बदलती लाइफस्टाइल की वजह से लोगों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। आज के दौर में कोलेस्ट्रॉल और हाईबीपी के कारण हार्ट संबंधी समस्या होना एक आम बात है। लेकिन, ज्यादा पसीना आना भी कई बीमारियों की ओर संकेत करता है। डॉक्टरों की मानें, तो गर्मियों या उमस भरे मौसम में जिन लोगों को ज्यादा पसीना आता है उनको हार्ट संबंधी समस्या हो सकती है। ज्यादा पसीना आने के साथ ही लोगों को सांस फूलना, थकान, सीने में दर्द और भारीपन महसूस हो सकता है। इस विषय पर मैक्स सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, पटपड़गंज के कार्डिक सर्जरी विभाग के डायरेक्टर और हेड डॉ. वैभव मिश्रा ने बताया कि किस तरह से ज्यादा पसीना आना हार्ट संबंधी समस्या का एक लक्षण हो सकता है।
ज्यादा पसीने से हार्ट मरीजों को क्या खतरा हो सकता है?
शरीर का एक निश्चित तापमान होता है। इससे अधिक या कम होने पर शरीर खुद अपने तापमान को बैलेंस करता है। जब गर्मी ज्यादा होती है, तो शरीर के पोर्स से पसीना निकलता है और इससे गर्मी शांत होने लगती है। डॉक्टर के मुताबिक बुखार, इमोशनल स्ट्रेस, एक्सरसाइज के दौरान नर्वस सिस्टम सक्रिय हो जाता है। जिससे पसीना आने लगता है। कुछ लोगों में हार्ट अटैक के दौरान भी अधिक पसीना आता है। दरअसल, शरीर पर पड़ने वाले स्ट्रेस को दूर करने के लिए नर्वस सिस्टम इस तरह की प्रतिक्रिया करता है। इसके अलावा, हार्ट फेलियर में भी व्यक्ति को अधिक पसीना आ सकता है। इस समय शरीर में एड्रेनालाईन और नॉरएड्रेनाईन हार्मोन का स्त्राव होता है। जिन लोगों को पहले से हार्ट संबंधी समस्या के बारे में मालूम नहीं है, वह इस स्थिति के बारे में सही तरह से समझ नहीं पाते हैं। ज्यादा पसीना आना कई बार हाइपरथायरायडिज्म डायबिटीज की समस्या का कारण हो सकता है। ऐसे में रोग के सही कारण को जानने के लिए रोगी को तुरंत डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।
किन लोगों को हार्ट अटैक का खतरा अधिक होता है? | Risk Factor For Heart Attack In Hindi
हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन, कुछ लोगों को हार्ट संबंधी समस्या होने का खतरा अधिक होता है। आगे जानते हैं किन लोगों को हार्ट संबंधी जोखिम का खतरा अधिक होता है।
- जिन लोगों के परिवार में पहले किसी व्यक्ति को हार्ट संबंधी समस्या हुई हो,
- पुरुषों की तुलना में महिलाओं को हार्ट संबंधी रोग होने का खतरा अधिक होता है,
- 60 साल से अधिक आयु के लोगों को,
- जिन लोगों को डायबिटीज, हाई बीपी, मोटापा हो,
- शारीरिक गतिविधियों में कमी,
- शराब का अधिक सेवन करना,
- मेंटल स्ट्रेस में रहने वाले लोगों को अधिक खतरा रहता है,
- खानपान की गलत आदत वाले लोगों को हार्ट संबंधी रोग होने का जोखिम अधिक रहता है, आदि।
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हार्ट संंबंधी रोगों से बचने के लिए लोगों को नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करानी चाहिए। अगर, आपको अधिक पसीने की वजह से हार्ट समस्या का जोखिम बढ़ गया है, तो इसे दूर करने के लिए डॉक्टर की सलाह लें और हो सके, तो खुले और हवादार वाले स्थान पर रहें।