Neck cracking sound: शरीर के किसी भी अंग से आवाज आना अच्छा नहीं माना जाता है। दरअसल, यह आम सोच है कि उन अंग में कोई गड़बड़ी आ गई है या फ्लेक्सिबिलिटी की कमी हो गई जिस वजह स आवाज आ रही है। इसी तरह अगर हम बात करें गर्दन से आती कट-कट की आवाज के बारे में तो हम में से ज्यादा लोग इसे इग्नोर कर देते हैं।उन्हें यह लगता है कि यह दिक्कत आ हो रही है और शायद कल ठीक हो जाए। लेकिन, ऐसा नहीं होता। आपको इस समस्या के कारणों के बारे में जानना चाहिए और समझना चाहिए कि इसके पीछे वजह क्या हो सकती है। इसलिए जानकारी के लिए हमने बात की Dr. Jayesh Bhanushali Consultant Spine Surgeon KIMS Hospitals Thane से।
गर्दन चटकने और पीसने जैसी आवाजें आने के कारण-Causes of Neck Cracking
Dr. Jayesh Bhanushali बताते हैं कि जब आप अपनी गर्दन हिलाते हैं तो चटकने, पॉपिंग या पीसने जैसी आवाजें सुनना—जिसे अक्सर क्रेपिटस (crepitus) कहा जाता है, एक आम अनुभव है। हालांकि, यह परेशान करने वाला हो सकता है, लेकिन कई मामलों में यह हानिरहित होता है और किसी गंभीर चिकित्सा समस्या का संकेत नहीं देता। हालांकि, जब दर्द, अकड़न या अन्य लक्षण भी हों, तो आगे की जांच की जरूरत हो सकती है।
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जोड़ों में कैविटेशन
गर्दन चटकने का एक सबसे आम कारण जोड़ों में कैविटेशन (joint cavitation) है, जो आपके पोर चटकाने पर सुनाई देने वाली आवाज के समान है। आपकी गर्दन के जोड़ों के भीतर श्लेष द्रव में छोटे गैस के बुलबुले हिलने-डुलने के दौरान टूट जाते हैं या फट जाते हैं, जिससे चटकने जैसी आवाज आती है। यह आमतौर पर सौम्य होता है और चिंता का कारण नहीं होता।
गर्दन की लिगामेंट से जुड़ी दिक्कत
अन्य संभावित कारण लिगामेंट या टेंडन की गति है। गर्दन के हिलने पर, कोमल ऊतक हड्डियों की संरचनाओं पर थोड़ा खिंच या टूट सकते हैं, जिससे क्लिक या पीसने जैसी आवाजें आती हैं। यह भी आमतौर पर हानिरहित होता है जब तक कि यह दर्द या गतिशीलता में कमी के साथ न हो।
कब यह समस्या गंभीर हो सकती है?
हालांकि, लगातार गर्दन में क्रेपिटस के साथ दर्द, अकड़न, सिरदर्द, सुन्नता या बाजुओं में झुनझुनी जैसे लक्षण किसी अंतर्निहित बीमारी का संकेत हो सकते हैं। सामान्य संभावनाओं में सर्वाइकल ऑस्टियोआर्थराइटिस (स्पोंडिलोसिस) शामिल है, जिसमें गर्दन के जोड़ों में कार्टिलेज समय के साथ खराब हो जाता है, या डिजनरेटिव डिस्क रोग, दोनों ही हड्डियों के आपस में रगड़ने और पीसने जैसी आवाजें पैदा कर सकते हैं।
कुछ मामलों में, एहलर्स-डानलोस सिंड्रोम (Ehlers-Danlos syndrome) या रुमेटीइड गठिया (rheumatoid arthritis) जैसे कनेक्टिव टिश्यू डिजीज जोड़ों में अस्थिरता या असामान्य गति का कारण बन सकते हैं जिससे क्रेपिटस हो सकता है। कभी-कभी, स्पाइन टीबी (Pott’s disease) जैसे संक्रमण भी सर्वाइकल स्पाइन को संरचनात्मक क्षति पहुंचा सकते हैं, जिसके परिणामस्वरूप असामान्य आवाजें और अधिक गंभीर लक्षण उत्पन्न होते हैं।
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गर्दन से आने वाले कट-कट की आवाज को कैसे रोकें?
अगर ये आवाजें दर्द रहित और कभी-कभार आती हैं, तो वे आमतौर पर गंभीर नहीं होती हैं। इसे आप इग्नोर कर सकते हैं लेकिन अगर आपको बार-बार गर्दन में दर्द के साथ बेचैनी, कमजोरी या तंत्रिका संबंधी लक्षण महसूस होते हैं, तो किसी हड्डी रोग विशेषज्ञ या रीढ़ विशेषज्ञ से सलाह लेना सबसे अच्छा है। क्योंकि समय पर सही इलाज ले लेना जैसे फिजियोथेरेपी और दवाएं इसे कम करने में मदद कर सकती हैं। पर आपको इस बात पर भी ध्यान देना चाहिए कि आपका पोस्चर कैसा है? अगर आपका पोस्चर खराब है तो इसकी वजह से आपके गर्दन से कट-कट की आवाज आ सकती है। इसलिए आपको इस पर ध्यान देने की जरूरत है।
ध्यान दें कि गर्दन की सही मुद्रा बनाए रखना, शारीरिक रूप से सक्रिय रहना और गर्दन को अचानक हिलाने से बचना, समय के साथ गर्दन के क्रेपिटस को रोकने या कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा आपके गर्दन के आस-पास की जमा होती चर्बी भी इसकी वजह बन सकती है क्योंकि इससे गर्दन का पोस्चर खराब होता है। ऐसे में आप कुछ गर्दन की एक्सरसाइज की मदद से इस समस्या से पार पा सकते हैं। इसके अलावा इस समस्या पर ध्यान देना जरूरी है क्योंकि नजरअंदाज करना इस समस्या को बढ़ा सकता है।
FAQ
घर पर गर्दन का दर्द जल्दी कैसे ठीक करें?
गर्दन का दर्द ठीक करने के लिए पहले 48 से 72 घंटों में दर्द वाली जगह पर बर्फ या ठंडा पैक लगाएं। इसके अलावा सिर को बाएं-दाएं और ऊपर और नीचे की ओर खींचे और इस एक्सरसाइज को कई बार करें। गर्दन की हल्की मालिश करें जिससे आपको दर्द में कमी महसूस होगी।गर्दन की नसों में खिंचाव क्यों होता है?
गर्दन की नसों में खिंचाव की कई वजह हो सकती है। सबसे पहले तो अचानक लगे किसी चोट की वजह से आपके गर्दन की नसों में खिंचाव हो सकता है। इसके अलावा गलत पोस्चर में बैठने या लेटने से भी आपके गर्दन की नसों में खिंचाव आ सकता है।गर्दन में दर्द हो तो कैसे सोना चाहिए?
गर्दन में दर्द हो तो अच्छी नींद सोएं। ऐसे में पीठ के बल सोने की सलाह दी जाती है जिससे आराम मिलता है। इसके अलावा ऊंचे तकिए पर सोने से बचें। आप बिना तकिए के भी सो सकते हैं जो आपको बेहतर महसूस करवा सकता है।