आजकल लोगों में खासकर लड़कियों में एनीमिया की समस्या अधिक देखने को मिलती है। ऐसा हीमोग्लोबिन की कमी के कारण तो होता ही है... लेकिन वर्तमान में ये समस्या इसलिए भी बढ़ गई है क्योंकि लोगों की डाइट सही नहीं है। आइए इस लेख में जानें की एनीमिया की समस्या क्यों बढ़ रही है और क्या है इसका निवारण।
एनिमिया का कारण
किसी नजह या बीमारी की वजह से जब खून में लाल रक्तकणों अर्थात हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है तो उस स्थिति को खून की कमी होना मतलब एनीमिया होना कहते हैं। इस बीमारी में रोगी का चेहरा पीला या सफेद पड़ जाता है। वर्तमान में महिलाओं में खून की समस्या अधिक देखने को मिल रही हैं।
देश की 59% महिलाओं को एनीमिया की समस्या है जिसमें से पूर्वी क्षेत्र में इसकी संख्या अधिक है।
शरीर में आयरन, फोलिक एसिड व विटामिन-बी12 की कमी से एनीमिया रोग होता है। इनकी कमी से शरीर में रेड ब्लड सेल्स का स्तर सामान्य से कम हो जाता है। महिलाओं में पीरियड होने के कारण भी खून की कमी हो जाती है।
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इसके लक्षण
- शरीर में कमजोरी होना
- वजन कम होना
- थकान होना और चक्कर आना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- श्वास की तकलीफ
- दिल की दर तेज होना
- सिर में दर्द होना
- नाखूनों का खराब होना
- बालों का झड़ना
- भूख नहीं लगना
रोज खाएं भीगे चने दाल
एनीमिया का इलाज करने के लिए रोज सुबह नाश्ते में भीगे हुए चना दाल खाएं। रात को एक कटोरी चना दाल भिगा लें। सुबह उसमें आधा प्याज, लहसुन और एक टमाटर काट कर मिला लें। थोड़ा सा नमक डालें। अब इसे खा लें। रोजाना चना दाल ऐसे ही सुबह खाएं। हीमोग्लोबिन कंट्रोल करने के लिए आप भीगे हुए दाल में एक चम्मच शहद मिलाकर भी खाएंगे तो फायदा करेगा।
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सावधानी
एक कटोरी से अधिका चना दाल ना खाएं। प्याज, टमाटर और लहसुन मिला कर ही खाएं। खाली चना दाल बादी करते हैं।
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