कई शोधों और चिकित्सकों के मुताबिक फलों का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद होता है। अब वैज्ञानिकों ने पाया है कि मौसमी और इस तरह के अन्य सिट्रस एसिड वाले फलों को खाने से किडनी दुरुस्त रहती हैं। मौसमी, नारंगी, संतरे और नींबू आदि खट्टे फलों में सिट्रस एसिड पाया जाता है।
गुर्दे संबंधी समस्या को पॉलिसिस्टिक किडनी डिजीज के नाम से जाना जाता है। यह एक आनुवांशिक रोग है, ऐसे में हाई ब्लड प्रेशर हो जाता है और गुर्दा काम करना बंद कर देता है। रोगी को जीवित रखने के लिए डायलिसिस की जरूरत होती है। गुर्दा संबंधी परेशानी होने पर चिकित्सीय विज्ञान में और भी उपचार उपलब्ध हैं। खट्टे फलों के सेवन से इस तरह का खतरा कम रहता है।
रॉयल हॉलीवे यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन और किंग्सटन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने शोध के बाद नतीजा निकाला कि सिट्रस अम्ल से युक्त खट्टे फलों का सेवन गुर्दे के लिए फायदेमंद होता है। रॉयल हॉलीवे यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ बॉयोलॉजिकल साइंस में प्रोफेसर रॉबिन विलियम्स ने कहा कि इस शोध से यह भी पता चला है कि पॉलिसिस्टिक किडनी डिजीज के खतरों को कैसे कम किया जा सकता है।
विलियम्स ने उम्मीद जताई कि शोध के आधार पर निकले नतीजों को किडनी रोग से संबंधित दवाओं को बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अब कुछ समय बाद की जाने वाली शोध में गुर्दे की समस्याओं के उपचार के लिए दवा तैयार करने पर काम किया जाएगा।