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स्मोकिंग नहीं करने वालों को भी हो जाता हैं लंग कैंसर, ये हो सकते हैं कारण

Causes Of Lung Cancer In Non Smokers: स्मोकिंग नहीं करने वालों में लंग कैंसर होने के ये कारण हो  सकते हैं। 
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स्मोकिंग नहीं करने वालों को भी हो जाता हैं लंग कैंसर, ये हो सकते हैं कारण


Causes Of Lung Cancer In Non Smokers: लंग कैंसर के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। ये बढ़ते हुए केसेज इस बात का अलार्म हैं कि अगर हमने ध्यान नहीं दिया, तो ये केस और तेजी से बढ़ेंगे। ऐसा माना जाता था कि लंग कैंसर का एकमात्र कारण स्मोकिंग ही है। लेकिन आज के समय में ऐसे बहुत से केस सामने आए हैं। जिसमें व्यक्ति स्मोकिंग से कोसों दूर होने के बाद भी लंग कैंसर के चपेट में आ जाता है। बहुत से लोग इस बात को मानने को तैयार ही नहीं होते हैं कि स्मोकिंग न करने वाले को भी लंग कैंसर को सकता है। स्मोकिंग नहीं करने वालों में लंग कैंसर होने के कारण के बारे में जानने के लिए हमने बात की राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल की सीनियर सर्जन और मैया सोशल चेंज फ्रंट फाउंडेशन की डायरेक्टर डॉक्टर दिव्या सिंह से। 

वायु प्रदूषण

आज के समय में जब वायु प्रदूषण काफी बढ़ गया है, तो यह भी एक कारण है लंग कैंसर होने का। कारों, पावर प्लांट और इंडस्ट्री से निकलने वाला धुआं लंग कैंसर होने का मुख्य कारणों मे से एक है। पीएम 2.5 स्तर का स्तर जिन स्थानों पर ज्यादा होता है। वहां लंग कैंसर होने के चांसेज ज्यादा होते हैं।

 रेडॉन गैस

रेडॉन गैस के लंबे समय तक संपर्क में रहने की वजह से भी लंग कैंसर होने के चांसेज बढ़ जाते हैं। यह गैस फेफड़ों की कोशिकाओं के लिए हानिकारक होती है। लंबे समय तक ऊंचे तापमान पर रहना की वजह से भी फेफड़ों के कैंसर होने का एक कारण हो सकता है।

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धूम्रपान करने वाले लोगों के साथ रहने वालों को

बहुत से लोग ये मानते हैं कि अगर वह स्मोकिंग नहीं कर रहे हैं, तो उन्हें लंग कैंसर होने का कोई खतरा नहीं है, तो आपको बता दें, स्मोकिंग करने वाले से ज्यादा, जो उसके साथ रहते हैं। उसको ज्यादा फेफड़ों के कैंसर का खतरा होता है। इसी कारण से सार्वजनिक स्थानों पर धू्म्रपान न करने की सलाह दी जाती है।

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कार्यस्थल में केमिकल का अधिक इस्तेमाल

कई कंपनियों में विषैले गैस, केमिकल और कीटनाशक और धूल के साथ काम किया जाता है। जिस कारण लंग कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है। इस समस्या से बचाव के लिए ऐसे उघोग, जो इस तरह के काम करते हैं उनमें कैसंर होने के चांसेज ज्यादा होते हैं।

जेनेटिक

कई अध्ययनों ने यह प्रदर्शित किया है यदि धूम्रपान न करने वाले किसी व्यक्ति के परिवार में इस बीमारी का इतिहास है, तो उस व्यक्ति में भी फेफड़ों का कैंसर विकसित हो सकता है। वहीं, रेडिएशन के संपर्क में ज्यादा आने वाले और अस्थमा के रोगी को भी लंग कैंसर होने का खतरा होता है।

 स्मोकिंग नहीं करने वालों में लंग कैंसर होने के ये कारण हो सकते हैं। संतुलित आहार और नियमित व्यायाम से इसके खतरे को कम किया जा सकता हैं। हालांकि, इस बारे में संपूर्ण जानकारी के लिए अपने नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।

All Image Credit- Freepik

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