Causes Of Pink Discharge During Pregnancy: प्रेग्नेंसी हर महिला के जीवन में कुछ नए बदलाव लेकर आती है। इस दौरान महिला एक नई जिंदगी को लाने की तैयारी करती है। साथ ही, महिलाओं को प्रेग्नेंसी में कई तरह के शारीरिक बदलावों से गुजरना पड़ता है। यह बदलाव एक सामान्य प्रक्रिया है, जिससे लगभग हर महिला गुजरती है। हालांकि, इस दौरान महसूस होने वाले कुछ लक्षण गंभीर समस्या की ओर भी संकेत करते हैं। प्रेग्नेंसी में पिंक डिस्चार्ज होने पर महिलाएं घबरा जाती हैं। पहली बार प्रेग्नेंट हुई महिलाओं के मन में इस तरह के लक्षण दिखाई देने पर कई तरह के प्रश्न उठते हैं। ऐसे में महिलाओं को किसी गाइनाक्लॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए और मन में उठने वाले हर प्रश्न को समझने का प्रयास करना चाहिए। इस लेख में साईं पॉलिक्लिनिक की सीनियर गाइनाक्लॉजिस्ट डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में पिंक डिस्चार्ज का क्या मतलब होता है और यह किस कारण से होता है?
प्रेग्नेंसी में पिंक डिस्चार्ज के क्या कारण होते हैं? - Causes Of Pink Discharge During Pregnancy in Hindi
फर्टिलाइजेशन और इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग का संकेत (Implantation Bleeding)
प्रेग्नेंसी के शुरुआती चरण में जब फर्टिलाइज एग गर्भाशय की दीवार पर चिपकता है, तो ऐसे में महिलाओं को पिंक या हल्के भूरे रंग का डिस्चार्ज हो सकता है। यह इंप्लाटेशन की एक सामान्य प्रक्रिया होती है। यह डिस्चार्ज प्रेग्नेंसी के दो सप्ताह में देखने को मिलता है।
हॉर्मोनल बदलाव (Hormonal Changes)
गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन में बदलाव होते हैं। ये बदलाव गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) को अधिक संवेदनशील बना सकते हैं, जिससे हल्का गुलाबी डिस्चार्ज हो सकता है।
गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) में जलन
गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय ग्रीवा में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ जाता है। यदि गर्भाशय ग्रीवा में किसी प्रकार की जलन हो, जैसे शारीरिक संबंध के समय, वजाइनल टेस्ट या अल्ट्रासाउंड के दौरान, तो ऐसे में महिला को हल्का गुलाबी रंग का डिस्चार्ज हो सकता है।
प्लेसेंटा से संबंधित समस्याएं (Placental Issues)
गर्भावस्था के दौरान प्लेसेंटा की स्थिति में समस्याएं, जैसे प्लेसेंटा प्रीविया या प्लेसेंटा एबर्पशन भी गुलाबी या लाल रंग के डिस्चार्ज का कारण बन सकती हैं। ऐसी स्थितियों में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी जरूरी होती है।
संक्रमण (Infection in Uterus)
योनि संक्रमण या यौन संचारित रोग (STD) जैसे संक्रमण के कारण भी गुलाबी डिस्चार्ज हो सकता है। संक्रमण के अन्य लक्षणों में जलन, खुजली, दुर्गंध और दर्द शामिल हो सकते हैं।
इसके अलावा, कुछ मालमों में यह पिंक डिस्चार्ज और उसके बाद ब्लीडिंग गर्भपात या एक्टोपिक प्रेग्नेंसी का भी कारण बन सकता है।
प्रेग्नेंसी में पिंक डिस्चार्ज होने पर क्या करें? - What To Do If Pink Discharge During Pregnancy in Hindi
- यदि डिस्चार्ज लगातार हो रहा है, उसके साथ दर्द, खुजली, या दुर्गंध है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
- अत्यधिक शारीरिक गतिविधियों से बचें।
- वजाइनल क्षेत्र की सफाई पर ध्यान दें और केमिकल युक्त प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें।
- हर बार डिस्चार्ज चिंता का कारण नहीं होता। कभी-कभी यह सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा हो सकता है।
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Pink Discharge During Pregnancy in Hindi: गर्भावस्था के दौरान पिंक डिस्चार्ज के कई कारण हो सकते हैं। कुछ कारण सामान्य होते हैं, जबकि कुछ गंभीर समस्या का संकेत हो सकते हैं। किसी भी प्रकार की समस्या को नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से नियमित जांच कराएं। सही समय पर डॉक्टर से जांच कराएं और समस्या को दूर करना जरूरी माना जाता है।
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