कई बार आपने देखा होगा कि कुछ लोगों को समय-समय पर होंठ चबाने की आदत होती है। दरअसल, चिंता या तनाव के समय लोग अक्सर होंठ चबाने लगते हैं। इससे होठों की त्वचा डैमेज हो जाती है। इस समस्या में दर्द और इंफेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है। लिप बाइटिंग से होठों से खून आना की समस्या हो सकती है। इस समस्या में व्यक्ति को पता ही नहीं होता है कि कब इस आदत का शिकार हो जाता है। इस आदत से छोड़ना बेहद मुश्किल भर हो सकता है। आगे स्किन केयर स्पेशलिस्ट शिवानी गुप्ता से जानते हैं कि होंठ चबाने (लिप बाइटिंग) की आदत के क्या कारण होते हैं और इससे बचाव के क्या उपाय हो सकते हैं।
लिप बाइटिंग के क्या कारण होते हैं - Causes Of Lip Biting In Hindi
कई बार जब व्यक्ति किसी चीज को चबाता है, तो अनजाने में उसके होंठ दांतों से कट जाते हैं। इस समस्या के कारण को शारीरिक और मानसिक दो भागों में बांटा जा सकता है।
लिप बाइटिंग के शारीरिक कारण
- टेढ़े मेढ़े दांत - दांतों का एलाइनमेंट ठीक ने होने की वजह से लिप बाइटिंग हो सकती है। कुछ लोगों के दांत अधिक होते हैं, इस वजह से भी लिप बाइटिंग की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
- टेम्पोरोमैनडिब्यूलर डिसऑरर्डर - इस तरह विकार में व्यक्ति की चबाने वाली मांसपेशियां प्रभावित होती हैं। इस विकार में व्यक्ति को होंठ, अंदरूनी गाल और जीभ को काटने की आदत हो सकती है। ऐसे में ब्रेसेस लगाने की सलाह दी जा सकती है।
लिप बाइटिंग के मानसिक कारण
- व्यक्ति को मानसिक स्थिति में बदलाव की वजह से लिप बाइटिंग की गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। कई बार व्यक्ति की मानसिक स्थिति प्रभावित होती है और उसे बार बार एक ही तरह का काम करने की आदत हो जाती है। इससे वह अपनी त्वचा, बाल और नाखूनों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- जिन लोगों को स्ट्रेस व तनाव अधिक होता है उन लोगों में यह समस्या देखने को मिलती है। मानसिक स्थिति में बदलाव होने पर व्यक्ति में त्वचा को खींच कर निकालने, बाल उखाड़ने, या नाखूनों को मुंह से काटने की आदत हो सकती है।
लिप बाइटिंग को कैसे कम करें - How To Prevent Lip Biting in Hindi
दांतों को एलाइन करें
दांतों की वजह से लिप बाइटिंग की समस्या को दूर करने के लिए आपको दांतों को एलाइन कराना चाहिए। ऐसे में डॉक्टर दांतों की सही समस्या का पता लगाकर उसे दूर करने की सलाह दे सकते हैं।
होठों को एक्सफोलिएट करें
लिप बाइटिंग को दूर करने के लिए आप होठों का रूखापन कम करने पर ध्यान दें। इसके लिए आप होठों को एक्सफोलिएट करें। इससे बचने के लिए होठों की रूखी पपड़ी समय-समय पर साफ करें।
तनाव को कम करें
लिप बाइटिंग से बचने के लिए स्ट्रेस लेवल और तनाव को कम करने पर ध्यान दें। तनाव को दूर करने से से आप मानसिक समस्याओं को आसानी से दूर कर सकते हैं।
मेडिटेशन करें
मेडिटेशन से आप मानसिक स्थिति में सुधार कर सकते हैं। इससे आपकी मन एकाग्र रहता है और आप अनावश्यक लिप बाइटिंग कर सकते हैं।
पसंदीदा काम करें
पसंदीदा काम करने से आपका ध्यान लिप बाइटिंग की ओर नहीं जाता है। इससे आपको लिप बाइटिंग की आदत कम हो सकती है।
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लिप बाइटिंग की आदत को दूर करने के लिए आप ऊपर बताए गए उपायों को अपना सकते हैं। यदि, लिप बाइटिंग के बाद जख्म ज्यादा हो गए हैं या सूजन हो गई है तो ऐसे में डॉक्टर से संपर्क करें।