प्रेग्नेंसी हर महिला के लिए एक खूबसूरत एहसास होता है। प्रेग्नेंसी की जर्नी में एक महिला अपने अंदर एक शिशु को पालती है। जब भ्रूण गर्भ के अंदर घूमता है तो उसे एक खास एहसास दिलाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान जितने खास एहसास होते हैं, उससे कहीं ज्यादा परेशानियां भी होती हैं। 9 महीने की इस जर्नी में महिला को उल्टी, लूज मोशन, मूड स्विंग और हार्मोन के उतार-चढ़ाव की वजह से मेंटल स्ट्रेस रहता है। खासकर जब बात पहली प्रेग्नेंसी की हो तो महिलाओं के दिमाग में कई तरह के सवाल घूमते रहते हैं। जब मैं प्रेग्नेंट थी, तब अक्सर सोचती क्या सब कुछ सही से हो पाएगा। मैं जो खाना खा रही हूं, फल और जूस ले रही हूं क्या वो सब मेरे बच्चे के लिए सही है? ऐसे कई सवाल थे जो मेरे दिमाग में तो घूम रहे थे, लेकिन इसका जवाब मैं किससे मांगू मैं इस बात को लेकर कंफ्यूजन में थीं। मेरी ही तरह पहली बार मां बनने वाली महिलाओं के मन में आने वाले ऐसी ही 3 सवाल आज मैं लेकर आई हूं। इन सवालों का जवाब दे रही हैं गुरुग्राम स्थित सीके बिरला अस्पताल की गायनोकॉलोजिस्ट आस्था दयाल।
सवाल 1 : प्रेग्नेंसी में कितना वजन बढ़ना चाहिए?
जवाब : डॉक्टर आस्था दयाल का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान कितना वजन बढ़ना चाहिए इसका कोई पैरामीटर नहीं है। प्रेग्नेंसी के दौरान वजन का बढ़ना महिलाओं के शरीर के आकार, डाइट और कई चीजों पर निर्भर करता है। आमतौर पर प्रेग्नेंसी के पहले महीने से लेकर 9 महीने के बीच महिला का वजन 9 से 12 किलो तक बढ़ता है। जिन महिलाओं का वजन कंसीव करने से पहले कम था, उनका वजन आमतौर पर 15 से 20 किलो बढ़ना सही माना जाता है।
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सवाल 2 : प्रेग्नेंसी के दौरान 2 लोगों का भोजन करना चाहिए?
जवाब : डॉक्टर का कहना है कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिला के गर्भ में एक नन्हीं सी जान पल रही होती है। इसलिए महिलाओं को अतिरिक्त पोषण की जरूरत होती है। हालांकि इसका मतलब यह बिल्कुल भी नहीं है कि आप दो लोगों के हिसाब से खाना खाएं। प्रेग्नेंसी के महिला का हेल्दी डाइट लेना जरूरी है, ताकि गर्भ में पलने वाले शिशु को पूरा पोषण मिल सके और उसका विकास सही तरीके से हो। प्रेग्नेंट महिलाओं को डाइट के टिप्स देते हुए डॉ. आस्था कहती हैं कि उनके खाने में प्रोटीन, आयरन और कैल्शियम का सही संतुलन होना चाहिए। इसके लिए प्रेग्नेंट महिलाओं को डाइट में अनार, मखाने, दाल और अंडों को शामिल करना चाहिए।
सवाल 3 : प्रेग्नेंसी में सोने की सही पोजीशन क्या होनी चाहिए?
जवाब : प्रेग्नेंसी में सोने की सही पोजीशन क्या होनी चाहिए इसके बारे में कोई भी डॉक्टर या एक्सपर्ट सलाह नहीं देता है। एक प्रेग्नेंट महिला को अपने सोने की पोजीशन खुद तय करनी चाहिए, ताकि उसके शरीर को आराम मिल सके। हालांकि प्रेग्नेंसी की दूसरी तिमाही में गर्भाशय का आकार बड़ा होने लगता है इसलिए उन्हें बाईं करवट लेकर सोना चाहिए। डॉक्टर का कहना है कि बाईं करवट सोने से गर्भ में पर्याप्त खून की सप्लाई होती है, जिससे बच्चे का विकास सही तरीके से होता है।
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इनके अलावा आपके मन में प्रेग्नेंसी, पीरियड्स या महिलाओं से जुड़ी किसी अन्य बीमारी के बारे में कोई सवाल है तो हमें जरूर बताएं। हम अपने एक्सपर्ट से आपके सवालों का जवाब जानने की कोशिश करेंगे।
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