपनी सोरायसिस की समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं तो यह सेहत पर कई तरीकों से भारी पड़ सकती है। इसलिए दवाओं, थेरेपी या घरेलु नुस्खों के जरिए आपको इसे कंट्रोल करने की जरूरत है। अगर आप भी प्रेग्नेंसी के दौरान इस समस्या से परेशान हैं तो ऐसे में इस लेख को जरूर पढ़ें। आइये इस बारे वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से जानते हैं सोरायसिस प्रेग्नेंसी को कैसे प्रभावित करता है। (How Does Psoriasis Affect Pregnancy in Hindi) -
प्रेग्नेंसी को कैसे प्रभावित करता है सोरायसिस?
डॉक्टर के मुताबिक प्रेग्नेंसी के दौरान सोरायसिस होना या अगर आपको पहले से ही सोरायसिस है और आप प्रेग्नेंट हैं तो ऐसे में आपको असहजा महसूस हो सकती है। इस स्थिति में आपको त्वचा से जुड़ी समस्याएं जैसे खुजली, जलन और त्वचा में सूजन का सामना करना पड़ सकता है। National Institutes of Health (NIH) के मुताबिक सोरायसिस सीधेतौर पर आपकी प्रेग्नेंसी को प्रभावित नहीं करता है। अगर आप सोरायसिस से पीड़ित हैं तो ऐसे में आपको फर्टिलिटी और मिसकैरेज आदि से जुड़ी किसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। सोरायसिस प्रेग्नेंसी के दौरान आपको व्यक्तिगत रूप से प्रभावित कर सकती है।
सोरायसिस से प्रेग्नेंसी पर क्या प्रभाव पड़ता है?
सोरायसिस होने पर प्रेग्नेंसी पर कोई गंभीर असर नहीं पड़ता है। हालांकि, कुछ मामलों में आपके सोरायसिस के लक्षण और ज्यादा गंभीर हो सकते हैं। वहीं, इसे मैनेज करने पर हो सकता है कि सोरायसिस के लक्षणों में कमी आ जाए। सोरायसिस में त्वचा पर पड़ने वाले चकत्ते या पपड़ीदार स्किन आपको प्रेग्नेंसी के बाद त्वचा संबंधी समस्याओं के तौर पर नुकसान पहुंचा सकती है। वहीं, कई मामलों में प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण आपको कुछ शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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प्रेग्नेंसी में सोरायसिस को मैनेज कैसे करें?
- प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले सोरायसिस को मैनेज करने के लिए आपको अपने लाइफस्टाइल में बदलाव करने की जरूरत है।
- इसके लिए आपको खान-पान पर ध्यान देना चाहिए। ऐसे में आपको फलों, हरी सब्जियों और नट्स आदि का सेवन करना चाहिए।
- इसके लिए आपको सोरायसिस में दिखाई देने वाले लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए।
- सोरायसिस को कंट्रोल या मैनेज करने के लिए आपको स्ट्रेस और तनाव को कम करने की जरूरत है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान सोरायसिस को मैनजे करने के लिए आपको विटामिन- डी की आपूर्ति करनी चाहिए।
- इसके लिए बीच-बीच में सोरायसिस की जांच कराते रहें।
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