Complications Of Vitamin B1 Deficiency During Diabetes: जब आपकी जीवनशैली अनियमित होती है तो ऐसें में आपको कई तरह के रोग होने का जोखिम बढ़ जाता है। इसमें आप डायबिटीज को भी शामिल कर सकते हैं। हालांकि, डायबिटीज होने के पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं, लेकिन आज के दिनों में लाइफस्टाइल इसका एक बड़ा कारण माना जाता है। जब व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन सही तरीके से काम नहीं करता हैं, तो रक्त में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। सामान्यतः देखा गया है कि डायबिटीज से पीड़ित ज्यादातर लोगों में विटामिन बी की कमी होने की संभावना अधिक होती है। इसकी वजह से उनको अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा अधिक होता है। विटामिन B कई विटामिन्स का एक ग्रूप हैं, जिसमें B1 (थायमिन), B6 (पाइरिडॉक्सिन), B7 (बायोटिन), B9 (फोलिक एसिड) और B12 (कोबालामिन) जैसे विटामिन शामिल होते हैं। ये सभी शरीर के मेटाबॉलिज्म, नर्व फंक्शन, मांसपेशियों और दिमागी स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी हैं। डायबिटीज के मरीजों में यदि इन विटामिन्स की कमी हो जाए, तो इससे कई जटिलताएं (Complications) पैदा हो सकती हैं। इस लेख में श्रुति के भारद्वाज, चीफ क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट, ज़ाइडस हॉस्पिटल्स से जानेंगे कि डायबिटीज के दौरान विटामिन B1 की कमी से क्या-क्या समस्याएं हो सकती हैं, इसके लक्षण क्या होते हैं, और इससे बचने के उपाय क्या हैं।
डायबिटीज में विटामिन B1 (थायमिन) की कमी क्यों होती है? - Causes Of Thiamine Deficiency In Diabetes in Hindi
विटामिन B1 एक पानी में सॉल्यूबल विटामिन है जो शरीर में भोजन को एनर्जी में बदलने में मदद करता है। यह विशेष रूप से मस्तिष्क, नसों, दिल और मांसपेशियों की कार्यप्रणाली को बनाए रखने में जरूरी होता है। विटामिन बी1 (थायमिन) की कमी को थायमिन डिफिशिएंसी या गंभीर मामलों में बेरी-बेरी कहा जाता है। डायबिटीज के मरीजों में यह कमी अक्सर अनदेखी रह जाती है, जबकि इसके दुष्प्रभाव गंभीर हो सकते हैं। इसकी कमी होने के कारण को आगे बताया गया है।
बार-बार पेशाब आना (Polyuria)
डायबिटीज में पेशाब की मात्रा अधिक हो जाती है, जिससे थायमिन जैसे पानी में घुलनशील विटामिन यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस
डायबिटीज के कारण शरीर में फ्री रेडिकल्स की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे थायमिन की जरूरत तेजी से बढ़ती है।
खराब डाइट और अवशोषण
कई डायबिटिक मरीजों की डाइट पोषणविहीन होती है, या पाचन प्रणाली सही तरीके से थायमिन को अवशोषित नहीं कर पाती।
डायबिटीज में थायमिन (विटामिन बी1) की कमी से होने वाली जटिलताएं - Complications Of Vitamin B1 Deficiency During Diabetes In Hindi
डायबिटिक न्यूरोपैथी (Diabetic Neuropathy)
थायमिन(विटामिन बी1) की कमी नसों के लिए बेहद खतरनाक होती है। यह न्यूरोटॉक्सिक पदार्थों को तोड़ने में मदद करता है। जब इसकी कमी हो जाती है, तो नर्वस सेल्स डैमेज होती हैं, जिससे हाथ-पैरों में सुन्नपन, जलन, झनझनाहट या तेज़ दर्द होने लगता है।
कार्डियोमायोपैथी (हृदय की मांसपेशियों में कमजोरी)
थायमिन की कमी से दिल की मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं, जिससे दिल के पंप करने की क्षमता घट जाती है। यह स्थिति हार्ट फेल्योर जैसी गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है। डायबिटिक मरीजों में हृदय रोग का खतरा वैसे ही ज्यादा होता है, और थायमिन की कमी इसे और बढ़ा देती है।
वर्निके-कोर्साकोफ सिंड्रोम (Wernicke-Korsakoff Syndrome)
यह मस्तिष्क से जुड़ी एक गंभीर न्यूरोलॉजिकल स्थिति है जो थायमिन की अत्यधिक कमी से होती है। डायबिटीज़ के मरीजों में यह स्थिति भ्रम, याददाश्त की कमी, चक्कर आना, और चलने में असंतुलन जैसे लक्षण पैदा कर सकती है।
किडनी की कार्यप्रणाली पर प्रभाव
थायमिन की कमी से किडनी की कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। डायबिटिक नेफ्रोपैथी (Diabetic Nephropathy) को बढ़ावा मिल सकता है, जिससे किडनी फेल्योर तक की नौबत आ सकती है।
पाचन और मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ी
थायमिन मेटाबॉलिज्म को सुचारु बनाए रखने में मदद करता है। इसकी कमी से भोजन ठीक से पच नहीं पाता और ऊर्जा का उत्पादन बाधित होता है, जिससे डायबिटिक व्यक्ति को थकावट, मांसपेशियों में कमजोरी और भूख न लगने जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
थायमिन की कमी से बचाव के उपाय - Prevention Tips Of Thiamine Deficiency In Hindi
- थायमिन युक्त आहार लें। जैसे साबुत अनाज (ब्राउन राइस, ओट्स), दालें और बीन्स, सूरजमुखी के बीज, अंडा और मछली और हरी पत्तेदार सब्जियां आदि।
- सप्लीमेंट की मदद लें। अगर डॉक्टर की सलाह से थायमिन की कमी पाई जाती है, तो बी1 सप्लीमेंट दिया जा सकता है, खासकर उन मरीजों को जो लंबे समय से डायबिटीज की दवा ले रहे हैं।
- नियमित जांच कराना आवश्यक होता है। ब्लड टेस्ट, न्यूरोलॉजिकल टेस्ट और विटामिन स्तर की जांच समय-समय पर करवाएं ताकि किसी कमी को समय रहते पहचाना जा सके।
- शराब और धूम्रपान से बचें। ये दोनों चीजें थायमिन के अवशोषण को प्रभावित करती हैं और नुकसान पहुंचाती हैं।
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डायबिटीज एक जटिल बीमारी है जो शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित कर सकती है। लेकिन जब इसके साथ विटामिन B1 (थायमिन) की कमी भी जुड़ जाए, तो स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है। यह न केवल नर्व सिस्टम बल्कि दिल, दिमाग और किडनी तक को नुकसान पहुंचा सकती है। इसलिए, डायबिटिक मरीजों के लिए यह जरूरी है कि वे अपने खानपान, पोषण और शरीर में जरूरी विटामिन्स के स्तर पर बराबर नजर रखें।
FAQ
डायबिटीज से कौन सा अंग खराब होता है?
डायबिटीज होने पर व्यक्ति के अन्य अंग जैसे कि हार्ट, पैरों की नसे, किडनी आदि प्रभावित होने की संभावना अधिक होती है। यदि किसी व्यक्ति को लंबे समय तक डायबिटीज बना रहता है तो इन अंगों की कार्य क्षमता पर असर पड़ता है।क्या डायबिटीज से मानसिक समस्याएं हो सकती हैं?
एक्सपर्ट बताते हैं कि डायबिटीज से व्यक्ति की मानसिक स्थिति प्रभावित हो सकती है। डायबिटीज के कारण डिप्रेशन, स्ट्रेस और मेमोरी लॉस जैसी मानसिक समस्याएं देखने को मिल सकती है।शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए क्या करें?
शुगर लेवल को निंयत्रित करने के लिए आप रोजाना एक्सरसाइज करें। कुछ योगासन पैंक्रियाज को एक्टिवेट करने में मदद कर सकते हैं। इसके अलावा चीनी, शराब से दूरी बनाएं और पौष्टिक आहार का सेवन करें।